होम / बिजनेस / 'Happy Organizations बनने के लिए हमेशा इन 5 बातों पर फोकस करें'
'Happy Organizations बनने के लिए हमेशा इन 5 बातों पर फोकस करें'
किसी भी ऑर्गेनाइजेशन को हमेशा यह बात ध्यान रखनी चाहिए कि उनका सबसे पहला कस्टमर उनका एम्प्लॉई है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
"दुख एक तमन्ना का, और न कोई बात है
तमन्ना मिट जाए, तो सुख हाथों हाथ है
तमन्ना एक कारण है, करे जीव पाप है
तमन्ना मिट जाए, तो पाप नहीं आप है"
BW People के The Happiest Workplaces Summit and Award में वेदांता लिमिटेड के डिप्टी चीफ HR ऑफिसर प्रवीण पुरोहित द्वारा कही गईं ये पंक्तियां किसी भी Workplace को Happy बनाने के लिए बहुत कुछ इशारा करती हैं. इस इवेंट में प्रवीण पुरोहित ने किसी ऑर्गेनाइजेशन को काम करने के लिए बेस्ट ऑर्गेनाइजेशन बनाने के लिए 5 बातों पर फोकस करने के लिए कहा.
उन्होंने कहा कि किसी भी ऑर्गेनाइजेशन को हमेशा यह बात ध्यान रखनी चाहिए कि उनका सबसे पहला कस्टमर उनका एम्प्लॉई है. इसलिए वो कभी नाराज नहीं होना चाहिए और उसके लिए किसी भी ऑर्गेनाइजेशन को इन 5 बातों पर फोकस करना चाहिए.
1. Support Nation Building
प्रवीण पुरोहित ने कहा कि किसी भी ऑर्गेनाइजेशन के ग्रोथ में उसके हर एक एम्प्लॉई का हाथ होता है, इसलिए हमेशा उसका सम्मान करें. उन्होंने कहा कि यदि आपके ऑर्गेनाइजेशन का माइंडसेट तय है कि हम फास्ट ग्रोथ ओरिएंटेड ऑर्गेनाइजेशन हैं और लोकल, स्टेट और नेशनल लेवल के एजेंडा को ध्यान में रखकर काम करते हैं तो विश्वास करें कि लोग आपके ऑर्गेनाइजेशन के साथ जुड़ना पसंद करेंगे. आपके साथ काम करना चाहेंगे, बस ग्रोथ का माइंडसेट साफ होना चाहिए.
2. Leadership from within
प्रवीण पुरोहित ने कहा कि जब भी कोई व्यक्ति किसी ऑर्गेनाइजेशन को ज्वॉइन करता है तो उसे तरक्की करने की उम्मीद रहती है, इसलिए आप ऑर्गेनाइजेशन के अंदर से लीडरशिप तैयार करें. इससे एम्प्लॉइज के बीच एक विश्वास पैदा होता है. युवाओं को भी उच्च पद पर बैठाइए, उन्हें मौका दीजिए. अपने एम्प्लॉइज को फैसला लेने की छूट दीजिए. वेदांता में ऐसा करके हमने माइलस्टोन हासिल किया है.
3. Differentiate, Reward and Recognition
वेदांता लिमिटेड के डिप्टी चीफ HR ऑफिसर प्रवीण पुरोहित ने कहा कि आप एम्प्लॉइज को रिवार्ड दीजिए. उनके आइडिएशन की सराहना कीजिए. उनके काम को पहचानकर उन्हें प्रोत्साहित कीजिए. ये सुनने में जरूर आसान लग रहा होगा, लेकिन वास्तविकता में इतना आसान नहीं होता. लोगों को रिवॉर्ड देना कतई आसान काम नहीं है, लेकिन यदि आप ऐसा करेंगे तो आप एक Happy Workplace बना सकते हैं. हाई परफॉर्मेंस ऑर्गेनाइजेशन के लिए तो यह बहुत जरूरी है.
4. Diversity, Equity and Inclusion
प्रवीण पुरोहित ने कहा, "हम कश्मीर से कन्याकुमारी तक काम करते हैं. हम अलग-अलग लोगों के साथ काम करते हैं. उनके आइडिया और सजेशंस की वैल्यू करते हैं. इसे आप कभी नजरअंदाज नहीं करें. वैल्यू करने से लोगों की आपपर भरोसा बढ़ता है." उन्होंने कहा कि आज के युवा डिजिटल और टेक्नोलॉजी में बहुत अच्छे हैं. यदि हम उन्हें उनके इंटरेस्ट के अनुसार प्रोजेक्ट दें तो वे खुश भी रहेंगे और ऑर्गेनाइजेशन का ग्रोथ भी होगा.
5. Quality of Life
किसी भी ऑर्गेनाइजेशन के लिए Quality of Life बहुत महत्वपूर्ण है. प्रवीण पुरोहित ने इस बात को स्वीकार करते हुए कहते हैं कि इसे इग्नोर नहीं किया जा सकता. यदि आप अपने साथ जुड़े व्यक्ति का ख्याल रखेंगे तो यकीन मानिए, वो आपका साथ कभी नहीं छोड़ेगा. उन्होंने कहा, "हमारे चेयरमैन अनिल अग्रवाल का साफ कहना है कि हमारे लिए, हमारे एंप्ल्वॉई और उनकी फैमिली का ख्याल रखना महत्वपूर्ण तो है ही, हमारे बिजनेस पार्टनर्स का भी ध्यान रखना उतना ही जरूरी है. हमें उनके लिए भी बहुत कुछ करते रहना है. कोविड के बुरे दौर में हमने सभी का पूरा ध्यान रखा, इसलिए Happy Workplace के रूप में जाने जाते हैं."
टैग्स