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BW People: Narayan Murthy के 70 घंटे वाले बयान पर क्या है एक्सपर्ट्स की राय?
प्रोडक्टिव होने के लिए बिना किसी रुकावट के काम करना ज्यादा बेहतर सोल्यूशन है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 4 months ago
भविष्य के लिए टैलेंट का पालन-पोषण कितना ज्यादा जरूरी है, इस बात से हम सभी परिचित हैं. भविष्य में टैलेंट के बेहतर पालन-पोषण और इस विषय पर एक्सपर्ट्स की राय जानने के लिए BW बिजनेसवर्ल्ड द्वारा आज देश की राजधानी दिल्ली में “भविष्य के लिए टैलेंट को पोषित करने के कॉन्क्लेव’ का आयोजन किया गया था.
सबसे बड़ी क्वालिटी
कार्यक्रम के दौरान अगली जनरेशन को कैसे प्रेरित किया जाए इस मुद्दे पर भी एक्सपर्ट्स से बातचीत की गई. भविष्य के लीडर्स को तैयार करने के लिए पहले ये जान लेना जरूरी है कि आखिर सबसे महत्त्वपूर्ण लीडरशिप क्वालिटी क्या है? इस विषय पर अपने विचार प्रकट करते हुए अडानी एनर्जी सोल्यूशंस में मानव संसाधन के अध्यक्ष, संदीप गौतम कहते हैं कि उनके विचार में सबसे बड़ी लीडरशिप क्वालटी प्रमाणिकता है. उनके अनुसार, यदि कोई व्यक्ति अच्छे पद पर है लेकिन वह सही मायनों में एक लीडर का काम नहीं कर पा रहा है तो वह सही नहीं है और इसीलिए प्रमाणिकता सबसे जरूरी है.
नारायण मूर्ति का बयान
संदीप के साथ-साथ क्लिक्स कैपिटल की CHRO सांत्वना कहती हैं कि उनके विचार में मानसिक चुस्ती बेहद जरूरी क्वालिटी है और इससे लोग विभिन्न इकोसिस्टम में आराम से काम कर पाते हैं. साथ ही ग्रांट थोर्नटन भारत में पार्टनर प्रियंका गुलाटी कहती हैं कि उनके विचार में आपसी सहयोग ही सबसे आवश्यक लीडरशिप क्वालिटी है. कुछ ही महीनों पहले इनफोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति ने एक बयान देते हुए कहा था कि हर व्यक्ति को एक हफ्ते में 70 घंटे तो काम करना ही चाहिए. आइये जानते हैं जब एक्सपर्ट्स से इस मुद्दे पर बात की गई तो उन्होंने क्या कहा?
एक्सपर्ट्स की राय
इस मुद्दे पर अपनी राय रखते हुए वाधवानी ग्लोबल फाउंडेशन के ग्लोबल CHRO गौतम सैनी कहते हैं कि में नारायण मूर्ति जी कि इज्जत करता हूँ लेकिन लोगों को अपनी प्रेरणा और काम के संतुलन के बीच में चयन कर लेना चाहिए. मेरे अनुसार अनुशासन सबसे महत्त्वपूर्ण चीज है और अगर आप काम पूरा कर पा रहे हैं तो काम करने के घंटों से कुछ खास फर्क नहीं पड़ता. दूसरी तरफ प्रियंका गुलाटी कहती हैं कि 8 घंटे काम करके भी भारत की जनसंख्या अन्य देशों जितनी प्रोडक्टिव नहीं है. प्रोडक्टिव होने के लिए बिना किसी रुकावट के काम करना ज्यादा बेहतर सोल्यूशन है.
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