होम / बिजनेस / चुनावी मौसम में क्या घटने वाले हैं Petrol-Diesel के दाम? सामने आया ये बयान
चुनावी मौसम में क्या घटने वाले हैं Petrol-Diesel के दाम? सामने आया ये बयान
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने संकेत दिए हैं कि आने वाले समय में तेल कंपनियां जनता को कुछ राहत दे सकती हैं.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 11 months ago
पेट्रोल-डीजल की कीमतों (Petrol-Diesel Price) में पिछले एक साल से कोई बदलाव नहीं हुआ है. इस दौरान ऐसे कई मौके आए जब कच्चा तेल गोता लगाकर नीचे आया, लेकिन इसके बावजूद तेल कंपनियों ने आम जनता को कोई राहत नहीं दी. देश के अधिकांश शहरों में पेट्रोल शतक लगा चुका है और डीजल भी लगभग उसी स्थिति में है. हालांकि, अब पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने संकेत दिए हैं कि पेट्रोल-डीजल के दामों में कमी हो सकती है. बता दें कि इस साल कुछ राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं और अगले साल लोकसभा के चुनाव हैं. चुनावी मौसम में अक्सर तेल के दाम घट जाते हैं, फिर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जो भी हालात हों.
घाटे की कुछ भरपाई हुई
पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी (Petroleum Minister Hardeep Puri) ने शनिवार को कहा कि यदि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत स्थिर रहती है, तो हमारी तेल कंपनियां उस स्थिति में हैं, जहां से पेट्रोल-डीजल की कीमत कम करने के बारे में सोचा जा सकता है. हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वह इस मुद्दे पर कोई घोषणा करने की स्थिति में नहीं हैं. सिंह ने कहा कि आगे चलकर देखेंगे कि क्या किया जा सकता है. पेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि सरकारी तेल विपणन कंपनियों ने पिछली तिमाही में ‘ठीक’ प्रदर्शन किया है. कंपनियों ने कुछ घाटे की भरपाई कर ली है. तेल कंपनियों ने अपनी कॉरपोरेट जिम्मेदारी बहुत अच्छी तरह निभाई है. हम जैसे आगे बढ़ेंगे, देखेंगे कि क्या किया जा सकता है.
सरकार को जनता का ख्याल
दिल्ली स्थित BJP मुख्यालय में प्रेस कॉफ्रेंस के दौरान पेट्रोल-डीजल की कीमत में कमी को लेकर पूछे गए सवाल पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मौजूदा समय में वह अभी इस स्थिति में नहीं हैं कि कोई ऐलान कर सकें. लेकिन जैसे-जैसे आगे बढ़ेंगे, हम देखेंगे कि क्या किया जा सकता है. पुरी ने आगे कहा कि नरेद्र मोदी की सरकार ने अप्रैल 2022 के बाद से तेल की कीमतों में इजाफा नहीं किया है. साथ ही सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि कच्चे तेल के दाम में बढ़ोतरी का आम जनता पर कोई असर न हो.
विपक्ष पर भी साधा निशाना
हरदीप पुरी ने विरोधी पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष पेट्रोल-डीजल की कीमत पर सबसे ज्यादा बात करता है, लेकिन अपने शासन वाले राज्यों में वैट में कमी नहीं करता. वहां वैट भाजपा शासित राज्यों की तुलना में अधिक है. गौरतलब है कि पेट्रोल-डीजल की कीमत में एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमीशन और वैट आदि जोड़ने के बाद इसका दाम मूल भाव से लगभग दोगुना हो जाता है. यही कारण है कि पेट्रोल-डीजल जनता को इतना महंगा खरीदना पड़ता है.
टैग्स