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कोई काम छोटा नहीं होता, बिजनेस करना भी एक आर्ट हैः रोहित खन्ना, भूटानी इंटरनेशनल
रोहित की बात करें तो उनकी कोई बिजनेस बैकग्राउंड नहीं है. उसके बाद भी वो एक के बाद एक चुनौतियों को मात देते हुए आगे बढ़ते गए हैं.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
नई दिल्लीः जो भी बड़े बिजनेस टायकून हैं जैसे कि एलन मस्क, बिल गेट्स, जेफ बेजोस वो किसी विशेषाधिकार से बिजनेस नहीं कर रहे हैं. इन सबने बड़ी से बड़ी चुनौतियों का सामना किया है और चुनौतियों को दरकिनार करते हुए आगे बढ़े हैं. इसी मूलमंत्र के साथ आगे बढ़ रहे हैं रोहित खन्ना, जो कि भूटानी इंटरनेशनल को रियल एस्टेट की दुनिया में एक नए शिखर की ओर लेकर के जा रहे हैं.
नहीं है कोई बिजनेस हिस्ट्री
रोहित की बात करें तो उनकी कोई बिजनेस बैकग्राउंड नहीं है. उसके बाद भी वो एक के बाद एक चुनौतियों को मात देते हुए आगे बढ़ते गए हैं. वह स्पष्ट रूप से स्वीकार करते हैं कि आज भी कोई भी काम छोटा नहीं होता है और वह सीढ़ी के अंतिम पायदान का भी सम्मान करते हैं जो अपना कर्तव्य और मेहनत से कर रहे हैं.
400 फीसदी लाई ग्रोथ
भूटानी इंटरनेशनल ने इस साल 400 फीसदी की ग्रोथ की है, और अब यह भारत के टियर-टू शहरों में भी बढ़ रही है. कंपनी की प्रोपर्टीज की सेल्स में ग्रोथ देखने को मिल रही है.उन्हें सही दांव पर दांव लगाने की आदत है और उन्होंने इस क्षमता को भूटानी के बिजनेस के कई पहलुओं पर लागू होते देखा है.
रियल एस्टेट के अतिरिक्त इन कारोबार में भी आगे
भूटानी इंटरनेशनल अब रियल एस्टेट के अलावा एजूकेशन, स्पोर्ट्स और कई अन्य सेक्टर में भी अपने पंख फैला रहा है. इसके अलावा एशिया, यूरोप और अमेरिका जैसे महाद्वीपों पर भी कंपनी विस्तार कर रही है.
2020 में 6 लोगों के बुनियादी संचालन के साथ शुरू करते हुए, रोहित ने 135 लोगों के साथ 100 करोड़ रुपये के बॉटमलाइन को सफलतापूर्वक हासिल करने में कामयाबी हासिल की है. भूटानी नाम से उन्होंने जो सद्भावना पैदा की है, उसके साथ अब वे बहु-ब्रांड प्रयासों के माध्यम से भी एक्सपैट्स के लिए भारतीय बाजार तक पहुंच की सुविधा प्रदान कर रहे हैं.
इन शहरों में केवल 5 लोगों के साथ खोलें ऑफिस
2019 में बमुश्किल 5 सदस्यीय टीम के साथ बिहार, लखनऊ और चंडीगढ़ में कार्यालय खोले. दो साल से भी कम समय में टियर टू टीमें अब संयुक्त तौर पर सालाना 180 करोड़ का राजस्व दे रही हैं. प्रत्येक ऑन-ग्राउंड प्रतिनिधि के पास अनुमोदन और समाधान के लिए कमांड की एक अलग लाइन अप-द-चेन होती है, जिससे सभी नए लीड-टू-सेल कार्यक्रमों के लिए रिकॉर्ड रजिस्ट्री और 24 घंटे का समाधान समय होता है.
रोहित का मानना है कि, "मेरे लिए सफलता विभिन्न कारकों का एक संयोजन है. सफलता की कोई एक परिभाषा नहीं हो सकती और मेरा यह भी मानना है कि जैसे-जैसे हम जीवन में बढ़ते हैं यह परिभाषा विकसित होती रहती है. ऐसे लोगों की एक सेना की कल्पना करें, जिनके पास महान विचार हैं और जो अपने स्वयं के प्रोजेक्ट मैनेजर और सर्वश्रेष्ठ कर्मचारी होने के नाते इसे लागू करने के लिए कठिन और अथक ड्राइविंग कर रहे हैं. मेरे लिए वह भावना है जो इनोवेशन और प्रगति को आगे बढ़ाती है.”
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