होम / बिजनेस / चाय से लेकर समोसे तक सबकुछ हो जाएगा महंगा, आम आदमी पर दोहरी मार
चाय से लेकर समोसे तक सबकुछ हो जाएगा महंगा, आम आदमी पर दोहरी मार
गैस कंपनियों ने मार्च की शुरुआत महंगाई बढ़ाने से की है. घरेलू और कमर्शियल गैस सिलेंडर के दामों में भारी-भरकम इजाफा किया गया है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
होली से ठीक पहले आम आदमी को बड़ा झटका लगा है. गैस कंपनियों ने घरेलू और कमर्शियल दोनों गैस सिलेंडरों के दामों में भारी-भरकम बढ़ोत्तरी की है. डोमेस्टिक LPG सिलेंडर जहां 50 रुपए महंगा हुआ है, वहीं कमर्शियल LPG सिलेंडर की कीमतों में 350.50 रुपए की वृद्धि हुई है. यानी महंगाई की सताई जनता पर दोहरी मार पड़ी है. एक तरफ उसके लिए घर पर खाना पकाना महंगा हो गया है. दूसरी तरफ अब उसे बाहर से कुछ खाने पर भी ज्यादा जेब ढीली करनी होगी. बता दें कि घरेलू सिलेंडर के दाम पिछले कुछ वक्त से स्थिर चल रहे थे. इससे पहले 6 जुलाई को 2022 को दाम बढ़ाए गए थे.
सबकुछ हो जाएगा महंगा
कमर्शियल LPG सिलेंडर महंगा होने से चाय से लेकर समोसे तक सबकी कीमतें बढ़ जाएंगी. छोटी चाय की दुकानों से लेकर बड़े होटलों तक में 19 किलो वाले कमर्शियल इस्तेमाल होता है. जब भी इसके दाम बढ़ते हैं, बाहर खाने-पाने की चीजें भी महंगी हो जाती हैं और एक बार जो दाम बढ़ गए वो वापस नीचे नहीं आते. कमर्शियल सिलेंडर के दाम बीते कुछ समय से कई बार ऊपर-नीचे हुए हैं, लेकिन दाम में कमी से क्या चाय-समोसा सस्ता हुआ? निश्चित तौर पर नहीं. जिसका मतलब है कि 350.50 रुपए की भारी बढ़ोत्तरी से चाय की चुस्की से लेकर होटल के खाने तक सबकुछ महंगा हो जाएगा.
फुल स्पीड में महंगाई
पेट्रोल-डीजल की कीमतें मोदी सरकार के कार्यकाल में पहले से ही आसमान पर हैं. डीजल के दामों में पहले हुई बेतहाशा वृद्धि से महंगाई फुल स्पीड से दौड़ी है. सरकारी आंकड़ों में भले ही महंगाई नीचे आई हो, लेकिन हकीकत में ऐसा नहीं है. आटे से लेकर दूध तक हर आवश्यक वस्तु के दामों में आग लगी हुई है, लेकिन मोदी सरकार आंखें मूंदें बैठी है. 'अच्छे दिनों' की बात करने वाली मोदी सरकार में केवल महंगाई से ही अच्छे दिन आए हैं. बीते दिनों कच्चे तेल की कीमतों में काफी गिरावट दर्ज की गई थी, लेकिन तेल कंपनियों ने इसका फायदा आम जनता को नहीं दिया और न ही मोदी सरकार ने इसमें कोई दिलचस्पी दिखाई.
ऐसे बढ़ते चले गए दाम
एक मार्च 2014 को दिल्ली में घरेलू गैस सिलेंडर 410.50 रुपए का था. इसके बाद से 'अच्छे दिनों' वाली सकरार में इसके 'अच्छे दिन' शुरू हो गए. 6 अक्टूबर 2021 को 15 रुपए की बढ़ोत्तरी के साथ घरेलू LPG सिलेंडर 899.50 रुपए पर पहुंच गया. 22 मार्च 2022 में कीमतों में सीधे 50 रुपए का इजाफा हुआ और ये चढ़कर 949.50 रुपए हो गईं. 7 मई 2022 को फिर 50 रुपए बढ़ाए गए, इसी के साथ सिलेंडर की कीमत 999.50 रुपए हो गई. 19 मई 2022 को गैस कंपनियों ने 3.50 रुपए बढ़ाकर डोमेस्टिक सिलेंडर के दाम को एक हजार के पार पहुंचा दिया. इसके बाद 6 जुलाई 2022 को 50 रुपए की बढ़ोत्तरी के साथ कीमतें 1053 रुपए पहुंच गईं और अब यह 1103 रुपए (दिल्ली) हो गई हैं.
UPA काल में मिलती थी सब्सिडी
कांग्रेस के नेतृत्व वाली UPA सरकार में LPG गैस सिलेंडर पर सब्सिडी दी जाती थी, जिसे मोदी सरकार ने बंद कर दिया. 2014 में केंद्र में सत्ता परिवर्तन हुआ और अच्छे दिनों के वायदे के साथ मोदी सरकार सत्ता में आई. सरकार ने LPG सब्सिडी को लेकर बड़ा बदलाव किया. ये सब्सिडी सीधे कस्टमर्स के अकाउंट में भेजी जाने लगी. एक साल में 12 सिलेंडर पर सब्सिडी देने की शुरुआत की गई. सिलेंडर मार्केट कीमत पर मिलता था, लेकिन इसकी सब्सिडी उपभोक्ता के खाते में आ जाती थी. एक रिपोर्ट के मुताबिक, अप्रैल 2020 तक उपभोक्ताओं को रसोई गैस पर 147 रुपए की सब्सिडी मिलती थी, मगर अब सब्सिडी बंद कर दी गई है.
टैग्स