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AI से सुरक्षा को लेकर जारी चिंताओं के बीच Sam Altman ने सुझाया उपाय, ऐसी बने संस्था
जैसे परमाण ऊर्जा कार्यक्रम पर नजर रखने के लिए IAEA जैसी संस्था का निर्माण किया गया है उसी तरह की संस्था एआई जैसे कार्यक्रम के लिए भी चाहिए.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 4 months ago
दुनियाभर में एआई का तेजी से प्रसार हो रहा है तो हर कंपनी आने वाले समय में इसमें करोड़ों का निवेश कर रही है. एक ओर जहां इसके विकास को लेकर पूरी दुनिया आशान्वित हैं तो वहीं दूसरी ओर इससे सुरक्षा को लेकर भी सभी आशंकित हैं. ऐसे में ओपन एआई के प्रमुख सैम ऑल्टमैन ने इससे सुरक्षा को लेकर एक उपाय सुझाया है. उन्होंने बिल गेट्स के साथ एक पॉडकास्ट में चर्चा के दौरान कहा कि एआई से सुरक्षा के लिए IAEA (international Atomic Energy Agency) जैसी संस्था बनाए जाने की जरूरत है.
बिल गेट्स के साथ पॉडकास्ट में कही ये बात
सैम ऑल्टमैन, गेट्स फाउंडेशन के प्रमुख बिल गेट्स के साथ बातचीत कर रहे थे, जिसमें उन्होंने कहा कि एआई से होने वाले बदलावों और ग्लोबल असर के लिए आईएईए जैसी संस्था को बनाया जाना चाहिए. जो इस पर पूरी तरह से नजर रखे. इस चर्चा में बिल गेट्स ने समूची दुनिया में ध्रुवीकरण जैसे मुद्दों को लेकर बात करते हुए कहा कि लोकतंत्र के संरक्षण में एआई की अहम भूमिका है. उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि दुनिया भर में शांति स्थापित करने में एआई अहम भूमिका निभा सकता है.
AI रेग्यूलेशन को लेकर हो रही है चर्चा
दुनिया भर में तेजी से हो रहे एआई के प्रसार के बीच बिल गेट्स और सैम ऑल्टमैन ऐसे शख्स हैं जो अमेरिकी सरकार के कई सीनेटर के साथ मिलकर एआई रेग्यूलेशन को लेकर काम कर रहे हैं. इस पॉडकास्ट में दोनों लोगों के बीच एआई के रेग्यूलेशन को लेकर विस्तार से चर्चा हुई. सैम ऑल्टमैन ने इस बात को लेकर भी आशा जताई है कि एआई कंप्यूटर आने वाले समय में कंप्यूटेशनल क्षमताओं में तेजी से विकास करेगा. उन्होंने कहा कि जहां तक हम लोग सोच रहे हैं कि एआई की शक्तियों का विकास हो सकता है तो दुनिया की भू राजनीति को बड़े स्तर पर प्रभावित करने वाला है.
क्या करेगी IAEA जैसी संस्था?
सैम ऑल्टमैन ने IAEA जैसी संस्था के विस्तार पर अपनी बात रखते हुए कहा कि जैसे परमाणु ऊर्जा से पूरी दुनिया प्रभावित हो सकती है तो उसके लिए आईएईए बनाया गया है वैसी एक संस्था की आवश्यकता एआई जैसे शक्तिशाली कार्यक्रम के लिए भी है. जो इसमें होने वाले विकास पर पूरी तरह से नजर रखे. उन्होंने कहा कि अगर ऐसी कोई संस्था होगी तो उससे खतरा कम हो पाएगा.
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