होम / कोर्ट कचहरी / सुप्रीम कोर्ट: दिल्ली शराब घोटाले में एक दुसरे के विरोध में नजर आ रहे हैं CBI और ED!
सुप्रीम कोर्ट: दिल्ली शराब घोटाले में एक दुसरे के विरोध में नजर आ रहे हैं CBI और ED!
कोर्ट ने कहा कि ट्रायल शुरू होने से पहले ही हम लोगों को असीमित समय तक सलाखों के पीछे रखने का आदेश नहीं दे सकते.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 5 months ago
सुप्रीम कोर्ट में दिल्ली शराब घोटाले की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने देश की दो सर्वश्रेष्ठ जांच एजेंसियों को कहा कि उनके द्वारा चलाये जा रहे मामलों में परस्पर विरोध है. यह बयान सुप्रीम कोर्ट द्वारा किसी और को नहीं बल्कि CBI और ED को दिया गया है. मामले की सुनवाई के दौरान अदालत ने मामले में आरोपी, बिनोय बाबू को जमानत भी दी है.
सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा?
प्रवर्तन निदेशालय यानी ED के द्वारा इस जमानत के खिलाफ अपील की गई और तब सुप्रीम कोर्ट ने इस अपील को खारिज करते हुए कहा कि ट्रायल शुरू होने से पहले ही हम लोगों को असीमित समय तक सलाखों के पीछे रखने का आदेश नहीं दे सकते. खासकर तब जब आप एक के बाद एक नई चार्जशीट दर्ज करके नए आरोपी मामले में जोड़ रहे हों. न्यायाधीश संजीव खन्ना और SV Bhatti की बेंच ने ASG SV राजू से कहा कि आप कई सालों तक लोगों को सलाखों के पीछे नहीं रख सकते क्योंकि यह ट्रायल से पहले की जाने वाली गिरफ्तारी है. हम इसकी इजाजत नहीं दे सकते खासकर तब जब हमें यह भी नहीं पता कि यह मामला कहां जाएगा और अभी कितने और लोग इस मामले में शामिल किये जायेंगे.
बिनोय बाबू को मिल गई जमानत
इसके साथ ही अदालत ने मामले के एक आरोपी बिनोय बाबू को जमानत भी दे दी है. आपको बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दर्ज किये गए पैसा गबन करने के मामले में बिनोय बाबू 13 महीनों से जेल में बंद थे. CBI ने आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार द्वारा जारी की गई एक्साइज नीति की जांच शुरू की थी और तब इसमें अनियमितताएं पाई गई थीं, जिसके बाद CBI की जांच में ही पैसे गबन करने का यह मामला दर्ज किया गया था और बिनोय बाबु को गिरफ्तार कर लिया गया था. आपको बता दें कि दिल्ली सरकार की विवादित एक्साइज नीति को अब हटा दिया गया है.
एक दूसरे के विरोध में CBI और ED
न्यायपीठ ने संज्ञान लिया कि बिनोय बाबु पेरनोड रिकॉर्ड (Pernod Ricord) नामक शराब बनाने वाली एक कंपनी के मेनेजर हैं और 10 नवंबर 2022 से ही वह जेल में हैं. कोर्ट ने यह भी कहा कि बिनोय पर ED ने आरोप लगाया है कि उनका संबंध सीधे तौर पर एक्साइज नीति में हुए भ्रष्टाचार से था लेकिन CBI ने अपनी जांच में बिनोय बाबू को आरोपी भी नहीं माना है. इससे ED द्वारा लगाए जा रहे आरोपों और CBI द्वारा लगाये जा रहे आरोपों में विरोधाभास दिखता है.
यह भी पढ़ें: उड़ीसा में आयकर विभाग को मिली बड़ी सफलता, छापेमारी में मिले 200 करोड़ रुपए!
टैग्स