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पेट्रोल 2 रुपए सस्ता: इस कटौती को क्या नाम दें - ऊंट के मुंह में जीरा या राई जैसी राहत
लंबे इंतजार के बाद पेट्रोल-डीजल के दामों में कटौती तो हुई है, लेकिन उतनी नहीं जितनी उम्मीद की जा रही थी.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 month ago
लोकसभा चुनाव (Loksabha Election) से पहले आम जनता को सस्ते पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel) का तोहफा जरूर मिला है, लेकिन वैसा नहीं जैसे कि उम्मीद की जा रही थी. ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने करीब 22 महीने के इंतजार के बाद पेट्रोल-डीजल के दाम में महज 2 रुपए की कटौती की है. कुछ वक्त पहले जिस तरह से पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ाए गए थे, उसके अनुपात में यह राहत ऊंट के मुंह में जीरा के समान है. माना जा रहा था कि चुनावी मौसम में तेल की कीमत 10 रुपए तक कम हो सकती हैं. कुछ रिपोर्ट्स में दावा भी किया गया था कि पेट्रोल-डीजल 10 रुपए तक सस्ता हो सकता है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
2022 से नहीं बदली थी कीमत
पेट्रोल और डीजल की कीमतें मई 2022 से नहीं बदली थीं. पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के समय भी उम्मीद की जा रही थी कि पेट्रोल सस्ता होगा, लेकिन कंपनियों ने ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया और न ही सरकार ने अपने स्तर पर कोई कदम उठाया. ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने कच्चे तेल की चढ़ती कीमतों का हवाला देकर मई 2022 से पहले पेट्रोल-डीजल के दामों में लगातार वृद्धि की, जिसके चलते इनकी कीमत आसमान पर पहुंच गई. अब महज 2 रुपए कम करना राहत से ज्यादा छलावा प्रतीत हो रहा है.
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कंपनियों ने खूब भर ली जेब
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सरकारी तेल विपणन कंपनियों ने जनवरी 2024 में पेट्रोल पर 11 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर 6 रुपए प्रति लीटर का मुनाफा कमाया है. हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड यानी HPCL को जुलाई-सितंबर तिमाही में 5826.96 करोड़ का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट हुआ था. कच्चे तेल की कम कीमत और हायर ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन (GRM) की वजह से मुनाफे में यह उछाल आया था. जबकि भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (BPCL) ने सितंबर-2023 तिमाही में 8244 करोड़ रुपए का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट कमाया था. ऐसे में इन पर पेट्रोल-डीजल के दाम घटाने का दबाव बढ़ रहा था. इन तेल कंपनियों की देश में बिकने वाले कुल पेट्रोल-डीजल की बाजार हिस्सेदारी करीब 90 प्रतिशत है.
इतने का किया गया था दावा
इस साल की शुरुआत में आई मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया था कि ऑयल मार्केटिंग कंपनियां पेट्रोल-डीजल की कीमतें 5 से 10 रुपए घटा सकती हैं. रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से बताया गया था कि तीनों सरकारी कंपनियों को वित्त वर्ष 2023-24 की पहली छमाही में अच्छा-खासा मुनाफा हुआ है. इसमें वित्त वर्ष 2022-23 के मुकाबले करीब 4917% का इजाफा देखने को मिला है. तीसरी तिमाही में भी कंपनियों के प्रॉफिट में लंबी छलांग की उम्मीद की जा रही है. लिहाजा, पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 5 से 10 रुपए प्रति लीटर की कटौती की जा सकती है.
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