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Elon Musk की बेकरारी देखकर सरकार भी दिखाएगी नरमी, Tesla की एंट्री लगभग तय!
मीडिया रिपोर्ट्स में एक अधिकारी के हवाले से बताया गया है कि सरकार टेस्ला के प्रपोजल में दिलचस्पी दिखा रही है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 8 months ago
टेस्ला (Tesla) को भारत लाने की Elon Musk की बेकरारी को देखते हुए मोदी सरकार (Modi Government) कुछ नरमी दिखा सकती है. माना जा रहा है कि सरकार ऑटो कंपनियों को इम्पोर्ट टैक्स में छूट देने पर विचार कर रही है. टेस्ला ने भी सरकार से यही मांग की थी. यदि ऐसा होता है, तो Elon Musk की मुराद पूरी हो जाएगी, लेकिन इससे टाटा और महिंद्रा जैसी स्वदेशी कंपनियों के बाजार पर असर जरूर पड़ सकता है, क्योंकि उनके लिए प्रतियोगिता बढ़ जाएगी.
नई EV पॉलिसी पर काम
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मोदी सरकार एक नई इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी पर काम कर रही है. इसके तहत ऐसी ऑटो कंपनियों को इम्पोर्ट टैक्स में छूट दी जा सकती है, जो देश में कुछ मैन्युफैक्चरिंग करती हैं. नई नीति के तहत पूरी तरह विदेश में बनी कारों के आयात पर इम्पोर्ट ड्यूटी 100% से घटाकर 15% की जा सकती है. मौजूदा व्यवस्था के अनुसार 40,000 डॉलर से ज्यादा कीमत वाली कारों के आयात पर 100 प्रतिशत और बाकी कारों पर 70 प्रतिशत इम्पोर्ट ड्यूटी लगती है. Tesla की बेस्ट सेलिंग कार Y है, जिसकी यूएस में कीमत 47,740 डॉलर है. यानी उसे भारत लाने के लिए Elon Musk को 100 के बजाए केवल 15% आयात टैक्स ही देना होगा.
कीमत में आएगी गिरावट
रिपोर्ट्स में एक अधिकारी के हवाले से बताया गया है कि सरकार टेस्ला के प्रपोजल में दिलचस्पी दिखा रही है. यदि सरकार नई पॉलिसी अमल में लाती है, तो इससे देश में विदेशों से इम्पोर्ट की गई EV कारों की कीमत में भारी गिरावट आना निश्चित है. इससे दूसरी विदेशी ऑटो कंपनियां के लिए भी भारत आना आसान हो जाएगा. मौजूदा समय में कई विदेशी कंपनियां अपनी EV कारों को इसलिए भारत नहीं ला रहीं, क्योंकि इम्पोर्ट टैक्स के चलते उनकी कारों की कीमत काफी ज्यादा हो जाएगी और इस वजह से उन्हें खरीदार नहीं मिलेंगे. बता दें कि भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा कार बाजार है, लेकिन हमारे यहां EV कारों की सेल महज 2 प्रतिशत है.
Tesla ने दिया ये आश्वासन!
Elon Musk काफी लंबे समय से टेस्ला को भारत लाने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने 2021 में भारत में एंट्री की कोशिश की थी, इलेक्ट्रिक कारों पर इम्पोर्ट टैक्स की दर से उनके पैर उखड़ गए. सरकार ने दो-टूक शब्दों में कहा था कि टेस्ला को पहले भारत में मैन्युफैक्चरिंग का वादा करना होगा, उसके बाद इम्पोर्ट ड्यूटी में कमी पर विचार किया जाएगा. इसके बाद यह मामला लगभग अटक गया था, लेकिन इसी साल जून में Elon Musk की अमेरिका में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद टेस्ला की भारत में एंट्री की बातें फिर शुरू हो गईं. बताया जा रहा है कि टेस्ला ने सरकार को आश्वासन दिया है कि 2030 तक भारत में उसकी फैक्ट्री पूरी क्षमता के साथ काम करना शुरू कर सकती है.
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