होम / बिजनेस / अपनी ही कंपनी से होगी Byju Ravindran की विदाई? इस दिन जुट रहे निवेशक
अपनी ही कंपनी से होगी Byju Ravindran की विदाई? इस दिन जुट रहे निवेशक
बायजू के निवेशकों का एक समूह बायजू रवींद्रन और उनके परिवार के सदस्यों को कंपनी से बाहर करना चाहता है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 2 months ago
मुश्किल दौर से गुजर रहे बायजू रवींद्रन (Byju Ravindran) की मुश्किलें आने वाले दिनों में बढ़ सकती हैं. दरअसल, एडटेक फर्म बायजू के निवेशकों का एक समूह कंपनी के संस्थापक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) बायजू रवींद्रन को कंपनी से बाहर करना चाहता है. इस समूह ने शुक्रवार को असाधारण आम बैठक यानी EGM बुलाई है, जिसका उद्देश्य बायजू रवींद्रन और उनके परिवार के अन्य सदस्यों को कंपनी से बाहर करने की योजना पर मंथन करना है.
पहले भी किया था अनुरोध
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, निवेशकों के इस समूह ने बायजू रवींद्रन और उनके परिवार के सदस्यों पर कुप्रबंधन जैसे आरोप लगाते हुए उन्हें हटाने की मांग की है. बायजू के बोर्ड में फिलहाल बायजू रवींद्रन, उनके भाई रीजू रवींद्रन और पत्नी दिव्या गोकुलनाथ शामिल हैं. जबकि बायजू के निवेशकों में जनरल अटलांटिक, पीक-15 पार्टनर्स, सोफिना, आउल, चैन जुकरबर्ग इनिशिएटिव और सैंड्स शामिल हैं. बायजू में इनकी कुल मिलाकर लगभग 30% हिस्सेदारी है. बताया जा रहा है कि बायजू के शेयरधारकों के एक ग्रुप ने जुलाई और दिसंबर में भी बोर्ड की बैठक बुलाने का अनुरोध किया था, लेकिन उसे नजरअंदाज कर दिया गया. ये निवेशक कंपनी की मौजूदा हालत को देखते हुए उसके भविष्य को लेकर चिंतित हैं. उन्हें लगता है कि कंपनी की मौजूदा लीडरशिप और बोर्ड कंपनी को ठीक से संभालने में नाकाम रहे हैं.
बायजू पर लगाए ये आरोप
बायजू रवींद्रन और पारिवारिक सदस्यों के पास कंपनी में करीब 26 प्रतिशत हिस्सेदारी है. रिपोर्ट्स की मानें तो असाधारण आम बैठक (ईजीएम) के लिए दिए गए नोटिस में बायजू की पैरेंट कंपनी थिंक एंड लर्न के मौजूदा बोर्ड को बाहर करने की अपील की गई है. ईजीएम के नोटिस में बायजू रवींद्रन और उनके परिवार के सदस्यों को कंपनी से हटाने की मांग के साथ उसके कारण भी बताए गए हैं. जिसमें वित्तीय कुप्रबंधन, कंपनी के कानूनी अधिकारों को लागू करने में प्रबंधन की असफलता और महत्वपूर्ण जानकारी छिपाना आदि शामिल हैं.
सबकुछ लगा दिया दांव पर
बायजू लंबे समय से वित्तीय संकट से जूझ रही है. कंपनी ने फंड जुटाने की काफी कोशिश की, लेकिन पूरी तरह सफलता नहीं मिल पाई. पिछले साल खबर आई थी कि कंपनी के मालिक बायजू रवींद्रन (Byju Ravindran) ने कर्मचारियों को सैलरी देने के लिए अपना घर और परिवार के सदस्यों के घर को भी गिरवी रख दिया था. रवींद्रन ने बेंगलुरु के दो घरों को गिरवी रखकर करीब 100 करोड़ रुपए जुटाए और करीब 15,000 कर्मचारियों को सैलरी दी. वहीं, एक अन्य रिपोर्ट बताती है कि रवींद्रन व्यक्तिगत स्तर पर 40 करोड़ डॉलर का कर्ज ले चुके हैं और इसके लिए उन्होंने कंपनी में अपने सारे शेयर दांव पर लगा दिए हैं. हालांकि, कुछ वक्त पहले खबर आई थी कि मनिपाल एजुकेशन एंड मेडिकल ग्रुप के चेयरमैन रंजन पई आकाश इंस्टीट्यूट में सबसे बड़े शेयरहोल्डर बन गए हैं.
टैग्स