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चुनावी मौसम में LPG सिलेंडर 200 रुपए सस्ता, फिर भी हर चेहरे पर नहीं आएगी मुस्कान
मोदी सरकार ने रसोई गैस सिलेंडर की कीमत में 200 रुपए की कटौती की है, लेकिन इसका लाभ सभी उपभोक्ताओं को नहीं मिलेगा.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 8 months ago
मौसम चुनावी हो, तो सरकार को जनता की याद आ ही जाती है. यही वजह है कि मोदी सरकार ने रसोई गैस के मुद्दे पर कुछ राहत दी है. हालांकि, राहत हर उस शख्स के लिए नहीं है, जो आसमान पर पहुंच चुके सिलेंडर के दामों से परेशान है. सरकार ने केवल प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत आने वालों के लिए ही सिलेंडर के दामों में 200 रुपए की कटौती का ऐलान किया है.
कुल 400 रुपए का फायदा
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में उज्जवला योजना (Ujjwala Yojana) के लाभार्थियों के लिए सिलेंडर के दामों में 200 रुपए कटौती के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई. सरकार के इस कदम से करीब 10 करोड़ लोगों को फायदा मिलेगा. उज्ज्वला योजना के तहत सरकार पहले से ही 200 रुपए की सब्सिडी दे रही थी. अब इसमें 200 रुपए की अतिरिक्त सब्सिडी मिल गई है, यानी इस योजना के तहत आने वालों को सामान्य लोगों की तुलना में सिलेंडर 400 रुपए मिलेगा. वैसे, घरेलू LPG सिलेंडर की कीमतों में कमी की आस इस योजना के दायरे से बाहर आने वालों को भी थी, लेकिन सरकार ने उन्हें कोई राहत नहीं दी.
केवल इन्हें मिलती है सब्सिडी
मौजूदा वक्त में घरेलू LPG सिलेंडर (14.2 किलो ग्राम) के दाम 1100 रुपए के पार पहुंच चुके हैं. पिछले काफी समय से इसकी कीमतें स्थिर हैं, जबकि कमर्शियल सिलेंडर के दाम कई बार कम हो चुके हैं. इस महीने की पहली तारीख को भी पेट्रोलियम कंपनियों ने कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में 100 रुपए की कटौती की थी. मोदी सरकार ने पिछले साल ही साफ कर दिया था कि रसोई गैस पर सब्सिडी का लाभ सिर्फ उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को मिलेगा. बाकी उपभोक्ताओं को पूरी कीमत चुकानी होगी.
पेट्रोल पर भी मिलेगी राहत?
पेट्रोल और डीजल की कीमतें भी काफी समय से स्थिर बनी हुई हैं. देश के अधिकांश शहरों में पेट्रोल 100 रुपए के पार पहुंच गया है. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में प्रति लीटर पेट्रोल के दाम 108 से ज्यादा हैं. वहीं, पेट्रोल और डीजल की कीमतों में अंतर भी अब काफी कम हो गया है. ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने घाटे के हवाला देते हुए पेट्रोल-डीजल की कीमतों में जमकर इजाफा किया था. कच्चा तेल सस्ता होने के बावजूद कंपनियों ने घरेलू स्तर पर कीमतें बढ़ाना जारी रखा, जिसके वजह से पेट्रोल 100 रुपए के पार पहुंच गया. माना जा रहा है कि LPG सिलेंडर के बाद मोदी सरकार पेट्रोल पर भी जनता को कुछ राहत दे सकती है.
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