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इस साल सबसे Unsafe ब्राउजर कौन सा? रिपोर्ट में हुआ नाम का खुलासा
दूसरा सबसे असुरक्षित ब्राउजर मोजिला का फायरफॉक्स है. रिपोर्ट में कहा गया है कि 117 कमियों के साथ ब्राउजर कमजोरियों के लिए दूसरे स्थान पर है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
सैन फ्रांसिस्को: एक नई रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें सबसे असुरक्षित ब्राउजर का खुलासा किया गया है. आपको जानकर हैरानी होगी कि रिपोर्ट में जिस ब्राउजर को सबसे असुरक्षित बताया गया है, वो है गूगल क्रोम, जिसका भारतीय सबसे अधिक इस्तेमाल करते हैं.
एटलस वीपीएन की रिपोर्ट में कहा गया है कि 2022 में इस ब्राउजर में कुल 303 खामियां पाई गईं. अक्टूबर, 2022 की ही बात करें तो शुरुआती पांच दिनों में ही गूगल क्रोम ही एकमात्र ऐसा ब्राउजर है, जिसमें कुछ और नई कमियां निकलकर सामने आईं. गूगल क्रोम में 2022 तक कुल 3,159 कमियां सामने आ चुकी हैं.
गूगल क्रोम के बाद दूसरे नंबर पर यह ब्राउजर
गूगल क्रोम के बाद दूसरा सबसे असुरक्षित ब्राउजर मोजिला का फायरफॉक्स है. रिपोर्ट में कहा गया है कि 117 कमियों के साथ ब्राउजर कमजोरियों के लिए दूसरे स्थान पर है. सबसे असुरक्षित ब्राउजर की लिस्ट में तीसरे स्थान पर माइक्रोसॉफ्ट एज है. वहीं, 5 अक्टूबर तक माइक्रोसॉफ्ट एज में 103 कमियां निकलकर सामने आईं, जो 2021 के पूरे साल की तुलना में 61 प्रतिशत अधिक है. इसके रिलीज होने के बाद से इसमें अब तक 806 कमियां सामने आ चुकी हैं.
सफारी चौथा सबसे असुरक्षित ब्राउजर
रिपोर्ट के अनुसार सफारी चौथा सबसे असुरक्षित ब्राउजर है, जिसमें कुछ निम्नतम स्तर की कमियां ही निकलकर सामने आईं. सफारी की बात करें तो मई 2022 तक इसके एक अरब से अधिक उपयोगकर्ता हो चुके थे. रिपोर्ट में कहा गया है कि ओपेरा ब्राउजर में 2022 में आधिकारिक रूप से अब तक कोई कमी निकलकर सामने नहीं आई है. इसके रिलीज होने के बाद इसमें अब तक कुल 344 कमियां ही पाई गई हैं.
कैसे बचें साइबर धोखाखड़ी से
आपको बता दें कि इन दिनों साइबर क्राइम बढ़ता ही जा रहा है. असुरक्षित ब्राउजर के कारण भी आप इसके शिकार हो सकते हैं. नैसकॉम की डेटा सिक्योरिटी काउंसिल ऑफ इंडिया (DSCI) की रिपोर्ट बताती है कि भारत दुनिया का ऐसा दूसरा देश है जहां 2016 और 2018 के बीच सबसे ज्यादा साइबर हमले हुए थे. साइबर इंश्योरेंस पॉलिसी लेकर और सावधान रहकर आप खुद को सुरक्षित रख सकते हैं. साइबर इंश्योरेंस ऐसे नुकसान से बचने के लिए एक प्रकार का सुरक्षा कवर है. यह आपको कई प्रकार के नुकसान से सुरक्षा की गारंटी देता है. उदाहरण के लिए, सोशल मीडिया के माध्यम से होने वाली ऑनलाइन धोखाधड़ी का जोखिम हो या मालवेयर अटैक के चलते आपके महत्वपूर्ण डेटा के दुरुपयोग की संभावना, इस कवर से आप खुद को सुरक्षित रख सकते हैं.
क्या कवर करती है पॉलिसी
साइबर इंश्योरेंस पॉलिसी आपको बड़े नुकसान से बचा सकती है. इसमें फंड्स थेफ्ट कवर, आइडेंटिटी थेफ्ट कवर, सोशल मीडिया कवर, साइबर स्टॉकिंग, मालवेयर कवर, फिशिंग कवर, डेटा ब्रीच और प्राइवेसी ब्रीच कवर शामिल होते हैं.
कहां से ले सकते हैं पॉलिसी?
Bajaj allianz और HDFC बैंक जैसे वित्तीय संस्थान साइबर बीमा पॉलिसी की सुविधा देते हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार, Bajaj Allianz 1 लाख रुपए से लेकर 1 करोड़ रुपए तक होने वाले नुकसान के लिए अलग-अलग तरह की बीमा सुविधाएं प्रदान करता है. यह बीमा पॉलिसी आप ऑनलाइन या एजेंट के माध्यम से खरीद सकते हैं.
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