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FPO वापस लेने को लेकर अडानी के पूर्व वकील हरीश साल्वे ने कही दिलचस्प बात, जानिए क्या कहा
हरीश साल्वे ने कहा कि हमारे पास हिंडनबर्ग से निपटने के लिए कानूनी ढांचा नहीं है. इससे पहले अडानी समूह की 9 कंपनियों ने दलाल स्ट्रीट में मार्केट कैप में 107 अरब डॉलर गंवाए हैं.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
अडानी ग्रुप के अपने FPO को वापस लेने के बाद अलग-अलग लोगों की प्रतिक्रिया सामने आ रही है. अडानी ग्रुप बनाम हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट के सामने आने के बाद हुए बड़े बदलावों को लेकर अब गौतम अडानी के पूर्व वकील हरीश साल्वे ने जो बयान दिया है वो दिलचस्प है. उन्होंने कहा कि गौतम अडानी ने अपना FPO वापस लेकर कमाल का काम किया है. ये टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब अडानी ग्रुप US-आधारित शॉर्ट-सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की डरावनी रिपोर्ट के कारण अपने शेयरों में गिरावट से जूझ रहा है.
क्या बोले हरीश साल्वे
पोर्ट-टू-एनर्जी और अडानी समूह के अध्यक्ष गौतम अडानी के पूर्व वकील और भारत के पूर्व सॉलिसिटर जनरल हरीश साल्वे ने कहा कि संकटग्रस्त अडानी समूह के 20,000 करोड़ रुपये के FPO ऑफर जिसे पूरी तरह से सब्सक्राइब किया गया था, को वापस लेने का जो निर्णय लिया है, वो एक अच्छा निर्णय है. कंपनी ने अपने निवेशकों को उनका पैसा भी वापस वापस करने का निर्णय लिया है. उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब अडानी समूह के शेयरों में अगले कुछ हफ्तों तक गिरावट जारी रहेगी ऐसे में खुदरा निवेशकों को नुकसान नहीं होना चाहिए. साल्वे की टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब अडानी समूह अमेरिका स्थित शॉर्ट-सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की खराब रिपोर्ट के कारण अपने शेयरों में गिरावट से जूझ रहा है.
जांच होगी और फिर विश्वास बहाल हो जाएगा
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार साल्वे ने कहा कि अडानी ने एफपीओ को वापस लेकर एक अद्भुत काम किया है. क्योंकि खुदरा निवेशक को नुकसान नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगले कुछ हफ्तों में शेयर में गिरावट आएगी. उनकी कंपनी इसे नियंत्रित करने की कोशिश करेगी, लेकिन शेयरों में गिरावट आएगी. उन्होंने कहा कि इस बीच अगर हिंडनबर्ग इससे दूर हो जाता है तो जो भी आरोप लगे हैं उनकी जांच की जाएगी और इसके बाद बाजार में विश्वास फिर से पैदा हो जाएगा.
उन्होंने कहा कि जब तक बाजार अस्थिर स्थिति में रहता है, तब तक विश्वास में कमी होती रहेगी. उन्होंने कहा कि किसी भी कंपनी को प्रतिष्ठा और विश्वास बनाने में जीवन भर लग जाता है, और इसे नष्ट करने में एक क्षण भी नहीं लगता है.
कंपनी ने लिया था एफपीओ वापस लेने का निर्णय
इससे पहले गौतम अडानी ने घोषणा की कि कंपनी बोर्ड ने महसूस किया कि बजट के दिन बाजार में उतार-चढ़ाव के कारण 20,000 करोड़ रुपये के FPO के मुद्दे पर आगे बढ़ना नैतिक रूप से सही नहीं था. उन्होंने कहा कि निवेशकों का हित सर्वोपरि है और बाकी सब उसके बाद आता है. उन्होंने कहा, 'पूरी तरह से सब्सक्राइब्ड FPO के बाद इसे वापस लेने का फैसला कई लोगों को चौंका देता. लेकिन कल देखे गए बाजार की अस्थिरता को देखते हुए, बोर्ड ने मजबूती से ये महसूस किया कि FPO के साथ आगे बढ़ना नैतिक रूप से सही नहीं होगा.
साल्वे ने हिंडनबर्ग को लेकर क्या कहा
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार साल्वे ने अमेरिका स्थित शॉर्ट-सेलिंग फर्म पर भी चुटकी ली और कहा कि कुछ लोग इस तरह के आरोप लगाकर पैसा कमाना पसंद करते हैं. उन्होंने आगे कहा कि अगर समूह हर्जाने के लिए हिंडनबर्ग पर मुकदमा करता है तो गौतम अडानी के पोते केस लड़ेंगे.
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