होम / बिजनेस / अब Jio Financial Services में मजबूत होगा निवेशकों का विश्वास!
अब Jio Financial Services में मजबूत होगा निवेशकों का विश्वास!
रिलायंस ने हाल ही में अपने फाइनेंशियल कारोबार को अलग किया था, जिससे जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड अस्तित्व में आई.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 8 months ago
जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (Jio Financial Services- JFSL) में LIC के बाद मोतीलाल ओसवाल म्यूचुअल फंड (Motilal Oswal Mutual Fund) ने भी भरोसा जताया है. इस फंड ने कंपनी के 3.72 करोड़ शेयर खरीदे हैं. जियो फाइनेंशियल की इसी हफ्ते शेयर बाजार में लिस्टिंग हुई थी. लिस्टिंग के साथ ही कंपनी का शेयर लोअर सर्किट के भंवर में फंस गया था. 4 दिन तक लगातार जियो फाइनेंशियल के शेयर 5 प्रतिशत के लोअर सर्किट में फंसे रहे, शुक्रवार को इनमें तेजी दर्ज की गई. सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन मुकेश अंबानी की इस कंपनी का शेयर करीब 4 फीसदी के उछाल के साथ 221.60 रुपए पर बंद हुआ.
इतने करोड़ में हुई डील
जियो फाइनेंशियल सर्विसेज में पहले LIC और अब मोतीलाल ओसवाल म्यूचुअल फंड (Motilal Oswal Mutual Fund) के इन्वेस्टमेंट से आम निवेशकों में विश्वास जागेगा. लगातार खराब शुरुआत के बाद सामान्य निवेशक जियो फाइनेंशियल में निवेश को लेकर आशंकित थे. मोतीलाल ओसवाल म्यूचुअल फंड ने ओपन मार्केट के जरिए कंपनी की 3.72 करोड़ शेयर खरीदे हैं और इसके लिए 754 करोड़ रुपए का भुगतान किया है. इस प्रकार, रिलायंस की इस कंपनी में मोतीलाल ओसवाल की हिस्सेदारी 0.6 प्रतिशत हो गई है.
LIC को ऐसी मिली हिस्सेदारी
इससे पहले, देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी जीवन बीमा निगम (LIC) ने जियो फाइनेंशियल सर्विसेज (JFSL) में 6.66% हिस्सेदारी हासिल की थी. जियो फाइनेंशियल के अलावा 30 जून तक LIC के पास रिलायंस की भी 6.49 फीसदी हिस्सेदारी है. LIC ने डीमर्जर प्रोसेस के जरिए JFSL में स्टेक हासिल किया है. बता दने कि LIC ने गौतम अडानी की कंपनियों में भी बड़ा निवेश किया हुआ है. अडानी पोर्ट्स में LIC का 14,463 करोड़, अडानी एंटरप्राइजेज में 12782 करोड़, अंबुजा सीमेंट में 5337 करोड़ रुपए, ACC में 2189 और अडानी ग्रीन एनर्जी में उसने 2123 करोड़ रुपए का निवेश किया है. माना जा रहा है कि LIC और मोतीलाल ओसवाल म्यूचुअल फंड के JFSL में निवेश से कंपनी को सामान्य निवेशकों में विश्वास जागृत करने में मदद मिलेगी.
क्यों आ रही थी गिरावट?
बाजार पर नजर रखने वालों का मानना है कि इंस्टीट्यूशनल और पैसिव फंड्स की भारी बिकवाली के कारण जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के शेयरों में गिरावट आई थी. बता दें कि रिलायंस इंडस्ट्रीज की 28 अगस्त को AGM होनी है, इसमें कंपनी के चेयरमैन मुकेश अंबानी कई घोषणाएं कर सकते हैं. AGM में ही जियो फाइनेंशियल की बिजनेस स्ट्रैटजी का खुलासा भी हो सकता है. इस वार्षिक आम बैठक के बाद कंपनी के शेयरों का रुख क्या रहता है, ये देखने वाली बात होगी.
टैग्स