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अब जानवरों से नहीं टकराएगी वंदे भारत, रेलवे ने निकाला तरीका
रेलवे वंदे भारत की सुरक्षा के लिए दीवार बनाने जा रहा है, जिससे आने वाले समय में इस ट्रेन के साथ कोई हादसा नहीं होगा. ये रेलवे का पायलट प्रोजेक्ट है अगर सफल हुआ तो इसे आगे भी बढ़ाया जा सकता है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
वंदे भारत ट्रेन के साथ लगातार हो रहे हादसों को रेलवे गंभीरता से लिया है. कई हादसे होने के बाद अब भारतीय रेलवे वंदे भारत ट्रेन की सुरक्षा के लिए दीवार बनाने जा रहा है. दीवार किस तरह की होगी इसके लिए इन दिनों रेलवे में विमर्श चल रहा है. जो जल्द ही फाइनल हो जाएगा.रेलवे की योजना है कि पहले चरण में वो 1000 किमी की दीवार बनाएगा अगर वो प्लान कामयाब हो जाता है तो ऐसे में इसे और आगे बढ़ाया जाएगा.
रेलवे को मिले हैं दो डिजाइन
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि इस दीवार के लिए उनके पास दो डिजाइन आए हैं. इन डिजाइनों को रेलवे के अधिकारियों ने लंबी रिसर्च के बाद हर पहलू से देखा है. इसमें कई तकनीकी एक्सपर्ट की भी मदद ली गई है. जिससे अगर दीवार बने तो वो ज्यादा सफल हो इसके लिए भी सोचा गया है. सबसे दिलचस्प बात ये है कि ये सारे काम रेलवे वंदे भारत ट्रेन के जानवरों से टकराने की घटना के बाद उठा रहा है.
पहले चरण में बनेगी 1000 किलोमीटर की दीवार
रेलवे वंदे भारत ट्रेन के सफल संचालन के लिए पहले चरण में 1000 किमी की दीवार बनाने जा रहा है. रेलवे का मानना है कि तीन से चार महीने में 1000 किलोमीटर की दीवार बनाने का काम पूरा कर लिया जाएगा. जिसके बाद अगले कुछ महीनों तक इसका ट्रायल देखा जाएगा. अगर ये सफल हुआ तो इसके बाद इस पर आगे विचार किया जाएगा.
अब तक तीन बार टकरा चुकी है वंदे भारत
गांधीनगर से मुंबई के लिए चलने वाली वंदे भारत ट्रेन अभी तक तीन बार जानवरों से टकरा चुकी है. जिसके कारण एक बार तो इसका नोज हेड भी क्षतिग्रस्त हो गया था. अब तक जितने भी हादसे हुए हैं वो इसी ट्रेन के साथ हुए हैं. जबकि मौजूदा समय में पांच लाइनों पर वंदे भारत चल रही है. बाकी किसी भी लाइन में ऐसी कोई समस्या नहीं आई है.
जानवरों की समस्या सभी जगह
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि जानवरों के ट्रेन से टकराने की जो समस्या है वो एक बड़ी समस्या है. इस समस्या के स्थाई हल को निकालने के लिए ये प्रयास किया जा रहा है. अगर ये 1000 किमी का ट्रायल सफल रहता है तो ऐसे में रेलवे इस पर दूरगामी योजना बनाने पर भी सोच सकता है. रेलवे के आगे जानवरों के आने के कारण अभी बड़ी संख्या में कई बार ट्रेनों का संचालन धीमा हो जाता है, जिससे हादसों का तो डर रहता ही है साथ ही ट्रेनें भी लेट हो जाती हैं. एक लाइन पर एक ट्रेन के लेट होने के कारण कई बार पीछे की कई ट्रेनें अपनी मंजिल तक पहुंचने में लेट हो जाती हैं. ऐसे में इसे एक बड़े समाधान के तौर पर देखा जाना चाहिए.
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