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Electoral Bonds: आज फिर SC के सवालों का जवाब देगा SBI, यूनिक नंबर का होगा खुलासा!
सुप्रीम कोर्ट ने पिछले हफ्ते एसबीआई को नोटिस जारी कर पूछा था कि उसने बॉन्ड के यूनिक नंबर निर्वाचन आयोग को क्यों नहीं दिए.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 month ago
इलेक्टोरल बॉन्ड (Electoral Bonds) के मामले में SBI को आज फिर सुप्रीम कोर्ट के सवालों के जवाब देने होंगे. SBI ने चुनावी बॉन्ड के अल्फा न्यूमेरिक नंबर्स का खुलासा नहीं किया है, इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट ने बैंक को फटकार लगाते हुए उसे 18 मार्च तक का समय दिया था. लिहाजा, आज SBI को बताना होगा कि उसने डेटा में यूनीक अल्फा न्यूमेरिक नंबर्स की जानकारी क्यों नहीं दी. इस बीच, मीडिया रिपोर्ट्स में फाइनेंशियल ईयर 2017-18 के बॉन्ड्स की जानकारी के आधार पर बताया गया है कि भाजपा ने कुल 6 हजार 986 करोड़ रुपए के चुनावी बॉन्ड कैश कराए हैं. जबकि ममता बनर्जी की TMC को 1,397 करोड़ और कांग्रेस को 1,334 करोड़ रुपए का चंदा मिला है.
कोई छोड़ गया था लिफाफा
एमके स्टालिन की पार्टी DMK को करीब 656 करोड़ रुपए का चंदा मिला और नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जनता दल (यूनाइटेड) 2019 में एक-एक करोड़ के 10 इलेक्टोरल बॉन्ड मिले थे. JDU ने चुनाव आयोग को बताया है कि 2019 में किसी ने उसके कार्यालय में 10 करोड़ के चुनावी बॉन्ड वाला एक लिफाफा छोड़ा था, जिसे पार्टी ने कुछ ही दिनों में भुना लिया. हालांकि, दानदाताओं के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली. दरअसल, चुनाव आयोग ने रविवार को विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा सौंपे गए सीलबंद लिफाफों के बारे में जानकारी सार्वजनिक की है, जिसमें यह बात सामने आई है कि JDU को पता ही नहीं कि उसे किसने चंदा दिया था.
DMK को मिले इतने बॉन्ड
यह जानकारी भी सामने आई है कि फ्यूचर गेमिंग ने 509 करोड़ का चंदा अकेले डीएमके को दिया था. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की पार्टी डीएमके को इलेक्टोरल बॉन्ड से कुल 665 करोड़ रुपए का चंदा मिला, जिसमें सबसे बड़ा योगदान फ्यूचर गेमिंग का रहा. फ्यूचर गेमिंग ने पारी को यह चंदा 2019-20 और 2022-23 के बीच दिया है. फ्यूचर गेमिंग मालिक लॉटरी किंग सैंटियागो मार्टिन हैं. DMK को चंदा देने वाली अन्य कंपनियों में मेगा इन्फ्रास्ट्रक्चर (105 करोड़), इंडिया सीमेंट (14 करोड़), सन टीवी नेटवर्क (10 करोड़), त्रिवेणी (8 करोड़) और रामकोसीमेंट (5 करोड़) शामिल हैं. इस तरह कुल मिलाकर पार्टी को इलेक्टोरल बॉन्ड से 656.5 करोड़ रुपए का चंदा मिला.
इन्हें भी मिला झोली भर चंदा
डीएमके के अलावा, Janata Dal (Secular) यानी JDS, महाराष्ट्र गोमंतक पार्टी को मिले चंदे की जानकारी भी सामने आई है. जीडीएस को कुल 89.7 करोड़ रुपए के इलेक्टोरल बॉऩ्ड से मिले. पार्टी को मेघा इंजीनियरिंग, Infosys, Embassy Group, Aditya Birla Group, Bicon Limited और JSW Steel आदि कंपनियों से चंदा मिला था. वहीं, AIADMK ने बताया है कि उसे 2019 में आईपीएल टीम चेन्नई सुपरकिंग्स की तरफ से 5 करोड़ रुपए का चुनावी चंदा मिला था. इसके अलावा, उसे लक्ष्मी मशीन वर्क्स से एक करोड़ और टीवीएस कैपिटल फंड्स से 5 लाख का इलेक्टोरल बॉन्ड मिला था.
क्यों नहीं बताए यूनिक नंबर?
इससे पहले, सुप्रीम कोर्ट ने एसबीआई को नोटिस जारी कर पूछा था कि उसने बॉन्ड के यूनिक नंबर निर्वाचन आयोग को क्यों नहीं दिए. कोर्ट ने एसबीआई से सोमवार तक जवाब मांगा था. चीफ जस्टिस (CJI) की अध्यक्षता वाली संवैधानिक पीठ ने एसबीआई से कहा था कि हमारा निर्देश बहुत ही स्पष्ट है. हमने पूरा ब्योरा देने को कहा था, लेकिन आपने यूनिक नंबर की जानकारी नहीं दी. एसबीआई को इसकी जानकारी देनी ही पड़ेगी. अदालत ने एसबीआई को 18 मार्च तक का समय दिया था, लिहाजा SBI को आज जवाब देना होगा.
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