होम / पर्सनल फाइनेंस / क्या आपके पास भी है PPF खाता, जानिए कैसे पा सकते हैं ज्यादा ब्याज?
क्या आपके पास भी है PPF खाता, जानिए कैसे पा सकते हैं ज्यादा ब्याज?
सिर्फ PPF एकाउंट में पैसे जमा करना ही जरूरी नहीं है बल्कि आपको एक स्मार्ट अकाउंट होल्डर बनने की जरूरत है, जिसे ये पता हो कि उसे पैसा कितनी तारीख से पहले जमा करना है.
ललित नारायण कांडपाल 1 year ago
PPF का खाता ज्यादातर लोग खोलते हैं क्योंकि ये खाता अपने आप में कई तरह के फायदे देता है. लेकिन आज हम अपनी इस स्टोरी में आपको PPF (Public Provident Fund) खाते से जुड़ी कुछ अहम बातें बताने जा रहे हैं, जिसमें PPF खाते में ब्याज की गणना कैसे होती है और आपको इस खाते को चलाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? ये सभी बातें आज हम आपको बताने जा रहे हैं. आरबीआई द्वारा लगातार ब्याज दरों में बढ़ोतरी के बावजूद PPF ऐसा खाता है जिस पर वर्ष 2020 के बाद से अभी तक ब्याज दरें स्थिर बनी हुई हैं. लेकिन बावजूद उसके ये PPF खाता लोगों को कई तरह का फायदा देता है.
कैसे होती है PPF पर ब्याज की गणना
मान लीजिए आपके PPF खाते में 31 मार्च को 5 लाख रुपये का बैलेंस हैं. आपने इसमें अप्रैल में 50 हजार रुपये जमा करने का टॉरगेट रखा है. लेकिन अगर आप वो 50 हजार रुपये 5 तारीख से पहले जमा करते हैं तो आपके खाते पर ब्याज की गणना 5.50 लाख रुपये पर की जाएगी. लेकिन अगर आपने वही 50 हजार रुपये 5 तारीख के बाद जमा किए तो ब्याज सिर्फ 5 लाख रुपये पर ही मिलेगा. इसलिए हमेशा आप PPF में जो भी राशि जमा करने की तैयारी कर रहे हों उसे 5 तारीख से पहले ही जमा कर दें. इस पर सरकार की ओर से हर तीसरे महीने में ब्याज दिया जाता है. मौजूदा समय में इस पर 7.1 प्रतिशत का ब्याज दिया जा रहा है. जो अप्रैल 2020 से स्थिर है.
क्या हैं इस खाते के और फायदे
PPF अकाउंट के वैसे तो कई फायदे हैं लेकिन इस खाते को नई और पुरानी दोनों तरह की पेंशन में छूट मिली हुई है. इसलिए ये योजना कर बचत के आधार पर बेहतर है. पुरानी कर व्यवस्था के तहत, पीपीएफ में सालाना 1.5 लाख रुपये का निवेश आयकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत कर कटौती के लिए मान्य है. इसके अलावा, पीपीएफ की ब्याज दरें आम तौर पर बैंकों द्वारा दी जाने वाली लंबी अवधि की फिक्स डिपॉजिट से अधिक होती हैं. हालांकि पिछले कुछ समय में ब्याज दरों में हुई बढ़ोतरी के बाद एफडी पर ब्याज दरें काफी बढ़ गई हैं. सरकार हर तिमाही पर इसकी ब्याज दरों की समीक्षा करती है. प्रत्येक तिमाही के लिए लागू दरों पर ब्याज प्रत्येक वित्तीय वर्ष के अंत में निवेशकों के खाते में जमा किया जाता है और सालाना चक्रवृद्धि होता है. प्रत्येक कैलेंडर माह के लिए ब्याज गणना पांचवें दिन और महीने के अंत के बीच खाते में सबसे कम शेष राशि को ध्यान में रखती है.
इन बातों का रखें ध्यान
अगर आपके पास भी PPF खाता है तो इस बात का ध्यान रखें कि किसी भी महीने के पांचवें दिन या उससे पहले पीपीएफ में निवेश करना चाहिए. इससे आप ज्यादा से ज्यादा रिटर्न प्राप्त कर पाएंगे. पीपीएफ खाते में आप कम से कम 500 रुपये और अधिक से अधिक 1.5 लाख रुपये जमा कर सकते हैं.
टैग्स