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अब नहीं करना होगा और इन्तजार, मात्र 10 सेकंड्स में होगा Immigration पार
काउंसिल और प्रवासी मामलों के सेक्रेटरी औसफ सईद ने पिछले साल बताया था कि, साल 2023 तक भारत में ई-पासपोर्ट्स पूरी तरह से काम करना शुरू कर सकते हैं.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
जेट एयरवे (Jet Airway) के CEO संजीव कपूर ने हाल ही में लन्दन के हीथ्रो एयरपोर्ट (Heathrow Airport) के अपने पॉजिटिव अनुभव को ट्विटर पर साझा किया है. संजीव कपूर ने बताया कि ई-पासपोर्ट कीओस्क (E-enabled passport kiosk) की मदद से उन्होने मात्र 10 सेकंड्स में ही हीथ्रो एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन क्लियर कर लिया.
ट्विटर पर साझा किया अनुभव
जेट एयरवे के CEO ने ट्विटर पर अपना अनुभव साझा करते हुए लिखा – ई-पासपोर्ट: लन्दन हीथ्रो आगमन पर ई-पासपोर्ट कीओस्क की मदद से मात्र 10 सेकंड्स में इमिग्रेशन क्लियर कर लिया. ग्लोबल एंट्री शुरू हो चुकी है? US आगमन पर फेशियल रेकोग्निशन की मदद से मात्र 10 सेकंड्स में इमिग्रेशन क्लियर करें. ब्रिटेन और US में प्रस्थान पर इमिग्रेशन की जरूरत नहीं है. यही सही रास्ता है, डिजिटल!
E-enabled passport: cleared London Heathrow arrivals immigration in 10 seconds thru the e-passport kiosks. Global Entry-enrolled? Clear US arrival immigration in 10 seconds using facial recognition. No departure immigration for UK and US. This is the way to go, Digital!
— Sanjiv Kapoor (@TheSanjivKapoor) March 28, 2023
पूरी तरह ऑटोमेटेड हैं ई-पासपोर्ट्स
अपनी ट्विटर पोस्ट में आगे जोड़ते हुए संजीव कपूर ने लिखा – US ग्लोबल एंटरी भारतीय पासपोर्ट धारकों के लिए भी खुली हुई है. एक व्यक्ति को बस इसमें भाग लेना है और फीस का भुगतान करना है. और मुझे लगता है कि, ई-पासपोर्ट को लेकर भारत में भी बहुत काम किया जा रहा है. ई-पासपोर्ट जैसी सुविधाओं और टेक्नोलॉजी की बदौलत आपको आगमन पर किसी भी इंसान से बातचीत कि जरुरत नहीं है. यह पूरी तरह ऑटोमेटेड है और डिजिटल है. लम्बी लाइनें तब लगती हैं जब आपको एक इमिग्रेशन ऑफिसर के द्वारा प्रोसेस किया जाता है.
भारत में भी शुरू होगा ई-पासपोर्ट
एक इन्टरनेट यूजर ने कमेंट किया कि, किसी भी क्लेम के लिए इंश्योरेंस कंपनियां एंट्री और एग्जिट स्टाम्प मांगती हैं, क्या करें? संजीव कपूर ने इसका जवाब देते हुए कहा - डिजीलॉकर में डिजिटल रिकार्ड्स, इस समस्या का यही सोल्यूशन है. विदेश मंत्रालय में काउंसिल और प्रवासी मामलों के सेक्रेटरी औसफ सईद ने पिछले साल बताया था कि, साल 2023 तक भारत में ई-पासपोर्ट्स पूरी तरह से काम करना शुरू कर सकते हैं.
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