विनिवेश की दिशा में एक और बड़ा कदम! NMDC के स्टील कारोबार को अलग करने की मिली मंजूरी

वर्तमान में भारत सरकार की NMDC में 60.79% हिस्सेदारी है. NMDC के बोर्ड ने जुलाई 2021 में डीमर्जर को मंजूरी दी थी.

Last Modified:
Wednesday, 12 October, 2022
NMDC

नई दिल्ली: देश की सबसे बड़ी आयरन ओर उत्पादक कंपनी NMDC के स्टील कारोबार को अलग करने की मंजूरी मिल गई है. कल मंगलवार की देर शाम कंपनी एक्सचेंज फाइलिंग से पता चला कि कॉर्पोरेट अफेयर्स मंत्रालय (MCA) ने NMDC से NMDC Steel को अलग करने की मंजूरी दे दी है. 

NMDC स्टील कारोबार के विनिवेश की राह खुली
MCA की मंजूरी का मतलब ये है कि NMDC के स्टील प्लांट के विनिवेश की राह खुल गई है. NMDC ने बताया कि उसे मंगलवार को एमसीए के आदेश मिले हैं और वह मंत्रालय के आदेश में बताई गई आवश्यकताओं के अनुपालन की प्रक्रिया में हैं. NMDC, इस्पात मंत्रालय के तहत राज्य के स्वामित्व वाली कंपनी है. कंपनी लौह अयस्क, तांबा, रॉक फॉस्फेट, चूना पत्थर, डोलोमाइट, जिप्सम, बेंटोनाइट, मैग्नेसाइट, हीरा, टिन, टंगस्टन जैसे खनिजों की एक विस्तृत श्रृंखला की खोज करती है. 

2020 में मिली थी सैद्धांतिक मंजूरी
अक्टूबर 2020 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की कैबिनेट कमिटी ने NMDC से स्टील व्यवसाय के डीमर्जर और NMDC स्टील में सरकार की संपूर्ण होल्डिंग को किसी रणनीतिक खरीदार को बेचकर स्टील बिजनेस के रणनीतिक विनिवेश को सैद्धांतिक रूप से मंजूरी दी थी. वर्तमान में भारत सरकार की NMDC में 60.79% हिस्सेदारी है. NMDC के बोर्ड ने जुलाई 2021 में डीमर्जर को मंजूरी दी थी, वहीं इस्पात मंत्रालय ने मार्च 2022 में NMDC स्टील के डीमर्जर को मंजूरी दी थी. 

45 दिनों में लिस्टिंग 
NMDC से NMDC स्टील के डीमर्जर की योजना को पिछले कुछ महीनों में शेयरधारकों और कर्जदाताओं की मंजूरियां मिली थीं, जिसमें NMDC के शेयरधारकों को NMDC स्टील के हर इक्विटी शेयर के लिए एक इक्विटी शेयर मिलेगा. NMDC स्टील के शेयर बाद में शेयर बाजारों में लिस्ट कराये जाएंगे, लिस्टिंग के लिए 45 दिनों का समय दिया जाएगा. लिस्टिंग के बाद इसके लिए फाइनेंशियल बोलियां महंगाई जाएंगी. डीमर्जर योजना के तहत 18,650 करोड़ रुपये की संपत्ति और 1,602 करोड़ रुपये की देनदारियों का विलय NMDC स्टील में किया जाएगा. 

कई बड़ी कंपनियों की दिलचस्पी 
सूत्रों के मुताबिक आर्सेलर मित्तल, पोस्को, जिंदल स्टील और जेएसडब्ल्यू स्टील जैसे स्टील दिग्गज भारत के सबसे बड़े लौह अयस्क उत्पादक NMDC स्टील के लिए बोली लगाने को इच्छुक हैं. जब फाइनेंशियल बोलियां मंगाई जाएंगी तो ये देखना दिलचस्प होगा कि क्या वैल्यूएशन निकलकर आती है. चूंकि ज्यादातर कंपनियां इस प्लांट को खरीदना चाहती हैं, तो एक अनुमान है कि इससे 17-18 हजार करोड़ रुपये की विनिवेश वैल्यू मिल सकती है. 

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आईपीओ से पहले ही इस कंपनी ने कोहली को दिया 'विराट' रिटर्न, अनुष्का भी झूमीं  

विराट कोहली और अनुष्का शर्मा ने करीब चार साल पहले गो डिजिट जनरल इंश्योरेंस में निवेश किया था.

Last Modified:
Friday, 10 May, 2024
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विराट कोहली (Virat Kohli) एक शानदार क्रिकेटर के साथ-साथ समझदार इन्वेस्टर भी हैं. उन्होंने कई ऐसी कंपनियों में पैसा लगाया है, जो उनके भविष्य को और बेहतर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी. कोहली के निवेश वाली बेंगलुरु स्थित कंपनी गो डिजिट जनरल इंश्योरेंस का इनिशियल पब्लिक ऑफर यानी IPO आने वाला है. इसका आईपीओ 15 मई को खुलेगा और रिटेल निवेशक इसमें 17 मई तक बोली लगा सकेंगे. खास बात यह है कि इस कंपनी में निवेश विराट को मल्टीबैगर रिटर्न दे रहा है.

ये है कंपनी की योजना
कंपनी द्वारा सेबी में दाखिल दस्तावेज के अनुसार, आईपीओ के जरिए कंपनी 2,614.65 करोड़ रुपए जुटाना चाहती है. इसके लिए 1,125 करोड़ के नए शेयर जारी किए जाएंगे और 1,489.65 करोड़ रुपए के शेयर को कंपनी के मौजूदा निवेशक ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए बेचेंगे. Go Digit के मौजूदा निवेशकों में विराट कोहली के साथ-साथ उनकी वाइफ अनुष्का शर्मा (Anushka Sharma) भी शामिल हैं. दोनों ने करीब 4 साल पहले इसमें पैसा लगाया था और कंपनी द्वारा आईपीओ के लिउए निर्धारित प्राइज बैंड के आधार पर उन्हें अपने शुरुआती निवेश पर 200% से ज्यादा का रिटर्न हासिल हो रहा है.

कुल इतना किया निवेश 
क्रिकेटर विराट कोहली ने 2020 में Go Digit में 2 करोड़ रुपए निवेश किए थे. इसके बदले उन्हें 266,667 शेयर मिले थे. वहीं, उनकी पत्नी और अभिनेत्री अनुष्का शर्मा ने कंपनी में 50 लाख का निवेश किया था. इस सेलेब्रिटी कपल ने कुल मिलाकर 2.5 करोड़ मूल्य के शेयर 75 रुपए के भाव पर लिए थे. कंपनी ने अपने आईपीओ के लिए 258-272 रुपए का प्राइज बैंड फिक्स किया है. अब इस बैंड के ऊपरी स्तरों के आधार पर देखें तो कपल को अपने निवेश पर 262.7 फीसदी का रिटर्न मिल रहा है और उनके निवेश की रकम 2.5 करोड़ से बढ़कर 9 करोड़ रुपए से अधिक हो चुकी है. यानी स्टॉक मार्केट में लिस्ट होने से पहले ही Go Digit ने विराट और अनुष्का को शानदार रिटर्न दे दिया है.

आर्थिक सेहत है दुरुस्त 
गो डिजिट जनरल इंश्योरेंस के IPO के लिए रिटेल निवेशक को न्यूनतम एक लॉट यानी 55 शेयर के लिए आवेदन करना होगा. कंपनी ने इश्यू का 75% हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित रखा गया है. करीब 10% हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स और बाकी करीब 15% हिस्सा नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) के लिए आरक्षित रखा गया है. कंपनी की आर्थिक सेहत दुरुस्त है, लिहाजा माना जा रहा है कि उसके आईपीओ को अच्छा -खासा रिस्पांस मिल सकता है. 
 

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अंबानी की कंपनी में सबसे ज्‍यादा सैलेरी लेने वाले इस शख्‍स के बारे में कितना जानते हैं आप, जानिए सबकुछ

मुकेश अंबानी की कंपनी में जिस शख्‍स को सबसे ज्‍यादा सैलरी मिलती है वो आज से नहीं बल्कि कंपनी से 1986 से जुड़ा हुआ है. उनके पिता मुकेश अंबानी के मेंटर रह चुके हैं. 

Last Modified:
Friday, 10 May, 2024
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मुकेश अंबानी देश के सबसे रईस कारोबारियों में शामिल हैं. उनकी कंपनी मौजूदा समय में कई तरह के कारोबार कर रही है. उसमें रिटेल, पेट्रोकैमिकल, एनर्जी, टेलीकम्‍यूनिकेशन से लेकर कई अन्‍य क्षेत्रों में ये कंपनी काम कर रही है. मुकेश अंबानी की नेटवर्थ 11080 करोड़ डॉलर है. वैसे तो अंबानी परिवार से जुड़ी कई बातों को लोग जानते हैं लेकिन क्‍या आप जानते हैं मुकेश अंबानी की कंपनी में वो कौन शख्‍स है जो सबसे ज्‍यादा सैलरी लेता है. जी हां आज अपनी इस स्‍टोरी में हम आपको यही बताने वाले हैं. 

आखिर कौन है ये शख्‍स? 
मुकेश अंबानी की कंपनी में सबसे ज्‍यादा सैलरी लेने वाले इस शख्‍स का नाम है निखिल मेसवानी. रिलायंस इंडस्‍ट्रीज में निखिल मेसवानी वो शख्‍स हैं जो जिन्‍हें सबसे ज्‍यादा सैलरी मिलती है. उन्‍हें रिलायंस इंडस्‍ट्री 24 करोड़ रुपये सालाना बतौर वेतन देती है. दरअसल निखिल मेसवानी का रिश्‍ता अंबानी परिवार में उनसे नहीं जुड़ा है बल्कि उनके पिता के जमाने से जुड़ा है. उनके पिता रसिकलाल मेसवानी धीरूभाई अंबानी के बेहद खास थे. वो जहां धीरूभाई अंबानी के प्रिय थे वहीं रिलायंस इंडस्‍ट्रीज के बोर्ड में भी शामिल थे. निखिल की सैलरी मुकेश अंबानी के परिवार के किसी भी सदस्‍य से काफी ज्‍यादा है. निखिल के पिता रसिकलाल मुकेश अंबानी के भी मेंटर रहे हैं. 

ये भी पढ़ें: Tata समूह ने बढ़ाई अपनी रॉयल्‍टी फीस, दोगुना तक कर दिया इजाफा

निखिल के नाम दर्ज हैं ये उपलब्धियां 
निखिल मेसवानी ने रिलायंस इंडस्‍ट्रीज 1986 में ज्‍वॉइन की थी. ज्‍वॉइन करने के अगले 2 सालों बाद 1 जुलाई 1988 में निखिल को रिलायंस इंडस्‍ट्रीज के बोर्ड में एक्सिक्‍यूटिव डॉयरेक्‍टर बनने के साथ फुल टाइम डॉयरेक्‍टर का पद दिया गया था. वैसे तो निखिल मेसवानी के नाम रिलायंस में कई उपलब्धियां शामिल हैं लेकिन उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि रिलायंस को पेट्रोकैमिकल इंडस्‍ट्री की दिग्‍गज बनाना रही है. निखिल मेसवानी आईपीएल क्रिकेट मुंबई इंडियंस से जुड़े मामलों को भी देखते रहे हैं. 

 यहां से हुई है निखिल की पढ़ाई 
निखिल मेसवानी ने मुंबई विश्वविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद, अमेरिका के मैसाचुसेट्स विश्वविद्यालय से केमिकल इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री हासिल की है. उन्‍होंने कई और प्रोजेक्‍ट को भी सफलता पूर्वक आगे बढ़ाया है. मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज भारत के सबसे बड़े समूहों में से एक है. वहीं देखा जाए तो मुकेश अंबानी ने पिछले कुछ सालों में रिलायंस इंडस्‍ट्रीज से कोई सैलरी नहीं ली है. कोविड के बाद से मुकेश अंबानी ने कंपनी के हित में कोई सैलरी नहीं ली है. कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट में कहा गया है कि 2022-23 में अंबानी ने कोई सैलरी नहीं ली. वो उससे पहले कोविड से कोई सैलरी नहीं ले रहे हैं. जबकि पहले उनकी सैलरी 15 करोड़ रुपये सालाना थी. 
 


आपके पास भी है SBI क्रेडिट कार्ड, तो आपको होगा नुकसान, बैंक बंद करने जा रहा है ये सर्विस

SBI कार्ड ने अपने दर्जनों क्रेडिट कार्ड के रिवार्ड पर बड़ा फेरबदल किया है. ऐसे में आपके पास भी है SBI का क्रेडिट कार्ड तो ये बातें जान लें, वरना आपका नुकसान हो सकता है.

Last Modified:
Friday, 10 May, 2024
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अगर आपके पास भी SBI का क्रेडिट कार्ड है तो ये खबर आपके काम की साबित हो सकती है. SBI ने अपने करोड़ों क्रेडिट कार्ड यूजर्स को झटका दिया है. बैंक अपने क्रेडिट कार्ड के रिवॉर्ड सिस्टम में बदलाव करने जा रहा है. इस बदलाव के बाद सरकारी विभागों से जुड़े लेन-देन पर रिवार्ड का फायदा नहीं मिलेगा. हालांकि, आज जो बात हम आपको बताने जा रहे हैं उससे रिवार्ड के लिए क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करने वाले कई यूजर्स को कुछ निराशा हो सकती है. ऐसे में क्रेडिट कार्ड के रिवार्ड में हुए बदलाव के बारे में आप सभी को जनना चाहिए.

अगले महीने से बदलाव लागू

क्रेडिट कार्ड इश्यू करने वाली देश की प्रमुख कंपनियों में एक SBI कार्ड ने अपने कई क्रेडिट कार्ड को लेकर रिवार्ड के नियमों में बदलाव किया है. इस बदलाव के बाद सरकारी विभागों से जुड़े लेन-देन पर रिवार्ड का फायदा नहीं मिलेगा. SBI कार्ड ने इस बदलाव की जानकारी दी है. उसने बताया कि यह बदलाव जून 2024 से लागू हो जाएगा.

इन क्रेडिट कार्ड के यूजर्स को नुकसान

•    ऑरम
•    SBI कार्ड एलीट
•    SBI कार्ड एलीट एडवांटेज
•    SBI कार्ड पल्स
•    सिंपलीक्लिक एडवांटेज SBI कार्ड
•    सिम्पलीक्लिक एडवांटेज SBI कार्ड
•    SBI कार्ड प्राइम
•    SBI कार्ड प्राइम एडवांटेज
•    SBI कार्ड प्लैटिनम
•    SBI कार्ड प्राइम प्रो
•    SBI कार्ड प्लैटिनम एडवांटेज 
•    गोल्ड SBI कार्ड
•    गोल्ड क्लासिक SBI कार्ड
•    गोल्ड डिफेंस SBI कार्ड
•    गोल्ड एंड मोर SBI कार्ड
•    गोल्ड एंड मोर एडवांटेज SBI कार्ड
•    गोल्ड एंड मोर SBI कार्ड
•    सिंपलीसेव SBI कार्ड
•    सिंपलीसेव एम्प्लॉई SBI कार्ड
•    सिंपलीसेव एडवांटेज SBI कार्ड
•    गोल्ड एंड मोर टाइटेनियम SBI कार्ड
•    सिंपलीसेव प्रो SBI कार्ड
•    कृषक उन्नति SBI कार्ड
•    सिंपलीसेव मर्चेंट SBI कार्ड
•    सिंपलीसेव यूपीआई SBI कार्ड
•    एसआईबी SBI प्लैटिनम कार्ड
•    एसआईबी SBI सिंपलीसेव कार्ड
•    केवीबी SBI प्लैटिनम कार्ड
•    केवीबी SBI गोल्ड एंड मोर कार्ड
•    केवीबी SBI सिग्नेचर कार्ड
•    कर्नाटक बैंक SBI प्लैटिनम कार्ड
•    कर्नाटक बैंक SBI सिंपलीसेव कार्ड
•    कर्नाटक बैंक SBI कार्ड प्राइम
•    इलाहाबाद बैंक SBI कार्ड एलीट
•    इलाहाबाद बैंक SBI कार्ड प्राइम
•    इलाहाबाद बैंक SBI सिंपलीसेव कार्ड
•    सिटी यूनियन बैंक SBI कार्ड प्राइम
•    सिटी यूनियन बैंक सिंपलीसेव SBI कार्ड
•    सेंट्रल बैंक SBI कार्ड एलीट
•    सेंट्रल बैंक SBI कार्ड प्राइम
•    सेंट्रल बैंक सिंपलीसेव SBI कार्ड
•    यूको बैंक SBI कार्ड प्राइम
•    यूको बैंक सिंपलीसेव SBI कार्ड
•    यूको बैंक SBI कार्ड एलीट
•    पीएसबी SBI कार्ड एलीट
•    पीएसबी SBI कार्ड प्राइम
•    पीएसबी SBI सिंपलीसेव

इनको भी हो सकता है नुकसान

SBI कार्ड के उन क्रेडिट कार्ड होल्डर्स को भी नुकसान होने वाला है, जिन्हें अब तक क्रेडिट कार्ड से रेट पेमेंट करने पर रिवार्ड पॉइंट का लाभ मिल चुका है. SBI कार्ड्स के अनुसार, प्रभावित होने वाले कार्ड पर रेंट पेमेंट से जमा हुए रिवार्ड पॉइंट 15 अप्रैल 2024 के बाद एक्सपायर हो गए हैं. मतलब अगर आप भी SBI क्रेडिट कार्ड यूज करते हैं और रेंट पेमेंट पर रिवार्ड पॉइंट मिले हैं तो उसे अभी ही यूज कर लें, वर्ना जल्दी ही वे रिवार्ड पॉइंट खत्म हो जाएंगे.

SBI कार्ड की नई सीरिज

SBI कार्ड ने इससे पहले क्रेडिट कार्ड की नई रेंज को लॉन्च किया था. SBI के नए क्रेडिट कार्ड SBI कार्ड माइल्स सीरिज के हैं. ये क्रेडिट कार्ड हैं- SBI कार्ड माइल्स एलीट, SBI कार्ड माइल्स प्राइम और SBI कार्ड माइल्स. ये क्रेडिट कार्ड ट्रैवल करने वाले यूजर्स पर फोकस्ड हैं. इन कार्ड के यूजर्स को कई तरह के फायदे मिलते हैं.
 


खत्म होगा किसानों का इंतजार,  लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद मिलेगी PM किसान की 17वीं किश्त

लोकसभा चुनाव का परिणाम घोषित होने के बाद पीएम किसान सम्मान निधि की 17वीं किश्त किसान के खातों में जल्द ही आ आएगी.

Last Modified:
Friday, 10 May, 2024
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देश के किसान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM Kisan Samman Nidhi) योजना की 17वीं किश्त का इंतजार कर रहे हैं. हालांकि, अभी पूरे देश में लोकसभा चुनाव का दौर चल रहा है. 1 जून तक पूरे देश में वोटिंग हो जाएगी और 4 जून को चुनाव का परिणाम भी घोषित हो जाएगा. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि पीएम किसान सम्मान निधि की 17वीं किश्त किसान के खातों में 4 जून के बाद आएगी. 

जून के दूसरे हफ्ते में जारी हो सकती है किश्त
जानकारी के अनुसार पीएम किसान सम्मान निधि की 17वीं किश्त जून के दूसरे हफ्ते में जारी हो सकती है. हालांकि अभी सरकार की ओर से इसे लेकर कोई तारीख तय नहीं की गई है. पीएम किसान की 16वीं किश्त इस साल फरवरी के महीने में जारी की गई थी, जिसमें 9 करोड़ से अधिक किसानों को 21 हजार करोड़ रुपये से अधिक रुपये जारी किए गए थे. 15वीं किश्त 15 नवंबर 2023 को जारी हुई थी.

2 हजार रुपये मिलेगी किश्त
पीएम किसान योजना के तहत योग्य किसानों को हर 4 महीने में 2 हजार रुपये मिलते हैं. जो सालाना 6 हजार रुपये हैं. यह पैसा हर साल तीन किश्तों में आता है, अप्रैल से जुलाई,  अगस्त से नवंबर और दिसंबर-मार्च में जदी जाती है. ये पैसा किसानों के खातों में ऑनलाइन ट्रांसफर किया जाता है.  

किसान e-KYC कर लें अपडेट
पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ उठाने के लिए किसान अपने बैंक अकाउंट को आधार से लिंक करा लें. वही, जिन किसानों का 17वीं किश्त की लिस्ट में नाम नहीं है, वो दोबारा से इसके लिए अप्लाई कर सकते हैं. किसानों को ई-सेवा के जरिए e-KYC कराने की भी सलाह दी गई है. ओटीपी आधारित ई-केवाईसी पीएम किसान पोर्टल पर कर सकते हैं. वहीं, बाय़ोमैट्रिक आधारित ई-केवाईसी के लिए अपने पास के सीएसके सेंटकर जा सकते हैं. आधार कार्ड और बैंक अकाउंट में अगर नाम में कुछ गलती है वो भी ठीक करा लें, नहीं तो 17वीं किश्त के पैसे फंस सकते हैं.

पैसा नहीं आने पर ये करें 
अगर किसानों के अकाउंट में 17वीं किस्त के तहत 2,000 रुपये नहीं आते हैं, तो उन्हें सबसे पहले बेनेफिशियरी लिस्ट में अपना नाम चेक करना चाहिए. इसके साथ ये भी देख लें कि आपने जो डॉक्यूमेंट्स अपनी बैंक अकाउंट डीटेल्स, आधार नंबर जैसी जानकारी भरी थी, वो सही है या नहीं, अगर कहीं कोई गड़बड़ी है तो भी आपका पैसा अटक सकता है.

ऐसे चेक करें स्टेटस
1. पीएम किसान योजना के ऑफिशियल पोर्टल pmkisan.gov.in पर जाएं.
2. थोड़ा सा नीचे स्क्रोल करने पर आपको "Farmers Corner" दिखेगा, उसके नीचे कई बॉक्स बने होंगे. यहां बेनेफिशियरी स्टेटस "Beneficiary Status" वाले बॉक्स पर क्लिक करें.
3. अब पीएम किसान खाता संख्या या रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर डालें.
4. अगर मोबाइल नंबर रजिस्टर नहीं तो पहले वो रजिस्टर करें. इसके लिए आपके फोन पर एक OTP (One Time Password) आएगा.
5. अब ये प्रोसेस कंप्लीट हो जाने के बाद Get Data पर क्लिक करें.
6. आपके खाते का स्टेटस आपको दिख जाएगा.

ऐसे करें अप्लाई
1. पीएम किसान की आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाएं.
2. इसके बाद फारमर्स कॉर्नर पर क्ल्कि करें. 
3. अब न्यू फार्मर रजिस्ट्रेशन ऑप्शन को सेलेक्ट करें. 
4. रूरल फार्मर रजिस्ट्रेशन या अर्बन फार्मर रजिस्ट्रेशन ऑप्शन पर क्लिक करना होगा. 
5. इसके बाद आधार, मोबाइल नंबर दर्ज करें और स्टेट सेलेक्ट करें। फिर गेट ओटीपी पर क्लिक करें.
6. अब ओटीपी नबंर दर्ज करें और प्रोसीड फॉर रजिस्ट्रेशन ऑप्शन को सेलेक्ट करें.
7. मोर डिटेल्स पर एंटर करें और स्टेट सेलेक्ट करने के बाद जिला, बैंक और आधार कार्ड के अनुसार जानकारी दर्ज करना होगा.
8. अब आधार ऑथंटिकेशन के लिए सब्मिट बटन पर क्लिक करना है
9. अब खेती की जानकारी और मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें.

10. इसके बाद सेव बटन पर क्लिक करना है.
11.  एप्लीकेशन कंफर्मेशन का मैसेज आपकी स्क्रीन पर दिखने लगेगा.

इन हेल्पलाइन नंबर पर कर सकते हैं कॉल
अगर आपको किसी भी मदद की जरूरत है तो आप इन हेल्पलाइन नंबर- 155261, 011-23381092, 1800115526 पर कॉल कर सकते हैं. पीएम किसान योजना की आधिकारिक ईमेल आईडी- pmkisan-ict@gov.in  है आप इस पर भी ईमेल कर सकते हैं.


Tata समूह ने बढ़ाई अपनी रॉयल्‍टी फीस, दोगुना तक कर दिया इजाफा 

टाटा समूह में इस रॉयल्‍टी फीस की शुरुआत 1995 से हुई थी तब रतन टाटा ने इसे शुरू किया था. उसके बाद समूह में जितने भी चेयरमैन बदले सभी ने इसमें कोई बदलाव जरूर किया. 

Last Modified:
Friday, 10 May, 2024
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Tata समूह ने अपनी रॉयल्‍टी फीस में बड़ा इजाफा कर दिया है. टाटा समूह ने इस फीस में दोगुना इजाफा कर दिया है. अब टाटा की सब्सिडियरी कंपनी टाटा मोटर्स, टाटा स्‍टील और टाटा पावर जैसी कंपनियों को इस नाम के लिए मोटी रायल्‍टी फीस देनी होगी. सबसे दिलचस्‍प बात ये है कि टाटा समूह ने पांच साल पहले इस फीस को 100 करोड़ रुपये किया था. लेकिन अब समूह ने उसे दोगुना कर दिया है. 

आखिर कहां हुई थी इसकी शुरुआत 
टीसीएस (Tata Consultancy Services) ने एक्‍सचेंज के माध्‍यम से ये जानकारी दी है कि टाटा कंसल्‍टेंसी कंपनी ने वित्‍त वर्ष 2024 के लिए 200 करोड़ रुपये की रायल्‍टी फीस दी है. दरअसल रतन टाटा ने अपने समूह में 1996 में इस सब्‍सक्रिप्‍शन की शुरुआत की थी. इस योजना के तहत टाटा के नाम का इस्‍तेमाल करने वालों को या तो उन्‍हें अपने रेवेन्‍यू का 0.25 प्रतिशत का भुगतान करना होगा या उन्‍हें अपने प्री टैक्‍स प्रॉफिट का 5 प्रतिशत जो भी कम हो वो देना होगा. टाटा संस ने 2023 में इसी रॉयल्‍टी फीस से 1008 करोड़ रुपये का रेवेन्‍यू जनरेट किया है. 

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2015 में हुआ बड़ा बदलाव 
टाटा समूह में रतन टाटा के बनाए नियम को 2015 में सायरस मिस्‍त्री ने इस ब्रैंड सब्‍सक्रिप्‍शन फीस को अधिकतम 75 करोड़ रुपये तक तय कर दिया था. लेकिन बाद में उनके बाद टाटा समूह के चेयरमैन बने एन चंद्रशेखरन ने इस फीस को 33 प्रतिशत तक बढ़ा दिया. टीसीएस ने इसी आधार पर वित्‍त वर्ष 2022 और 2023 में 100 करोड़ रुपये का भुगतान किया था. मीडिया रिपोर्ट का कहना है कि इस बार समूह ने इसे बढ़ाकर जो 200 करोड़ रुपये किया है उसमें प्री टैक्‍स प्रॉफिट को हटा दिया है. अब समूह की कंपनियों को रॉयल्‍टी फी के लिए मुनाफे का 0.25 प्रतिशत देना होगा जो अधिकतम 200 करोड़ रुपये हो सकता है. 

पिछले कुछ सालों में टाटा समूह ने इतना कमाया रेवेन्‍यू 
टाटा समूह की रॉयल्‍टी से कमाई गई आय पर नजर डालें तो 2022 में जहां कंपनी ने इससे 820 करोड़ रुपये कमाए वहीं 2023 में कंपनी ने इससे 1008 करोड़ रुपये कमाए. 2023 में 2022 के मुकाबले इससे होने वाली आय में 23 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखने को मिली थी. टाटा समूह रॉयल्‍टी फीस का इस्‍तेमाल समूह की सुरक्षा और उसके प्रमोशन में लगाता है. टाटा समूह की संपत्ति पर नजर डालें तो मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ये 365 अरब डॉलर तक पहुंच गया है. 
 


क्या वास्तव में Air India Express में अब सबकुछ ठीक हो गया है?

एयर इंडिया एक्सप्रेस और कर्मचारियों के बीच सहमति बन गई है. कर्मचारी अब काम पर लौटेंगे.

Last Modified:
Friday, 10 May, 2024
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एयर इंडिया एक्सप्रेस (Air India Express) के 'बीमार' कर्मचारियों की तबीयत अब ठीक हो गई है और वे काम पर लौटने को तैयार हैं. दरअसल, टाटा समूह की एयरलाइन और कर्मचारियों के बीच समझौता हो गया है. एयरलाइन ने जहां 25 केबिन क्रू सदस्यों को भेजे गए टर्मिनेशन लेटर वापस लेने पर सहमति जताई है. वहीं, केबिन क्रू के सदस्य हड़ताल वापस लेने को तैयार हो गए हैं. अपनी तमाम मांगों को लेकर एयर इंडिया एक्सप्रेस के कर्मचारी सामूहिक रूप से सिक लीव पर चले गए थे, जिसके चलते कंपनी को कम से कम 90 उड़ानें रद्द करनी पड़ी थीं. 

100 से ज्यादा हुए थे 'बीमार'
एयर इंडिया एक्सप्रेस के केबिन क्रू सदस्य वेतन, भत्ते और काम की स्थिति से जुड़ी कई मांगों को लेकर प्रबंधन से नाराज चल रहे थे. इसी के चलते 7 मई की रात को 100 से ज्‍यादा केबि‍न क्रू मेम्बर्स ने बीमार होने का दावा करते हुए काम पर आना बंद कर दिया था. इसके बाद एयरलाइन ने कुछ कर्मचारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उन्हें टर्मिनेशन लेटर भेजे थे. हालांकि, अब कंपनी का कहना है कि सबकुछ ठीक है. लेकिन सवाल यह है कि क्या वाकई सभी मुद्दे सुलझ गए हैं? क्या भविष्य में कर्मचारी फिर से 'बीमार' नहीं पड़ेंगे? 

अभी बनी रहेगी ये आशंका
कल यानी गुरुवार को दोनों पक्ष बातचीत के बाद समझौते पर पहुंच गए. एयरलाइन ने टर्मिनेशन लेटर वापस लेने पर सहमति जताई है. जबकि केबिन क्रू ने हड़ताल वापस ले ली है. उन्‍होंने अपनी मांगों पर विचार करने के लिए एयरलाइन प्रबंधन को समय दिया है. गौर करने वाली बात ये है कि एयर इंडिया एक्सप्रेस ने अभी कर्मचारियों की मांगें मानी नहीं हैं, प्रबंधन उन पर विचार करेगा. यानी कि यह खतरा अभी भी बना हुआ है कि अगर मैनेजमेंट कर्मचारियों की मांगों पर सहमत नहीं हुआ, तो कर्मचारी फिर से 'बीमार' पड़ सकते हैं. हालांकि, ये बात अलग है कि एयरलाइन और केबिन क्रू ने अब मिलकर काम करने और मुद्दों का समाधान निकालने की इच्छा दर्शाई है.  

यात्रियों से मांगी माफी
एयर इंडिया एक्‍सप्रेस का कहना है कि हम बैठक में हुई प्रगति से खुश हैं और केबिन क्रू सहयोगियों का काम पर वापस लौटने का स्वागत करते हैं. इससे कंपनी को अपनी सेवाओं को तेजी से बहाल करने में मदद मिलेगी. टाटा समूह की इस एयरलाइन ने यात्रियों से माफी भी मांगी है. उसने कहा कि हम इन अनपेक्षित व्यवधानों से हुई असुविधा के लिए यात्रियों से ईमानदारी से माफी मांगते हैं. यह हमारे सामान्य सेवा मानकों के अनुरूप नहीं है. जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए हम आंतरिक रूप से इसकी समीक्षा भी करेंगे.


केक पर फोटो चाहिए? Zomato है ना, फूड डिलीवरी कंपनी ने शुरू की नई सर्विस 

जोमैटो के सीईओ दीपिंदर गोयल ने कंपनी की नई सर्विस के बारे में सोशल मीडिया पर बताया है.

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Friday, 10 May, 2024
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बिजनेस में बने रहने के लिए कुछ नया करते रहना ज़रूरी है और जोमैटो के सीईओ दीपिंदर गोयल (Zomato CEO Deepinder Goyal) इसमें माहिर हैं. फूड डिलीवरी कंपनी Zomato अब एक नए आइडिया के साथ सामने आई है. कंपनी ने कस्टमाइज्ड फोटो केक सर्विस शुरू की है. कहने का मतलब है कि यदि आप चाहते हैं कि केक पर किसी का फोटो लगा हो, तो Zomato आपकी यह इच्छा भी पूरी कर देगी. जोमैटो के सीईओ दीपिंदर गोयल ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी है.

लॉन्च की टाइमिंग अहम
कंपनी ने इस सर्विस को सही टाइम पर लॉन्च किया है. दरअसल, मदर्स डे आने वाला है और इस मौके पर केक आदि की डिमांड बढ़ जाती है. ऐसे में घर बैठे फोटो वाले केक का विकल्प मिलने पर बड़ी संख्या में लोग इसका फायदा उठा सकते हैं. आमतौर पर कस्टमाइज्ड केक तैयार करवाने के लिए आपको शॉप पर जाना पड़ता है, जाहिर है इस पूरी कवायद में समय भी खर्च होता है. लेकिन Zomato से सबकुछ घर पर बैठे-बैठे ही हो जाएगा. फिलहाल इस सर्विस  को लेकर चुनिंदा इलाकों में ही शुरू किया गया है, बाद में इसका विस्तार किया जा सकता है. 

30 मिनट में डिलीवरी
दीपिंदर गोयल ने ट्विटर (अब X) पर नयी सर्विस की जानकारी देते हुए लिखा है - आज के लिए एक और हल्का-फुल्का अपडेट - हमने अभी @जोमैटो पर फोटो केक्स लॉन्च किया है. अब आप अपनी तस्वीर अपलोड करके सिर्फ 30 मिनट में कस्टमाइज्ड केक मंगवा सकते हैं. अभी यह सुविधा दिल्ली NCR  के कुछ चुनिंदा इलाकों में ही उपलब्ध है, लेकिन जल्द ही इसे अन्य शहरों में भी शुरू किया जाएगा. गोयल ने खुद इस सर्विस का इस्तेमाल करके अपनी एक कर्मचारी की वर्क एनिवर्सरी सेलिब्रेट करने के लिए फोटो केक ऑर्डर किया.

ऐसा है स्टॉक का हाल 
गोयल ने इस सर्विस को संभव बनाने के लिए जोमैटो के साथ साझेदारी करने वाले रेस्टोरेंट्स को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि मदर्स डे की तैयारी में इस लॉन्च के लिए हमारे साथ काम करने के लिए हमारे भागीदारों को बहुत-बहुत धन्यवाद. वहीं, Zomato के स्टॉक मार्केट में प्रदर्शन पर नजर डालें, तो कंपनी के शेयर कल के गिरावट वाले बाजार में बढ़त के साथ 195.75 रुपए पर बंद हुए थे. हालांकि, इस साल अब तक ये शेयर 57.23% का शानदार रिटर्न दे चुका है. इसका 52 वीक का हाई लेवल 202 रुपए है. 
 


BPCL ने सालाना आधार पर कमाया रिकॉर्ड मुनाफा, बोनस शेयर और डिविडेंड का ऐलान 

यदि आपके पास भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड के शेयर हैं, तो कंपनी ने आपको खुश होने का मौका दिया है.

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Friday, 10 May, 2024
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भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड (BPCL) ने वार्षिक आधार पर अब तक सबसे अधिक स्टैंडअलोन नेट प्रॉफिट दर्ज किया है. कंपनी की तरफ से बताया गया है कि उसने वित्त वर्ष 22-23 में 1,870.10 करोड़ का मुनाफा कमाया था, जो वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़कर 26,673.50 करोड़ रुपए हो गया है. इसी के साथ कंपनी का EBITDA भी पहले के मुकाबले बढ़ा है. फाइनेंशियल ईयर 22-23 में यह 11,780.66 करोड़ रुपए था और 2023-24 में बढ़कर 44,771.49 करोड़ हो गया है. शानदार सालाना नतीजों से उत्साहित कंपनी ने बोनस शेयर और डिविडेंड का भी ऐलान किया है.

इतना है ऑपरेशनल रिवेन्यु
हालांकि, वित्त वर्ष 23-24 की चौथी तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 4,224.18 करोड़ रुपए रहा, जबकि वित्त वर्ष 22-23 की इसी तिमाही में यह 6,477.74 करोड़ रुपए था. यानी तिमाही आधार पर कंपनी के प्रॉफिट में कमी आई है. 31 मार्च, 2024 को समाप्त वित्त वर्ष के लिए कंपनी का परिचालन से राजस्व 5,06,911.36 करोड़ रुपए रहा है. जबकि पिछले वित्त वर्ष में यह आंकड़ा 5,33,467.55 करोड़ था. जनवरी-मार्च 2024 तिमाही में BPCL का ऑपरेशनल रिवेन्यु 1,32,084.86 करोड़ रुपए है. पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में यह 1,33,413.81 करोड़ रुपए रहा था.

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मिलेगा इतना डिविडेंड 
BPCL की नेटवर्थ 31 मार्च 2024 को बढ़कर 74,674.80 करोड़ रुपए हो गई है, जो 31 मार्च 2023 को 51,996.34 करोड़ थी. कंपनी के बोर्ड ने 21 रुपए के अंतिम लाभांश यानी डिविडेंड की सिफारिश की है. इसके अलावा, कंपनी 10 रुपए प्रति इक्विटी शेयर के साथ एक बोनस शेयर भी देने जा रही है. बोनस शेयर के लिए कंपनी ने 22 जून 2024 रिकॉर्ड डेट तय की है. वहीं, BPCL के शेयर के प्रदर्शन की बात करें, तो कल करीब 5% की गिरावट के साथ 592.25 रुपए पर बंद हुए थे. बीते 5 सत्रों में यह शेयर 7.12% लुढ़क चुका है, लेकिन इस साल अब तक इसने 31.01% का रिटर्न भी दिया है.


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शेयर बाजार के लिए आज सप्ताह का आखिरी कारोबारी दिन है और आज कुछ शेयरों में तेजी के संकेत मिले हैं.

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Friday, 10 May, 2024
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लोकसभा चुनाव के परिणाम भले ही लगभग स्पष्ट हों, लेकिन इसके बावजूद निवेशक कोई जोखिम मोल लेना नहीं चाहते. वह बड़े निवेश से फिलहाल बच रहे हैं. घरेलू के साथ-साथ विदेशी निवेशक भी खरीदारी में ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखा रहे. यही वजह है कि हमारा शेयर बाजार (Stock Market) लगातार गिर रहा है. गुरुवार को बाजार में बड़ी गिरावट देखने को मिली. इस दौरान, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का 30 शेयरों वाले सेंसेक्स 1,062.22 अंक फिसलकर 72,404.17 पर बंद हुआ. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी भी 345 अंक लुढ़ककर 1,957.50 पर पहुंच गया. चलिए जानते हैं कि सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन यानी आज कौनसे शेयर ट्रेंड में रह सकते हैं.

MACD से मिले ये संकेत
मोमेंटम इंडिकेटर मूविंग एवरेज कन्वर्जेंस डिवर्जेंस (MACD) ने आज के लिए केवल 4 शेयरों पर तेजी का रुख दर्शाया है. इसमें Bosch के साथ-साथ Zydus Wellness, Nesco और Mahaan Foods का नाम शामिल है. इसका मतलब है कि इन शेयरों के भाव आज चढ़ सकते हैं और ऐसे में आपके लिए मुनाफा कमाने की गुंजाइश भी बन सकती है. हालांकि, BW हिंदी आपको सलाह देता है कि स्टॉक मार्केट में निवेश से पहले किसी सर्टिफाइड एक्सपर्ट से परामर्श ज़रूर कर लें, अन्यथा आपको नुकसान भी उठाना पड़ सकता है. इसी तरह, MACD ने आज Inox Wind Energy, Apar Industries, Eicher Motors, SKF India और Linde India में मंदी के संकेत दिए हैं.

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इन पर बनाए रखें नजर  
अब उन शेयरों के बारे में भी जान लेते हैं, जिनमें मजबूत खरीदारी देखने को मिल रही है. इस लिस्ट में SBI, M&M, राधाकिशन दमानी की कंपनी Avenue Supermart, Vijaya Diagnostic, Timken India, Jupiter Wagons और Eicher Motors शामिल हैं. इनमें से कुछ शेयरों ने अपना 52 हफ्ते का उच्च स्तर पार कर लिया है. SBI के शेयर कल के गिरावट वाले बाजार में भी एक प्रतिशत से अधिक की बढ़त हासिल करने में कामयाब रहे थे. वहीं, Berger Paints, Asian Paints, Syngene International, Ramco Cements, HDFC Life, Zee Entertainment Enterprises और Dalmia Bharat उन शेयरों में शुमार हैं जिनमें बिकवाली का दबाव नजर आ रहा है. लिहाजा इनमें निवेश को लेकर सावधानी बरतें.


SIP में निवेशकों ने बनाया रिकॉर्ड, अप्रैल में पहली बार 20 हजार करोड़ पहुंचा निवेश

एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स ऑफ इंडिया द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार अप्रैल महीने में लार्जकैप स्कीमों में आने वाला निवेश कम हुआ है. 

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Thursday, 09 May, 2024
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म्यूचुअल फंड्स में सिस्टमैटिक इंवेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिए आने वाला निवेश अप्रैल महीने में पहली बार 20 हजार करोड़ रुपये के आंकड़ों को पार कर गया और कुल 20,371 करोड़ रुपये रहा. एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स ऑफ इंडिया (AMFI) ने गुरुवार 9 मई को म्यूचुअल फंड्स के आंकड़ों की एक रिपोर्ट जारी की है. आंकड़ों के अनुसार मार्च में यह निवेश 19,271 करोड़ रुपये और फरवरी में 19,187 करोड़ रुपये था. म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री का कुल एसेट अंडर मैनेजमेंट अप्रैल 2024 के अंत में 57.26 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया.   

अप्रैल में 2.29 लाख करोड़ का शुद्ध निवेश
म्यूचुअल फंड्स में मार्च महीने के दौरान 1.59 लाख करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी हुई थी. हालांकि, डेट फंड और इक्विटी फंड में अप्रैल के दौरान निवेश बढ़ने के कारण इसमें 2.29 लाख करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश आया. आंकड़ों के अनुसार इक्विटी म्यूचुअल फंड्स (EMF) में अप्रैल महीने के दौरान करीब 18.917.08 करोड़ रुपये का निवेश आया. वहीं, डेट फंड में अप्रैल महीने के दौरान 1.90 लाख करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश देखा गया, जबकि इससे पहले मार्च महीने के दौरान 1.98 लाख करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी देखी गई थी.

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लार्जकैप में घटा, मिडकैप और स्मॉलकैप में बढ़ा निवेश
आंकड़ों के अनुसरा खासतौर से लार्जकैप स्कीमों में आने वाला निवेश कम हुआ है. लार्जकैप स्कीमों में शुद्ध निवेश अप्रैल महीने के दौरान 83 प्रतिशत घटकर 358 करोड़ रुपये रहा. वहीं, मिडकैप फंड्स में शुद्ध निवेश 76.19 प्रतिशत बढ़कर 1,793 करोड़ रुपये रहा. इसके अलावा स्मॉलकैप फंड्स में अप्रैल महीने के दौरान करीब 2,208.70 करोड़ रुपये का निवेश आया. इससे पहले मार्च महीने के दौरान स्मॉलकैप फंड्स से थोड़ी निकासी देखी गई थी