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Zee-Soni के मर्जर पर BCCI की नजर, Media Rights बेचने के लिए कर सकता है इंतजार
BCCI को इंडियन प्रीमियर लीग यानी आईपीएल के बाद होने वालीं सीरीज के मीडिया राइट्स बेचने के लिए टेंडर निकालना है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 11 months ago
Zee और Soni के मर्जर पर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी BCCI की भी नजर है. बोर्ड इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के ठीक बाद होने वाली सीरीज के मीडिया राइट्स बेचने से पहले इस मर्जर के पूरा होने का इंतजार कर सकता है. एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड BCCI टीम इंडिया के अगले टूर्नामेंट्स के मीडिया राइट्स का टेंडर जारी करने से पहले Zee-Soni के मर्जर पर करीब से निगाह रखे हुए है.
4 साल की डील शायद न हो
हालांकि, रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि BCCI फिलहाल चार साल (2023-2027) के लिए मीडिया राइट्स बेचने का इच्छुक नहीं है. इसके बजाये वह चुनिंदा क्रिकेट सीरीज के मीडिया राइट्स को लेकर डील कर सकता है. बता दें कि 2017 तक, सोनी इंडियन प्रीमियर लीग को अपने चैनल पर प्रसारित करता था. फिर स्टार इंडिया और इस बार डिज्नी स्टार को ये अधिकार मिला. 2018 में, स्टार स्पोर्ट्स इंडिया ने सोनी और रिलायंस को पछाड़कर 6,138.1 करोड़ रुपए में बीसीसीआई के मीडिया राइट्स खरीद लिए थे. ये राइट्स टेलीविजन और डिजिटल दोनों प्लेटफॉर्म के लिए 2018 से 2023 की अवधि के लिए थे.
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विलय को मिल चुकी है मंजूरी
अभी Disney Star के पास सभी ICC इवेंट्स के लिए टीवी और अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म पर मैचों के प्रसारण और स्ट्रीमिंग के अधिकार हैं. इस साल तक एशिया कप के अधिकार भी उसके पास हैं. दूसरी ओर, सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क के पास इंग्लैंड, पाकिस्तान और श्रीलंका में होने वाले गेम्स के प्रसारण अधिकार हैं. गौरतलब है कि सोनी की भारतीय शाखा, सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया के साथ पुनीत गोयनका के नेतृत्व वाले जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज के विलय की घोषणा 2021 में की गई थी. तमाम तरह की बाधाओं के बाद आखिरकार इस विलय को भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) से 2022 हरी में झंडी मिल गई थी. स्टॉक एक्सचेंजों से भी इसकी मंजूरी दे दी है.
कानूनी पेचीदगियों में उलझी डील
Zee के फाउंडर Essel Group के प्रमोटर्स को Soni द्वारा 1,100 करोड़ रुपए का गैर-प्रतिस्पर्धी शुल्क भी दिया जाएगा. मर्जर की शर्तों के तहत, विलय की गई इकाई में सोनी की 50.86 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी. संयुक्त कंपनी में Zee के प्रमोटर्स की 3.99 प्रतिशत और Zee के अन्य शेयरधारकों की 45.15 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी. सोनी कॉर्प के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी केनिचिरो योशिदा ने कुछ वक्त पहले कहा था कि सोनी और Zee के बीच विलय 31 मार्च को समाप्त होने वाले चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही तक पूरा होने की संभावना है. लेकिन ये सौदा कई कानूनी पेचीदगियों में उलझा हुआ है.
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