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वाइब्रेंट समिट से निकलेगा विकसित भारत 2047 के लिए सुनहरा रास्ता, विशेषज्ञों में होगा मंथन
इसमें दो तकनीकी सत्रों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें कृषि अर्थव्यवस्था से लेकर विकास के सभी अहम मसलों पर विशेषज्ञ अपनी बात रखेंगे.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 4 months ago
गुजरात में 10 जनवरी से होने जा रहे वाइब्रेंट समिट में इस बार कई तरह के कार्यक्रम आयोजित होने जा रहे हैं. इसमें अलग-अलग क्षेत्रों के पैनल विशेषज्ञों के साथ चर्चा भी होगी. इस बार समिट में ‘विकाससित भारत@2047 के लिए गुजरात का रोडमैप’ विषय पर एक सत्र आयोजित किया जाएगा. इस सत्र में अलग-अलग इंडस्ट्री के कई नामी लोग शामिल होंगे. जो इस विषय को लेकर अपने दूरदर्शी विजन से अपने अनुभव साझा करेंगे.
ये है सेमिनार का मकसद
गुजरात के सामान्य प्रशासन विभाग के योजना सचिव राकेश शंकर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस कार्यक्रम के बारे में बताते हुए सेमिनार के विवरण पर बोलते हुए कहा, सेमिनार का उद्देश्य उन विचारों पर विचार-मंथन करना है जो सहयोग विचार-विमर्श के माध्यम से विभिन्न विषयों और अध्यायों में विकसित भारत @ 2047 के लिए गुजरात के रोडमैप को विकसित करने में योगदान देंगे. उन्होंने कहा कि सत्र में ग्लोबल इंडस्ट्री से स्टेकहोल्डर, विशेषज्ञ और उद्योग के नामी लोग शामिल होंगे, जो वैश्विक मानकों के आधार पर राज्य की विकसित स्थिति को परिभाषित करने के लिए विभिन्न विषयों पर अपनी जानकारी साझा करेंगे और 2047 तक तय किए गए लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए लिए रोडमैप पर अपनी बात कहेंगे.
कैसा रहेगा कार्यक्रम का ब्यौरा?
सेमिनार का विवरण साझा करते हुए उन्होंने कहा कि इसमें दो तकनीकी सत्र होंगे. इसमें पहला 'तकनीकी सत्र - 1' 2047 के लिए गुजरात का दृष्टिकोण होगा इसमें स्वास्थ्य, शिक्षा और ‘नारी शक्ति’ पर ध्यान देने के साथ ‘अच्छी तरह से रहना’ पर एक पैनल चर्चा होगी. तकनीकी सत्र - 2 में 2047 के लिए गुजरात के विजन पर एक पैनल चर्चा होगी: इसका विषय ‘अच्छी कमाई’ जिसमें 3.5 ट्रिलियन डॉलर की राज्य अर्थव्यवस्था, कृषि और संबद्ध क्षेत्रों के लिए गुंजाइश, भविष्य के लिए उद्योगों और सेवाओं और एक मजबूत निर्माण पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा. इसके साथ ही नीति आयोग के सीईओ बी.वी.आर. सुब्रमण्यम, क्षमता निर्माण आयोग के अध्यक्ष आदिल जैनुलभाई, यूनिसेफ के भारत प्रतिनिधि सिंथिया मैककैफ्रे, मान देशी बैंक की संस्थापक और अध्यक्ष चेतना गाला सिन्हा, जन्मेजय सिन्हा जैसे प्रतिष्ठित वक्ता भी मौजूद थे. बीसीजी इंडिया के अध्यक्ष, एमडी और वरिष्ठ भागीदार और नीति आयोग के सदस्य प्रोफेसर रमेश चंद सेमिनार को संबोधित करेंगे.
क्या होगा गुजरात का रोडमैप?
राकेश शंकर ने कहा , 'विकसित गुजरात के माध्यम से, हम एक ऐसे भविष्य की कल्पना करते हैं जहां हर नागरिक एक ‘मूल्यवान’ और ‘मूल्यवान’ समाज के ढांचे के भीतर ‘अच्छी तरह से जीएगा’ और ‘अच्छी कमाई’ करेगा. ये दो आयाम नागरिकों और राज्य के सामाजिक और आर्थिक विकास को शामिल करते हैं. उन्होंने यह साझा करते हुए निष्कर्ष निकाला कि यह सेमिनार विचारों का एक मिश्रण बनने के लिए तैयार है, जिसमें प्रमुख राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय नेताओं, सरकारी दिग्गजों और गुजरात के अन्य प्रमुख प्रमुख हितधारकों की एक सभा शामिल होगी. उनकी सामूहिक अंतर्दृष्टि 2047 में विकसित भारत की ओर गुजरात की यात्रा के लिए एक रणनीतिक खाका तैयार करने में महत्वपूर्ण होगी. उन्होंने सभी संबंधित हितधारकों, उद्योग विशेषज्ञों और नीति निर्माताओं को इस प्रभावशाली सत्र में शामिल होने के लिए हार्दिक निमंत्रण दिया.
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