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जब भी कोई आपदा आती है तो उसके इंश्योरेंस की मांग बढ़ जाती है : कपिल मेहता
हमने कई बार देखा है कि अगर ग्राहक कंपनी पर दबाव बनाता है तो कंपनी को इंश्योरेंस का पूरा एमाउंट देना पड़ता है. लेकिन कई बार अगर ग्राहक दबाव में आ जाता है तो कंपनी उसे कम ही पैसा देती है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
बिजनेस वर्ल्ड के इंडिया बिजनेस लिटरेचर फेस्टिवल में कई जाने माने लेखक पहुंचे हैं, जिन्होंने अलग-अलग विषयों पर किताबें लिखी हैं. ऐसे ही लेखकों में कपिल मेहता जो इंश्योरेंस सेक्टर के जानकार हैं, उन्होंने भी अपने अनुभवों को लेकर किताब लिखि है, जिसमें उन्होंने इंश्योरेंस को लेकर अपने अनुभवों को साझा किया है और कई महत्वपूर्ण बातों को लिखा है. उन्होंने इस कार्यक्रम में कहा है कि हमने अक्सर ये देखा है कि जब कभी भी कोई आपदा आती है तो उसके इंश्योरेंस की मांग बढ़ जाती है. ये बातें उन्हें बिजनेस वर्ल्ड के लिटरेचर फेस्टिवल में कही.
आपदा में बढ़ जाती है इंश्योरेंस की मांग
लिटरेचर फेस्टिवल में पहुंचे कपिल मेहता को फाउंडर सिक्योर नाव, और इंश्योरेंस ब्रोकर ने कहा कि ये हमारे सेक्टर में सामान्य तौर पर देखने को मिलता है कि जब कभी भी कोई आपदा आती है तो उसके इंश्योरेंस की मांग बढ़ जाती है. अब कोरोना आया तो हमने देखा कि हेल्थ इंश्योरेंस की मांग बढ़ गई जब देश में कहीं पर भी भूकंप आता है तो प्रॉपर्टी इंश्योरेंस की मांग बढ़ जाती है. ऐसा होना नहीं चाहिए, आपको हमेशा अपनी तैयारी करके चलना चाहिए.
इंश्योरेंस होल्डर का रवैया बेहद महत्वपूर्ण
कपिल मेहता से जब ये सवाल पूछा कि आखिर ऐसा क्यों होता है कि कई बार हमारी पॉलिसी का पैसा हमें कंपनी से पूरा नहीं मिल पाता है. इसके जवाब में उन्होंने कहा कि मुझे ऐसा लगता है कि ये सबकुछ इंश्योरेंस होल्डर के रवैये पर निर्भर करता है. अगर उसने कंपनी से एक अमाउंट का इंश्योरेंस लिया है तो कंपनी को वो अमाउंट देना पड़ेगा. हमने कई बार देखा है कि अगर ग्राहक कंपनी पर दबाव बनाता है तो कंपनी को वो देना पड़ता है. लेकिन कई बार अगर ग्राहक दबाव में आ जाता है तो कंपनी उसे कम ही पैसा देती है.
सोच समझ कर लें इंश्योरेंस
इंश्यारेंस एक्सपर्ट कपिल मेहता कहते हैं कि अगर आपको कुछ बीमारियां जैसे सर्वाइकल या माइग्रेन जैसी बीमारियां हैं तो आपको हेल्थ इंश्योरेंस जैसे पॉलिसी सोच समझ कर लेनी चाहिए. अपनी किताब के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि मैने इस किताब में हेल्थ प्रॉपर्टी और टूरिज्म जैसे सेक्टर को लेकर लोगों को बताने का काम किया है, जिससे आम आदमी को इंश्योरेंस को लेकर बुनियादी जानकारी मिल सके.
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