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ऑस्ट्रेलिया ने भारतीय छात्रों के सपने किए चकनाचूर, नहीं दिया पढ़ाई करने के लिए वीजा
भारत के अलावा नेपाल और श्रीलंका के छात्रों के वीजा भी सरकार ने रद्द कर दिए हैं.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
नई दिल्लीः ऑस्ट्रेलिया में जाकर के पढ़ाई करने के भारतीय छात्रों के सपने को वहां की वीजा अथॉरिटी ने चकनाचूर कर दिया है. ऑस्ट्रेलिया वीजा व इमिग्रेशन ऑफिस के इस कदम से करीब आधे से ज्यादा फीसदी भारतीय बच्चे वहां पढ़ाई नहीं कर सकेंगे. भारत के अलावा नेपाल और श्रीलंका के छात्रों के वीजा भी सरकार ने रद्द कर दिए हैं.
चार में से एक छात्र को मिल पा रहा है वीजा
ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने वीजा जारी के नीति को इतना सख्त कर दिया है कि चार में से केवल एक छात्र को ही वीजा मिल पा रहा है. वोकेशनल कोर्स करने वाले छात्रों के लिए वीजा मिलना कठिन हो गया है. इस साल अभी तक केवल 900 में से 34 वोकेशनल कोर्स करने वाले छात्रों को ही इमिग्रेशन मंत्रालय ने वीजा जारी किया है.
96 हजार भारतीय बच्चे कर रहे हैं कोर्स
जुलाई 2022 तक कुल 96 हजार छात्र ऑस्ट्रेलिया के विभिन्न कॉलेजों में पढ़ाई कर रहे हैं, जो कि चीन के बाद दूसरी सबसे बड़ी संख्या है. वोकेशनल एजुकेशन और ट्रेनिंग में आवेदन करने वाले छात्रों को काफी कठिन स्क्रूटनी प्रोसेस से गुजरना होता है, जिसके कारण वीजा आवेदन रद्द होने की संख्या भी ज्यादा है.
उच्च शिक्षा में भी वीजा मिलने में समस्या
उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले 56 फीसदी भारतीय छात्रों को वीजा मिला है. जबकि पाकिस्तान के 57 फीसदी वीजा आवेदन रद्द हो गए और नेपाल के 33 फीसदी छात्रों को वीजा मिला है. आवेदन रद्द होने का प्रमुख कारण है कि छात्र सही डॉक्यूमेंट्स नहीं लगाते हैं और एजेंट्स भी इनको ऐसा करने से नहीं रोकते हैं.
ऑस्ट्रेलिया की सरकार वीजा आवेदकों की बड़ी संख्या को देखते हुए नया स्टाफ रख रही है ताकि वर्कलोड को कम किया जा सके. वहीं दूसरी तरफ, टेरिटरी एजुकेशन क्वालिटी एंड स्टैण्डर्ड एजेंसी (TEQSA) ने भी ऑस्ट्रेलियाई संस्थानों को चेतावनी दी है कि वे अपने शिक्षा एजेंटों और उनके द्वारा नामांकित अंतर्राष्ट्रीय छात्रों की गतिविधियों की निगरानी करें.
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