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SEBI की कार्रवाई के खिलाफ सुभाष चंद्रा और पुनीत गोयनका ने SAT से लगाई गुहार
SEBI ने सुभाष चंद्रा और पुनीत गोयनका पर किसी भी सूचीबद्ध कंपनी में निदेशक या प्रमुख प्रबंधकीय पद पर बने रहने पर रोक लगा दी है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 11 months ago
बाजार नियामक सेबी (SEBI) की कार्रवाई के खिलाफ Zee Entertainment Enterprises Ltd (ZEEL) एक्शन मोड में आ गया है. पहले ZEEL के चेयरमैन आर. गोपालन की तरफ से आवश्यक कानूनी कदम उठाने की बात कही गई और इसके कुछ ही देर बाद डॉ. सुभाष चंद्रा और पुनीत गोयनका सेबी के फैसले के खिलाफ प्रतिभूति अपीलीय न्यायाधिकरण (SAT) पहुंच गए.
कोई नोटिस नहीं दिया
चंद्रा और गोयनका की तरफ से न्यायाधिकरण में पेश वरिष्ठ अधिवक्ता वकील ने तर्क दिया कि सेबी की तरफ से कोई कारण बताओ नोटिस जारी नहीं किया गया था. उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में नैसर्गिक न्याय के सिद्धांतों का पालन नहीं किया गया है. प्रतिभूति अपीलीय न्यायाधिकरण ने सुभाष चंद्रा और पुनीत गोयनका का पक्ष सुनने के बाद मामले की सुनवाई के लिए 15 जून की तारीख तय की है. बता दें कि SEBI ने एस्सेल समूह के चेयरमैन सुभाष चंद्रा और जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड (ZEEL) के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ पुनीत गोयनका पर किसी भी सूचीबद्ध कंपनी में निदेशक या प्रमुख प्रबंधकीय पद (केएमपी) पर बने रहने पर रोक लगा दी है.
फंड की हेराफरी का मामला
SEBI ने यह कार्रवाई ZEEL के फंड को दूसरी कंपनियों में लगाए जाने के मामले में दोषी पाए जाने पर की गई है. सेबी के अनुसार, नियमों के कथित उल्लंघन के समय ZEEL के चेयरमैन चंद्रा और निदेशक गोयनका ने अहम प्रबंधकीय पद पर रहते हुए अपनी स्थिति का दुरुपयोग किया और अपने निजी लाभ के लिए कंपनी के फंड दूसरी कंपनियों में लगा दिया. इस कार्रवाई के बाद ZEEL की तरफ से बयान जारी किया गया. ZEEL के चेयरमैन आर. गोपालन ने अपने बयान में कहा कि ZEEL का निदेशक मंडल डॉ. सुभाष चंद्रा और पुनीत गोयनका के संबंध में भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) द्वारा जारी अंतरिम एकपक्षीय आदेश से अवगत है. बोर्ड विस्तृत आदेश की समीक्षा कर रहा है और आवश्यकतानुसार अगला कदम उठाने के लिए उचित कानूनी सलाह मांगी जा रही है.
लाभ के बाद भी गिरे शेयर
सेबी ने अपने अंतरिम आदेश में कहा है कि नियमों के कथित उल्लंघन के समय सुभाष चंद्रा और गोयनका ने अहम प्रबंधकीय पद पर रहते हुए अपनी स्थिति का दुरुपयोग किया. निजी लाभ के लिए ZEEL के फंड को महज दो दिन में ही 13 कंपनियों में लगाया गया. ZEEL के शेयरों का मूल्य 2018-19 में 600 रुपए था. 2022-23 तक यह गिरकर 200 रुपए के करीब आ गया. कंपनी के लाभ में होने के बावजूद शेयर मूल्य में आई गिरावट से पता चलता है कि कंपनी में सब कुछ ठीक नहीं था.
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