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Credit Suisse के भारत में कितने कर्मचारी, अब क्या होगा उनका भविष्य?
क्रेडिट स्विस के पास भारत में धन प्रबंधन, निवेश बैंकिंग और ब्रोकरेज सेवाओं का लाइसेंस है. यह शेयरों के ऐवज में व्यवसायों को फंडिंग देने के मामले में भी बहुत सक्रिय है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
स्विटजरलैंड के क्रेडिट सुइस बैंक (Credit Suisse) के बिकने की खबर के बीच भारत में उसके 15000 कर्मचारियों के भविष्य पर भी सवाल खड़ा हो गया है. हालांकि, अभी तक आधिकारिक तौर पर कोई बयान नहीं आया है, लेकिन आशंका जताई जा रही है कि क्रेडिट सुइस बैंक का नया मालिक आने वाले दिनों में छंटनी जैसा कोई कदम उठा सकता है. बता दें कि क्रेडिट सुइस को उसका राइवल बैंक UBS 3.2 अरब डॉलर में खरीदने जा रहा है.
छह शहरों में ऑफिस
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, क्रेडिट सुइस बैंक के भारत में करीब 15 हजार कर्मचारी हैं, जिसमें से 5 से 7 हजार बैंक के डायरेक्शन ऑपरेशन से जुड़े हैं. जबकि बाकी बैंक के ग्लोबल आईटी ऑपरेशन से ताल्लुख रखते हैं. इस स्विस बैंक के छह भारतीय शहरों में ऑफिस हैं. इसमें मुंबई, पुणे, गुरुग्राम, बेंगलुरु, हैदराबाद और कोलकाता शामिल हैं. बैंक के मुंबई, पुणे और गुरुग्राम ऑफिस के कर्मचारी सीधे तौर पर बैंक के दिन-प्रतिदिन के कामकाज से जुड़े हुए हैं.
इतना था डिपॉजिट बेस
क्रेडिट स्विस के पास भारत में धन प्रबंधन, निवेश बैंकिंग और ब्रोकरेज सेवाओं का लाइसेंस है. यह शेयरों के एवज में व्यवसायों को फंडिंग देने के मामले में भी बहुत सक्रिय है. मार्च 2022 तक, स्विस लेंडर के पास भारत में 2,800 करोड़ रुपये का डिपॉजिट बेस था. अभी ये स्पष्ट नहीं है कि UBS भारत में क्रेडिट सुइस के ऑपरेशन को जारी रखेगा या नहीं. भारत में यूबीएस का ऑपरेशन बहुत छोटा रहा है, बैंक ने 2013 में देश में अपनी एकमात्र शाखा बंद कर दी थी. इसके बाद इसने एक नकद इक्विटी व्यवसाय चलाया जिससे विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) को पार्टिसिपेटरी नोट्स के माध्यम से देश में लेनदेन करने की अनुमति मिली.
एक्सपर्ट्स ने कही ये बात
एक्सपर्ट्स मानते हैं कि UBS को शायद इतने लोगों की आवश्यकता नहीं होगी. इसलिए छंटनी हो सकती है. हालांकि, UBS की तरफ से भारत को लेकर बैंक की योजना के बारे में कोई बयान जारी नहीं किया गया है. गौरतलब है कि ग्लोबल बैंकिंग संकट की शुरुआत सबसे पहले अमेरिका में हुई है. यहां का सिलिकॉन वैली बैंक दिवालिया हो गया है. इसके अलावा भी कुछ और बैंक भी खतरे में हैं.
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