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ऐसा क्या हुआ कि Binny Bansal ने Flipkart के बोर्ड से दे दिया इस्तीफा?
बिन्नी बंसल ने 2007 में सचिन बंसल के साथ मिलकर फ्लिपकार्ट की स्थापना की थी.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 3 months ago
फ्लिपकार्ट (Flipkart) के को-फाउंडर बिन्नी बंसल (Binny Bansal) ने कंपनी के बोर्ड से इस्तीफा दे दिया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बिन्नी ने ई-कॉमर्स क्षेत्र में अपनी नई कंपनी के साथ हितों के संघर्ष का हवाला देते हुए इस सप्ताह की शुरुआत में फ्लिपकार्ट के बोर्ड से इस्तीफा दे दिया है. इस महीने की शुरुआत में यह खबर आई थी कि बिन्नी बंसल ने ई-कॉमर्स कंपनियों को एंड-टू-एंड समाधान प्रदान करने के लिए अपना नया स्टार्टअप OppDoor लॉन्च किया है.
क्या करता है OppDoor?
OppDoor की वेबसाइट के अनुसार, यह 'ग्लोबल एक्सपेंशन के लिए प्रबंधित सेवा मंच' है. यह ई-कॉमर्स ब्रैंड्स को वैश्विक बाजारों, ग्राहक व्यवहार, कराधान और अनुपालन, साझेदारी और तीसरे पक्ष के विक्रेताओं पर एंड-टू-एंड सेवाएं प्रदान करके मदद करेगा. OppDoor मई 2021 में सिंगापुर में पंजीकृत है. कंपनी एक वेंचर कैपिटल फर्म के रूप में काम कर रही है और इसे पहले 'थ्री स्टेट वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड' के नाम से जाना जाता था.
कायम है कंपनी का दबदबा
बिन्नी बंसल ने 2007 में सचिन बंसल के साथ मिलकर फ्लिपकार्ट की स्थापना की थी. सचिन ने 2018 में फ्लिपकार्ट में अपनी पूरी 5 प्रतिशत हिस्सेदारी वॉलमार्ट (Walmart) को लगभग 1 बिलियन डॉलर में बेच दी थी. वहीं, हाल ही में आई एक रिपोर्ट में बताया गया है कि 48% बाजार हिस्सेदारी के साथ ई-कॉमर्स सेगमेंट में Flipkart अपना दबदबा बनाए हुए है. जबकि सॉफ्टबैंक समर्थन वाली मीशो (Meesho) सबसे तेजी से बढ़ता ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म बनकर उभरा है. फ्लिपकार्ट का यूजर्स बेस सालाना आधार पर 21 फीसदी बढ़ा, जबकि मीशो की वृद्धि 32% और Amazon की वृद्धि दर 13% रही. वित्त वर्ष 2022-23 में फ्लिपकार्ट 48 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ मार्केट लीडर थी.
ये हैं सबसे बड़ी कैटेगरी
फ्लिपकार्ट के लिए मोबाइल और अपैरल सबसे बड़ी कैटेगरी हैं. रिपोर्ट में आगे कहा गया कि ऑनलाइन स्मार्टफोन और ऑनलाइन फैशन बाजार में फ्लिपकार्ट की हिस्सेदारी क्रमशः 48% और 60% होने का अनुमान है. उधर, खबर है कि फ्लिपकार्ट का यूनाइटेड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) प्रोजेक्ट तैयार है और वर्तमान में यूजर्स के एक छोटे ग्रुप के साथ इसकी टेस्टिंग की जा रही है. ई-कॉमर्स कंपनी की अपनी यूपीआई ऑफरिंग उसके पूरे ईको-सिस्टम को मजबूत बनाती है. इसका मकसद है कि खरीदारी करते समय ग्राहक फ्लिपकार्ट के यूपीआई का इस्तेमाल करें.
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