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Prosus NV ने Byju’s को दिया बड़ा झटका, इतने प्रतिशत तक गिरा वैल्यूएशन
इससे पहले नवंबर में जब कंपनी का वैल्यूएशन हुआ था तो उस वक्त इसकी वैल्यू 5 बिलियन डॉलर लगाई गई थी. लेकिन अब इसकी वैल्यू उससे भी कम 3 बिलियन लगा दी गई है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 5 months ago
Prosus NV ने Byju’s का जो वैल्यूएशन किया है उसने कंपनी की नींद उड़ा दी है. पिछले साल इसी प्रोसस एनवी ने Byju’s का वैल्यूएशन 22 अरब डॉलर किया था लेकिन इस बार उसने इसमें 86 प्रतिशत तक की कमी करते हुए इसे 3 बिलियन तक सीमित कर दिया है. Byju’s मौजूदा समय में कैश फ्लो और दूसरी कई समस्याओं से जूझ रही है. इससे पहले नवंबर में जब कंपनी ने इसका वैल्यूएशन किया था उस वक्त इसमें कमी कर दी थी.
Byju’s पर लगाए थे ये आरोप
इस साल जुलाई में कंपनी के एक डॉयरेक्टर ने बोर्ड से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने आरोप लगाया था कि Byju’s के निदेशक लगातार उनकी सलाह का उल्लंघन कर रहे थे. कंपनी के पूर्व निदेशक ने भी इसी तरह की बात कही थी. उन्होंने कहा कि निदेशक ने बोर्ड से इस्तीफा इसलिए दे दिया था क्योंकि वो कंपनी के लॉन्ग टर्म हित को देखते हुए फैसला नहीं ले रहे थे. Byju’s जो कि एक समय में भारत का सबसे वैल्यूएबल स्टार्टअप हुआ करता था. Byju’s की गिनती दुनिया के कई नामी स्टॉर्टअप में हुआ करती थी, इनमें जनरल अटलांटिक, ब्लैक रॉक जैसी कंपनियां इसकी निवेशक हुआ करती थी लेकिन हाल ही के दिनों में Byju’s के कई अधिकारियों ने पदों से अलग-अलग लोगों ने इस्तीफा दिया है.
ED ने Byju’s को भेजा था नोटिस
ED (Enforcement Directorate) ने हाल ही में Byju’s को फॉरेन एक्सचेंज वॉयलेशन के उल्ल्ंघन में 9300 करोड़ रुपये का नोटिस भेजा था. ये नोटिस सीईओ और को फाउंडर बॉयजू रवीन्द्रन को भेजा गया था. जांच एजेंसी की ओर से इस नोटिस में कई तरह के कारणों को गिनाया गया था. जांच एजेंसी ने ये भी आरोप लगाया था कि कई कंपनी किए गए इंपोर्ट के बिल सबमिट करने में भी फेल रही है. साथ ही कंपनी ने उसके विस्तार के लिए जो प्रत्यक्ष विदेशी निवेश हासिल किया है उसके दस्तावेज भी वो जमा करने में असफल रही.
कई संकटों से घिरी रही है Byju’s
Byju’s कोरोना संकट के खत्म होने के बाद से कई तरह के संकटों का सामना कर रही है. एक ओर जहां कंपनी के लिए कैश क्रंच हो रहा है वहीं दूसरी ओर लोन की किश्त चुकाने के लिए कई बार कंपनी को संकट का सामना करना पड़ा है. सबसे विशेष बात ये है कि कंपनी के लिए कोरोना काल गोल्डन समय बनकर सामने आया था. उस दौरान स्कूल कॉलेज के बंद होने के कारण कंपनी के प्रोडक्ट को हाथों हाथ लिया गया और कंपनी दिन दोगुनी और रात चौगुनी रफ्तार से आगे बढ़ी थी.
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