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हिंडनबर्ग मुद्दे के बाद अडानी मसले को लेकर LIC चेयरमैन ने कही ये अहम बात
LIC के अध्यक्ष एम आर कुमार ने कहा कि एलआईसी अगले 7 से 10 दिनों में पूरे अडानी-हिंडनबर्ग मुद्दे के प्रभाव को जानने के लिए अडानी समूह के साथ संपर्क करेगी.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
हिंडनबर्ग मामले के सामने आने के बाद अडानी के नुकसान पर तो चर्चा हो रही है लेकिन दो कंपनियां ऐसी हैं जिनकी बड़ी रकम पर खतरे की बात कही जा रही है. इनमें एक है एलआईसी और दूसरी है एसबीआई. अब इसी को लेकर एलआईसी के चेयरमैन ने एक अहम बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि वो इस मामले को लेकर जल्द ही अडानी प्रबंधन से मिलने जा रहे हैं, जिससे इस मसले पर पूरी जानकारी ली जा सके. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार LIC के चेयरमैन एमआर कुमार ने कहा कि कंपनी का प्रबंधन जल्द ही अडानी समूह के शीर्ष प्रबंधन से मुलाकात करेगा और संकट की गहराई और उसकी बेहतर समझ की तलाश करेगा.
अगले एक सप्ताह के भीतर होगी मुलाकात
हिंडनबर्ग मामला सामने आने के बाद एलआईसी को भी बड़े नुकसान की बात कही जा रही है. एक मीडिया संस्थान से साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि एलआईसी अगले 7 से 10 दिनों में पूरे अडानी-हिंडनबर्ग मुद्दे का अवलोकन करने के लिए अडानी समूह के साथ संपर्क करेगी. उन्होंने कहा कि कंपनी जल्द ही अडानी समूह के शीर्ष प्रबंधन से संपर्क करेगी ताकि हाल की घटनाओं से जुड़े पूरे मामले को बेहतर तरीके से समझा जा सके. एक हफ्ते या 10 दिनों में, हमारी निवेश टीम और अन्य अधिकारी उनसे मिलेंगे और स्थिति के लिए भविष्य की योजनाओं पर चर्चा करेंगे.
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में लगे हैं कई आरोप
अमेरिका स्थित शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च ने गौतम अडानी के नेतृत्व वाले समूह पर स्टॉक हेरफेर, राउंड-ट्रिपिंग के लिए शेल कंपनियों को चलाने और कॉरपोरेट गवर्नेंस प्रथाओं का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया था. रिपोर्ट के सार्वजनिक होने के बाद से अडानी समूह की फर्मों के शेयरों में एलआईसी का निवेश जांच के दायरे में आ गया है. विपक्षी दलों ने दावा किया कि एलआईसी और एसबीआई का अडानी समूह के शेयरों में ओवरएक्सपोजर एक बड़ा घोटाला है. जब से ये मामला सामने आया है तब से इसे लेकर इस मुद्दे ने संसद को भी हिला दिया है.
सभी पॉलिसीधारकों का पैसा सुरक्षित है
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट सामने आने के बाद लगातार ये कहा जा रहा है कि एलआईसी का पैसा अडानी की कंपनियों की कीमत गिरने के कारण खराब स्थिति में है. इसे लेकर एलआईसी चेयरमैन एम कुमार ने भरोसा दिलाया कि किसी भी पॉलिसीधारकों और शेयरधारकों का निवेशित पैसा सुरक्षित पूरी तरह से है. मैं शेयरधारकों और पॉलिसीधारकों को बताना चाहूंगा कि चिंता की कोई बात नहीं है. पॉलिसीधारकों, शेयरधारकों के लिए 1 प्रतिशत भी जोखिम नहीं है. निवेश पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. उन्होंने कहा कि यह इतनी बड़ी बात नहीं है. यह समुद्र में सिर्फ कुछ बूंद जैसा है,
हिंडनबर्ग रिपोर्ट प्रकाशित होने के एक हफ्ते बाद, जिसके कारण शेयर बाजार में अडानी समूह के शेयरों की भारी बिक्री हुई, एलआईसी ने एक बयान जारी किया और स्पष्ट किया कि राज्य के बीमाकर्ता ने अडानी समूह की कंपनियों में 36,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है. अडानी समूह की सभी कंपनियों के तहत पिछले कई वर्षों में खरीदी गई इक्विटी का कुल खरीद मूल्य 36,000 करोड़ रुपये से अधिक था और 27 जनवरी को उसका बाजार मूल्य 56,142 करोड़ रुपये था.
हाल ही में आए हैं एलआईसी के नतीजे
इससे पहले गुरुवार को LIC ने अपने Q3 परिणामों में 31 दिसंबर, 2022 को समाप्त हुई तिमाही के लिए 6,334 करोड़ रुपये के शुद्ध लाभ में कई गुना वृद्धि दर्ज की, जबकि एक साल पहले की अवधि में यह 235 करोड़ रुपये थी. सरकार के स्वामित्व वाली बीमा कंपनी ने कहा कि उसने अपनी लेखा नीति में बदलाव के कारण लाभ को पहचाना है. Q3 FY22 में 97,620 करोड़ रुपये की तुलना में Q3FY23 में बीमाकर्ता की शुद्ध प्रीमियम आय 15 प्रतिशत बढ़कर 1.1 लाख करोड़ रुपये हो गई.
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