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UPI Transactions में इस कंपनी का है सबसे बड़ा हिस्सा, सिंगापुर भी होगा शामिल
हालांकि इनमें भी एक कंपनी का शेयर दूसरों की तुलना में काफी ज्यादा है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
नई दिल्लीः भारत में डिजिटल पेमेंट ने गति प्राप्त कर ली है क्योंकि टेक्नोलॉजी में इनोवेशन की वजह से देश के पेमेंट सिस्टम में काफी बदलाव आ गया है. भारत में बड़ी संख्या में पेमेंट प्लेटफॉर्म हैं जिनमें GPay, PhonePe, Paytm और BHIM प्रमुख प्लेटफॉर्म हैं जो कि यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) का उपयोग कर रहे हैं और एक दूसरे के प्रतिस्पर्धी हैं. हालांकि इनमें भी एक कंपनी का शेयर दूसरों की तुलना में काफी ज्यादा है. वहीं भारत में यूपीआई की सफलता को देखते हुए अब सिंगापुर भी इसको अपने देश में लागू करने जा रहा है.
इनका है मार्केट में वर्चस्व
चार ऐप - फोनपे, गूगल पे, पेटीएम और CRED पे - का कुल यूपीआई बाजार में 96.4 प्रतिशत हिस्सा है. नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया के अनुसार अक्टूबर में 49 प्रतिशत यूपीआई के साथ फोनपे की भारत में कुल यूपीआई लेनदेन में सबसे अधिक हिस्सेदारी थी. PhonePe के बाद 34 प्रतिशत शेयर के साथ Google Pay, 3.5 प्रतिशत शेयर के साथ Paytm (11 प्रतिशत), CRED Pay (1.8 प्रतिशत) और अन्य (WhatsApp, Amazon Pay और बैंकिंग ऐप) की हिस्सेदारी है.
730 करोड़ हुए ट्रांजेक्शन
अक्टूबर में UPI के माध्यम से लेनदेन 7.7 प्रतिशत बढ़कर 730 करोड़ हो गया और कुल मूल्य 12.11 लाख करोड़ रुपये से अधिक के ट्रांजेक्शन हो गए. सितंबर में, 11.16 लाख करोड़ रुपये के 678 करोड़ यूपीआई के जरिए डिजिटल लेनदेन हुए थे.
कैश-लीड इकोनॉमी अब स्मार्टफोन-लीड पेमेंट इकोनॉमी
भुगतान सेवा प्रदाताओं (पीएसपी) में यस बैंक ने अक्टूबर में 265.5 करोड़ यूपीआई लेनदेन के साथ उच्चतम मात्रा दर्ज की, इसके बाद एक्सिस बैंक ने 119.5 करोड़ लेनदेन, आईसीआईसीआई बैंक (107.5 करोड़), पेटीएम पेमेंट्स बैंक (101.9 करोड़) और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने (73.5 करोड़) रुपये के ट्रांजेक्शन किए हैं. एसबीआई ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि भारतीय कैश-लीड इकोनॉमी अब स्मार्टफोन-लीड पेमेंट इकोनॉमी में बदल गई है.
IMPS में भी आया रिकॉर्ड उछाल
अक्टूबर में IMPS (तत्काल भुगतान सेवा) के माध्यम से तत्काल इंटरबैंक फंड ट्रांसफर की संख्या 48.25 करोड़ थी और मूल्य 4.66 लाख करोड़ रुपये था. भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) के नवीनतम मासिक आंकड़ों के अनुसार, लेनदेन के संदर्भ में, यह सितंबर की तुलना में 4.3 प्रतिशत अधिक था. मूल्य के संदर्भ में NEFT की हिस्सेदारी 55 प्रतिशत है और अधिकांश लेनदेन या तो शाखा में या इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से किए जाते हैं.
यूपीआई सिंगापुर में जल्द ही
हाल की मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, एकीकृत भुगतान इंटरफेस (UPI) का उपयोग करके भारत और सिंगापुर के बीच धन हस्तांतरण जल्द ही शुरू हो जाएगा और UPI और PayNow को जोड़ने की तकनीकी तैयारी पूरी कर ली गई है. इस कदम का उद्देश्य प्रवासी श्रमिकों को लाभ पहुंचाना है.
दोनों देशों के केंद्रीय बैंक - भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और सिंगापुर की मौद्रिक प्राधिकरण (MAS) - सेवा को सक्षम करने के लिए काम कर रहे हैं, जिसके जल्द ही शुरू होने की उम्मीद है.
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