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Divya Dant Manjan को अपना प्रोडक्ट नहीं मानती Patanjali? जानें क्या है पूरा मामला
पतंजलि ने एडवोकेट शाशा जैन के लीगल नोटिस का जवाब दे दिया है. जैन ने इस रिप्लाई की कॉपी अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट की है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 11 months ago
जिस 'दिव्य दंत मंजन' (Divya Dant Manjan) को अब तक लोग 'पतंजलि' (Patanjali) का मानकर इस्तेमाल करते रहे हैं, क्या वो बाबा रामदेव की कंपनी का प्रोडक्ट नहीं है? ये सवाल खड़ा हुआ है कि एक महिला वकील के नोटिस पर 'पतंजलि' की तरफ से दिए गए जवाब से. दरअसल, एडवोकेट शाशा जैन ने पतंजलि के डेंटल केयर प्रोडक्ट में नॉन वेजिटेरियन पदार्थ के इस्तेमाल पर कंपनी को लीगल नोटिस भेजा था. जैन ने आरोप लगाया था कि पतंजलि अपने 'दिव्य दंत मंजन' में 'समुद्र फेन' (कटलफिश) नाम का मांसाहारी पदार्थ यूज करती है. अब पतंजलि ने इस नोटिस का जवाब दिया है.
ट्विटर पर पोस्ट किया रिप्लाई
अपने जवाब में पतंजलि ने एक तरह से 'दिव्य दंत मंजन' को अपना प्रोडक्ट मानने से ही इनकार कर दिया है. एडवोकेट शाशा जैन ने अपने ट्विटर अकाउंट पर पतंजलि के रिप्लाई की कॉपी शेयर की है. कंपनी के वकील की तरफ से भेजे गए इस जवाब में लिखा गया है, 'आपके द्वारा भेजा गया लीगल नोटिस पूरी तरह से भ्रमित करने वाला है. आपने अपने नोटिस में जिस उत्पाद ('दिव्य दंत मंजन') का जिक्र किया है उसे हमारे क्लाइंट (पतंजलि) द्वारा निर्मित नहीं किया जाता'. अब पतंजलि का यह जवाब तो यही दर्शा रहा है कि कंपनी 'दिव्य दंत मंजन' को अपना प्रोडक्ट नहीं मानती.
Received reply to the legal notice sent to Patanjali regarding the use of cuttle fish in 'Divya Dant Manjan'.
— Shasha Jain (@adv_shasha) May 24, 2023
You all will be shocked to know that Patanjali disowned "Divya Dant Manjan" in its reply.
Reply pic.twitter.com/Dqr8iayHYs
भावनाओं को आहत करने वाला
एडवोकेट शाशा जैन ने पतंजलि के रिप्लाई की कॉपी पोस्ट करते हुए लिखा है - 'दिव्य दंत मंजन' में कटल फिश के प्रयोग को लेकर पतंजलि को भेजे गए कानूनी नोटिस का जवाब मिल गया है. आप सभी यह जानकर चौंक जाएंगे कि पतंजलि ने अपने जवाब में दिव्य दंत मंजन को अपना मानने से ही इनकार कर दिया है. बता दें कि इससे पहले शाशा ने 'दिव्य दंत मंजन' और उसमें इस्तेमाल किए जाने वाले इंग्रीडिएंट्स की फोटो भी शेयर की थी शाशा ने कहा था कि यह हमारे समुदाय और अन्य शाकाहारी समुदायों की भावनाओं को आहत करने वाला है. क्योंकि नॉन वेजिटेरियन पदार्थ के इस्तेमाल के बावजूद इस प्रोडक्ट पर ग्रीन यानी वेजिटेरियन लेबल दिया गया है.
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पतंजलि के उत्पादों से की तौबा
शाशा जैन ने कहा था कि दिव्य दंत मंजन में नॉन वेजिटेरियन इंग्रीडिएंट समुद्र फेन का उपयोग और इसकी वेजिटेरियन प्रोडक्ट के रूप में मार्केटिंग और सेलिंग, कंज्यूमर राइट्स और लेबलिंग अधिनियम का उल्लंघन है. उन्होंने यह भी कहा था कि वो सालों से पतंजलि के उत्पाद इस्तेमाल करती आ रही हैं, लेकिन अब वो ऐसा नहीं करेंगी. उन्होंने पतंजलि को नोटिस भेजकर 15 दिनों के अंदर स्पष्टीकरण देने को कहा था. गौरतलब है कि पतंजलि अपने प्रोडक्ट को लेकर पहले भी विवादों में रही है. पिछले साल उत्तराखंड में आयुर्वेदिक और यूनानी सेवा के अधिकारियों ने पतंजलि को 5 दवाओं का उत्पादन रोकने को कहा था.
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