होम / टेक / आरोग्य सेतु अब नहीं करेगा कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग, डिलीट कर दिया गया पुराना डाटा
आरोग्य सेतु अब नहीं करेगा कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग, डिलीट कर दिया गया पुराना डाटा
इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने लोकसभा में बताया कि आरोग्य सेतु के कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग फीचर को हटा दिया गया है और पुराना डाटा भी डिलीट किया जा चुका है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
केंद्र सरकार ने कल बताया, कि आरोग्य सेतु मोबाइल एप्लीकेशन के कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग फीचर को हटा दिया गया है और कलेक्ट किये गए डाटा को भी डिलीट कर दिया गया है. कोविड संक्रमण बढ़ने के दौरान आरोग्य सेतु का इस्तेमाल, एक संक्रमित व्यक्ति के कॉन्टैक्ट में आये लोगों की पहचान करने के लिए किया जा रहा था.
कॉन्टैक्ट को कोविड होने पर तुरंत किया जाएगा इन्फॉर्म
आरोग्य सेतु की आधिकारिक वेबसाइट पर बताया गया – आने वाले समय में अगर आपके कॉन्टैक्ट में आये लोगों में से किसी को भी कोविड होता है तो आपको तुरंत इन्फॉर्म किया जाएगा और आपके लिए सक्रिय मेडिकल सुविधा का इंतजाम भी किया जाएगा. इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री, राजीव चन्द्रशेखर ने बुद्धवार को लोकसभा में जवाब देते हुए कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग के बारे में यह अपडेट दिया था. उन्होंने कहा –आरोग्य सेतु मोबाइल एप्लीकेशन से कांटेक्ट ट्रेसिंग का फीचर हटा दिया गया है और इसके द्वारा इकठ्ठा किया गया सारा डाटा भी डिलीट किया जा चुका है.
कुछ चुने हुए अधिकारियों को ही मिला था एक्सेस
इस विषय के बारे में और जानकारी साझा करते हुए राजीव चंद्रशेखर ने बताया कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, राज्य स्वास्थ्य मंत्रालयों, राष्ट्रीय एवं राज्य डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटीज और डिस्ट्रिक्ट सिविल सर्जन्स के कुछ चुने गए अधिकारियों को आरोग्य सेतु द्वारा इकठ्ठा किये गए डाटा का सिक्योर एक्सेस दिया गया था. उन्होंने कहा कि डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट 2005 के अंतर्गत बनायी गयी नेशनल एग्जीक्यूटिव कमेटी ने मार्च 2020 में कोविड-19 महामारी से जुड़ी जरुरी रणनीति को लागू करने के लिए एक मजबूत टेक्नोलॉजी और डाटा मैनेजमेंट ग्रुप को चुना था.
कोविड को रोकने के लिए इस्तेमाल हुआ डाटा
ग्रुप द्वारा लिए गए एक फैसले के अनुसार, इसके चेयरपर्सन ने 11.05.2020 को एक ऑर्डर जारी किया था. इस ऑर्डर के द्वारा आरोग्य सेतु डाटा एक्सेस और नॉलेज शेयरिंग प्रोटोकॉल 2020 के बारे में सूचित करके आरोग्य सेतु द्वारा सिक्योर डाटा कलेक्शन, व्यक्तियों के पर्सनल डाटा की रक्षा, और कोविड को रोकने और उसे खत्म करने के लिए पर्सनल या नॉन-पर्सनल डाटा को अच्छे तरीके से शेयर करने और इस्तेमाल करने की बात कही गयी है. कोरोना वायरस बीमारी से ठीक हुए लोगों की संख्या फिलहाल 4,41,51,219 है जबकि इसका फैटेलिटी रेट, 1.19% है. स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट से पता चला है कि देश में चल रही वैक्सीनेशन ड्राइव के अंतर्गत अबतक कोविड के 220.61 करोड़ डोज लगाये जा चुके हैं.
यह भी पढ़ें: बंद हो रही है PMVVY स्कीम, सीनियर सिटीजन्स ऐसे उठा सकते हैं डबल फायदा
टैग्स