होम / बिजनेस / नोएडा की सबसे पुरानी कंपनी Daewoo हो रही है नीलाम, जानिए कब हो रही है नीलामी ?
नोएडा की सबसे पुरानी कंपनी Daewoo हो रही है नीलाम, जानिए कब हो रही है नीलामी ?
दक्षिण कोरिया की कंपनी Daewoo मोटर का संचालन 2001 में ही बंद हो चुका है, लेकिन कंपनी की अथॉरिटी से लेकर यूपीसीडा पर देनदारी बाकी है, इसीलिए नीलामी हो रही है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
किसी जमाने में जो कंपनी ग्रेटर नोएडा की पहचान हुआ करती थी आज वही कंपनी नीलामी के दरवाजे पर खड़ी है. एक जमाने में मशहूर कार बनाने वाली कंपनी Daewoo को लेकर अब जो खबर सामने आ रही है वो ये है कि ये कंपनी अब 18 अप्रैल को नीलाम होने जा रही है. हालांकि ये कंपनी भारत से अपना कारोबार काफी समय पहले ही समेट चुकी है ऐसे में अब इसके ग्रेटर नोएडा स्थित प्लांट की नीलामी होने जा रही है, जिसका रिजर्व प्राइस 310 करोड़ रुपये तय किया गया है.
हजारों कर्मचारियों का भविष्य होगा तय
Daewoo कंपनी का ग्रेटर नोएडा स्थित प्लांट 21 सालों से बंद पड़ा है. दक्षिण कोरिया की ये ऑटोमोबाइल कंपनी 2002 में अपना कारोबार समेट कर भारत से जा चुकी है. इस कंपनी का ग्रेटर नोएडा स्थित प्लांट 210 एकड़ में फैला हुआ है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस कंपनी पर यूपीसीडा का 777 करोड़ रुपये बकाया है. ऐसे में यूपीसीडा को इतनी रकम वसूली करनी है. इसी वसूली के लिए 13 अप्रैल को ये नीलामी होने जा रही है. कंपनी पर अथॉरिटी का भी काफी बकाया है. अथॉरिटी और यूपीसीडा के साथ-साथ इस कंपनी से इसमें उस वक्त काम करने वाले लगभग 10 हजार कर्मचारियों का भविष्य जुड़ा हुआ है. जो अपने भुगतान को लेकर संघर्ष कर रहे हैं.
क्या रहेगी नीलामी की प्रक्रिया
अथॉरिटी और यूपीसीडा इसकी नीलामी कर अपनी-अपनी राशि को वसूलने का प्रयास कर रहे हैं. जानकारी के अनुसार इसकी नीलामी की बोली 310 करोड़ रुपये से शुरू होगी और इसकी बोली में कम से कम तीन करोड़ की बढ़ोतरी की जाएगी. जो भी शख्स बोली के जरिए इस जमीन को हासिल करने में कामयाब होगा उसे अगले 15 दिनों के अंदर पूरा भुगतान करना होगा. यही नहीं जो भी लोग बोली लगाना चाहते हैं वो 13 अप्रैल तक अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यूपीसीडा ने तीन मार्च को ऋण वसूली न्यायाधिकरण को पत्र भेजकर जानकारी दी थी कि 31 मार्च 2023 तक उसका कंपनी पर 7,77,84,86,346 करोड़ रुपया बकाया है. वहीं मीडिया रिपोर्ट ये भी बता रही है कि यूपीसीडा के एक अधिकारी ने बताया है कि कंपनी पर उसका 777 करोड़ रुपया बकाया है.
क्यों डूबी Daewoo मोटर्स
दरअसल 1998-99 में दक्षिण कोरिया में आए आर्थिक संकट के कारण वहां की सरकार ने कंपनी से अपना निवेश वापस मांग लिया था. इसी के बाद कंपनी ने अपने सभी प्लांट को बेचना शुरु कर दिया. इसके बाद अमेरिका की बड़ी कंपनी जनरल मोटर ने Daewoo मौटर्स को टेकओवर कर लिया. लेकिन इस कंपनी का संकट उस वक्त और बढ़ गया जब जनरल मोटर्स ने पूरी दुनिया में स्थित कंपनी के प्लांट तो खरीद लिए लेकिन ग्रेटर नोएडा वाला प्लांट नहीं खरीदा. इसके कारण कंपनी की परेशानी बढ़ गई.
टैग्स