टैक्‍स बचाने में कारगर साबित हो सकता है होम लोन, जानते हैं इतने लाख तक कर सकते हैं बचत

टैक्स लायबिलिटी को कम करने के लिए इनकम टैक्स नियमों में प्रावधान किए गए हैं. इसमें होम लोन और अंडर कन्स्ट्रक्शन प्रॉपर्टी पर टैक्स छूट जैसे बेनेफिट शामिल हैं.

Last Modified:
Thursday, 11 April, 2024
Home Loan Benefit

इनकम टैक्स एक्ट (Income tax act, 1961) के तहत भारतीय टैक्सपेयर्स को कई तरह के टैक्स बेनेफिट (tax benefits) मिलते हैं. अलाउंस और इन्वेस्टमेंट पर तो टैक्स छूट मिलती ही है, साथ ही आपके कुछ बड़े खर्चों को देखते हुए भी टैक्स लायबिलिटी कम हो जाए, इसके लिए इनकम टैक्स नियमों में प्रावधान किए गए हैं. इसमें ही होम लोन (home loan tax benefits) और अंडर कन्स्ट्रक्शन प्रॉपर्टी पर टैक्स छूट जैसे बेनेफिट आते हैं. तो चलिए हम आपको होम लोन और प्रॉपर्टी कन्स्ट्रक्शन से जुड़े कई सेक्शन और उनकी शर्तें के बारे में बताते हैं.

घर बनवाने पर ये है टैक्स छूट की शर्तें
अगर आप अंडर कन्स्ट्रक्शन प्रॉपर्टी के लिए टैक्स डिडक्शन क्लेम करना चाहते हैं, तो आप एक साल में जितना ब्याज भरा गया है, उस पर 2 लाख तक के ब्याज और सेक्शन 80C के तहत 1.5 लाख तक टैक्स छूट ले सकते हैं. ब्याज पर ये छूट घर का कन्स्ट्र्क्शन पूरा हो जाने पर लिया जा सकता है, इसके लिए कन्स्ट्रक्शन का 5 साल में पूरा होना जरूरी है. ये डिडक्शन 5 किस्तों में क्लेम की जा सकती है. अगर घर इन 5 सालों में नहीं बन पाता है तो भरे गए ब्याज पर आपको 30,000 रुपये की छूट ही मिल पाएगी. 
 

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ऐसे मिलेगा टैक्स लााभ

1. होम लोन के इंटरेस्ट पर टैक्स छूट (Section 24) मिलेगी. अगर आपने घर बनवाने के लिए लोन लिया है, तो आप लोन के ब्याज पर किए गए भुगतान पर टैक्स छूट का दावा कर सकते हैं. यह छूट अपने इस्तेमाल में ली जा रही प्रॉपर्टी के लिए भी ले सकते हैं, इसमें अधिकतम छूट 2 लाख सालाना की छूट ली जा सकती है. हालांकि, प्रॉपर्टी को किराये पर दिया है, तो पूरे ब्याज पर आपको टैक्स छूट मिल जाती है.

2.इसके अलावा प्रिंसिपल अमाउंट पर टैक्स छूट (Section 80C) मिल होम लोन के प्रिंसिपल अमाउंट के रीपेमेंट पर आप टैक्स छूट का दावा कर सकते हैं. यह छूट सालाना 1.5 लाख की कुल छूट की लिमिट में आती है.

3. रजिस्ट्रेशन फीस पर टैक्स छूट (Section 80C)- संपत्ति को खरीदते समय दिया गया रजिस्ट्रेशन फीस भी 80C के तहत आयकर छूट दिलाता है.

4 पहली बार घर खरीदने वालों के लिए (Section 80EE)- पहली बार घर खरीदने वाले लोगों को भी अतिरिक्त छूट मिल सकती है. सेक्शन 24b के तहत जो 2 लाख की छूट मिली है, उसके ऊपर से आप अपने होम लोन के ब्याज पर 50,000 की एक्स्ट्रा छूट ले सकते हैं.

5. जॉइंट-ओनर्स के लिए टैक्स छूट- अगर आप संपत्ति के जॉइंट ओनर हैं या फिर किसी के साथ जॉइंट बॉरोअर बनकर जॉइंट होम लोन लिया है तो दोनों ही मालिक अलग-अलग भागीदारी के लिए टैक्स छूट का दावा कर सकते हैं.
 

 


क्या होता है Arbitrage Fund, जानिए इसमें कितना मिलता है रिटर्न?

इस साल अगस्त तक Arbitrage Fund कैटेगरी के म्यूचुअल फंडों में करीब 65,000 करोड़ रुपये का निवेश आया है. 

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Thursday, 12 September, 2024
Last Modified:
Thursday, 12 September, 2024
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म्यूचुअल फंड कई तरह के होते हैं और इन्हीं में एक कैटेगरी आर्बिट्राज फंड (Arbitrage Fund) की होती है. बता दें, इस साल आर्बिट्राज फंड में अगस्त में सिर्फ 2,372 करोड़ रुपये का निवेश आया. इसका मतलब आर्बिट्राज फंड में निवेश अगस्त के महीने में 80 प्रतिशत घट गया है. हालांकि, दूसरे हाइब्रिड म्यूचुअल फंडों में इस दौरान निवेश बढ़ा है. आर्बिट्राज फंड भी हाईब्रिड फंड की कैटेगरी में आता है. इस साल अगस्त तक आर्बिट्राज म्यूचुअल फंडों में करीब 65,000 करोड़ रुपये का निवेश आया है. तो आइए जानते हैं क्या होता है आर्बिट्राज फंड और इसमें कितना रिटर्न मिलता है?

क्या होता है आर्बिट्राज फंड?
आर्बिट्राज फंड (Arbitrage Fund) एक तरह का म्यूचुअल फंड है, जो अलग-अलग बाजारों में एक ही संपत्ति के मूल्य अंतर का फायदा उठाकर रिटर्न कमाता है. आर्बिट्रेज फंड में नकद और वायदा बाजार में एक साथ खरीद और बिक्री की जाती है.  ये कम जोखिम वाला निवेश माना जाता है. आर्बिट्रेज फंड में सेबी के अनुसार कम से कम 65 प्रतिशत संपत्ति इक्विटी और इक्विटी से जुड़ी प्रतिभूतियों में होनी चाहिए. आर्बिट्राज फंड एक ही समय कैश मार्केट में शेयर खरीदते हैं और फ्यूचर्स मार्केट में उसे बेच देते हैं. एक्सपायरी पर वे अपनी पॉजिशन रिवर्स कर देते हैं. दोनों कीमतों के बीच का फर्क उनका मुनाफा होता है. लंबी अवधि में ऐसे फंडों का रिटर्न आम तौर पर मनी मार्केट में इंस्ट्रूमेंट्स की यील्ड जितना होता है.

इतना मिलता है औसत रिटर्न?
इस समय मार्केट में 28 आर्बिट्राज फंड हैं. इस कैटेगरी के फंडों का औसत रिटर्न बीते एक साल में 7.36 प्रतिशत रहा है. यह जानकारी वैल्यू रिसर्च के डेटा पर आधारित है. एक साल में (10 सितंबर, 2024 तक) सबसे ज्यादा रिटर्न कोटक इक्विटी आर्बिट्राज फंड ने दिया है, जबकि सबसे कम रिटर्न महिंद्रा मनुलाइफ आर्बिट्राज फंड ने दिया है. 

आर्बिट्राज फंड पर कितना पड़ा टैक्स नियम में बदलाव का असर?
एक्सपर्ट्स के अनुसार सरकार के शॉर्ट टर्म कैपिटल गेंस (STCG) पर टैक्स बढ़ाने का असर आर्बिट्राज फंडों पर पड़ा है. सरकार ने जुलाई में पेश बजट में शेयरों और इक्विटी म्यूचुअल फंडों के शॉर्ट टर्म कैपिटल गेंस पर टैक्स 15 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत कर दिया है. टैक्स के लिहाज से आर्बिट्राज फंड इक्विटी फंड की कैटेगरी में आते हैं, क्योंकि ये अपना 65 प्रतिशत एसेट शेयरों में निवेश करते हैं. बैंकों के सेविंग्स अकाउंट के इंटरेस्ट के मुकाबले इनमें ज्यादा रिटर्न मिलता है. वहीं, टैक्स के मामले में यह कैटेगरी डेट फंडों के मुकाबले बेहतर है. डेट म्यूचुअल फंड के कैपिटल गेंस पर इनवेस्टर के टैक्स स्लैब के हिसाब से टैक्स लगता है. इस पर होल्डिंग पीरियड का असर नहीं पड़ता है.

इनके लिए आर्बिट्राज फंड बेहतर विकल्प
एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर आगे इंटरेस्ट रेट में कमी की जाती है तो आर्बिट्राज फंडों का रिटर्न घटेगा. बावजूद इसके टैक्स के लिहाज से डेट फंडों के मुकाबले आर्बिट्राज फंड बेहतर हैं, लेकिन इसके लिए इस फंड में अच्छे समय तक निवेश बनाए रखना होगा. हाई टैक्स स्लैब में आने वाले निवेशकों के लिए आर्बिट्राज फंड बेहतर विकल्प बना रहेगा. 

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Bharti Airtel अब ग्राहकों को देगी FD की सुविधा, जानिए कितना मिलेगा ब्याज?

NBFC और Small Finance Banks के साथ साझेदारी में Bharti Airtel अपनी डिजिटल यूनिट Airtel Finance के अंतर्गत अपने ग्राहकों के लिए FD की सुविधा शुरू करने जा रही है.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Tuesday, 10 September, 2024
Last Modified:
Tuesday, 10 September, 2024
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अगर आप एयरटेल यूजर हैं या एयरटेल में स्विच करने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो ये खबर आपके लिए बहुत काम की है. दरअसल, भारती एयरटेल (Bharti Airtel) ने अपनी डिजिटल यूनिट एयरटेल फाइनेंस (Airtel Finance) के अंतर्गत फिक्स्ड डिपॉजिट मार्केटप्लेस (FD) शुरू करने की घोषणा की है. कंपनी ने इसके लिए प्रमुख गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFC) और लघु वित्त बैंकों (Small Finance Banks) के साथ साझेदारी की है. इस एफडी में निवेशकों को काफी अच्छा रिटर्न मिलने वाला है. तो चलिए जानते हैं इस एफडी में निवेशकों को कैसे और कितना ब्याज मिलेगा?

मिलेगा 9.1 प्रतिशत तक ब्याज
कंपनी के अनुसार यह फिक्‍स्‍ड डिपॉजिट ‘मार्केटप्लेस’ है, जहां मियादी जमा ली जा सकेगी और उसे भुनाया जा सकेगा. इस प्लेटफॉर्म पर निवेशकों को 9.1 प्रतिशत की दर से सालाना ब्याज मिलेगा. 
इसके लिए एयरटेल फाइनेंस ने उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक, शिवालिक बैंक, सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक और श्रीराम फाइनेंस सहित कई लघु वित्त बैंकों और एनबीएफसी के साथ साझेदारी की है. इस साझेदारी से  ग्राहकों को ज्‍यादा ब्याज दर पर निश्चित रिटर्न प्राप्त करने में मदद मिलेगी.

यहां मिलेगी एफडी की सुविधा
ग्राहकों को एफडी की सुविधा एयरटेल के ‘थैंक्स’ ऐप पर मिलेगी. एयरटेल फाइनेंस के जरिए यूजर्स आसानी से एफडी कर सकेंगे और मैच्योरिटी पर पैसे भी निकाल सकेंगे. एयरटेल थैंक्स ऐप पर यूजर्स को एफडी के अलग-अलग विकल्प और निश्चित रिटर्न मिलेगा. साथी ही ग्राहकों को पूरी तरह से पारदर्शी और निर्बाध डिजिटल सेवा मिलेगी.

इतने रुपये के निवेश के साथ शुरू कर सकते हैं एफडी
कंपनी के अनुसार उन्होंने इस एफडी सेवा के लिए अच्छे बैंकों के साथ साझेदारी की है. एयरटेल थैंक्स ऐप मंच पर ग्राहक 1,000 रुपये के न्यूनतम निवेश के साथ नया बैंक खाता खोले बिना सीधे फिक्‍स्‍ड डिपॉजिट की सुविधा प्राप्त कर सकते हैं. इसके अलावा कंपनी सात दिन के बाद किसी भी समय निकासी के साथ एफडी विकल्प भी प्रदान कर रही है. इससे उसे उम्मीद है कि ‘लॉक-इन’ और नकदी को लेकर ग्राहकों की सभी चिंताएं दूर हो जाएंगी.

 


बैंक ऑफ इंडिया ने लॉन्च की नई FD स्कीम, जानिए कितना मिलेगा ब्याज!

बैंक ऑफ इंडिया (BoI) ने एक नई फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) स्कीम शुरू की है. इस एफडी में बैंक अपने निवेशकों को सबसे ज्यादा ब्याज ऑफर कर रहा है.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Monday, 09 September, 2024
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Monday, 09 September, 2024
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अगर आपका खाता बैंक ऑफ इंडिया (BoI) में है या आप फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) में निवेश करने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो ये खबर आपके काम की हो सकती है. दरअसल, बैंक ऑफ इंडिया ने एक नई एफडी स्कीम लॉन्च की है. बैंक अपनी इस नई स्कीम में सबसे ज्यादा ब्याज दर ऑफर कर रहा है. इसके अलावा बैंक ने अपनी सभी एफडी की ब्याज दरों में भी बदलाव किया है. तो आइए जानते हैं बैंक की ये नई एफडी कौन-सी है और इसमें आपको कितना फायदा होगा?

क्या है FD की नई स्कीम?

बैंक ऑफ इंडिया (BoI) ने एफडी की नई स्कीम शुरू की है, जिसका नाम स्टार धन वृद्धि (Star Dhan Vriddhi) है. इस स्कीम में बैंक निवेशकों को सबसे ज्यादा ब्याज ऑफर कर रहा है. यह स्कीम 333 दिनों की है. इसमें सामान्य निवेशकों को 7.25 प्रतिशत की दर से ब्याज दिया जाएगा. वहीं, सीनियर सिटिजंस और सुपर सीनियर सिटिजंस को मिलने वाला ब्याज सामान्य लोगों को मिलने वाले ब्याज से कुछ ज्यादा होगा. इस स्कीम में निवेश पर सीनियर सिटिजंस को 7.75 प्रतिशत और सुपर सीनियर सिटिजंस को 7.90 प्रतिशत ब्याज मिलेगा.

अन्य एफडी में भी बदली ब्याज दर

नई एफडी स्कीम लॉन्ट करने के साथ ही बैंक ने अपनी सभी एफडी की ब्याज दरों में भी बदलाव किया है. इस बदलाव के बाद बैंक 3 करोड़ रुपये तक की एफडी पर 3 से 7.25 प्रतिशत की दर पर ब्याज देगा. वहीं, सीनियर सिटिजंस को मिलने वाली ब्याज दर कुछ ज्यादा रहेगी. बैंक 7 दिन से लेकर 10 साल तक की एफडी ऑफर कर रहा है. ऐसे में 7 दिन से 1 साल तक की एफडी पर 3 से 6.80 प्रतिशत की दर से ब्याज ऑफर किया जा रहा है. 1 साल से 2 साल तक 6.80 प्रतिशत, 2 से 3 साल तक 6.75 प्रतिशत, 3 से 5 साल तक 6.50 प्रतिशत, 5 से 10 साल तक 6 प्रतिशत की दर से ब्याज ऑफर किया जा रहा है.

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सीनियर सिटिजंस को मिलेगा ज्यादा ब्याज

बैंक सीनियर सिटिजंस को सामान्य निवेशकों के मुकाबले ज्यादा ब्याज दे रहा है. ऐसे में उन्हें 7 दिन से 1 साल तक की एफडी पर 3 से 6.5 प्रतिशत, 1 साल से 2 साल तक 7.30 प्रतिशत, 2 से 3 साल तक 7.25 प्रतिशत, 3 से 5 साल तक 7.25 प्रतिशत, 5 से 10 साल तक 6.75 प्रतिशत की दर से ब्याज ऑफर किया जा रहा है.

सुपर सीनियर सिटिजंस के लिए इतना ब्याज

बैंक सुपर सीनियर सिटिजंस को कुछ एफडी में सबसे ज्यादा ब्याज दे रहा है, जैसे उन्हें 7 दिन से 1 साल तक 3 से 6.65 प्रतिशत, 1 साल से 2 साल तक 7.45 प्रतिशत, 2 से 3 साल तक 7.45 से 7.40 प्रतिशत, 3 से 5 साल तक 7.40 प्रतिशत, 5 से 10 साल तक 6.9 प्रतिशत की दर से ब्याज ऑफर किया जा रहा है.

 


HDFC बैंक से अब लोन लेना हुआ महंगा, इतना बढ़ गया MCLR...

एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) ने अपने लोन की ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है. बैंक ने अलग-अलग अवधि के लिए ब्याज दर बढ़ा दी हैं.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Monday, 09 September, 2024
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Monday, 09 September, 2024
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अगर आपका खाता एचडीएफडी बैंक (HDFC Bank) में है और आप बैंक से लोन लेने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो ये खबर आपके लिए बहुत जरूरी है. दरअसल, एचडीएफसी बैंक से लोन पर अब आपको पहले से ज्यादा कीमत चुकानी होगी. बैंक ने अपने लोन की ब्याज दरों (Interest Rate) में बढ़ोतरी कर दी है, जोकि 8 सितंबर से लागू भी हो गई हैं. तो आइए जानते हैं कि ये ब्याज दर क्यों और कितनी बढ़ गई हैं?

बैंक ने दी ये जानकारी
एचडीएफसी बैंक ने ब्याज दर में बढ़ोतरी को लेकर अपनी ऑफिशियल वेबसाइट पर जानकारी शेयर की है. वेबसाइट के अनुसार बैंक ने तीन महीने की अवधि के लिए मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट्स (MCLR) में पांच बेसिस पॉइन्ट्स की बढ़त की है. हालांकि यह दरें अलग-अलग अवधि के लिए बढ़ाई गई है.

ये हैं नई ब्याज दरें
एचडीएफसी बैंक की एमसीएलआर ब्याज दरें अब 9.10 प्रतिशत से लेकर 9.45 प्रतिशत तक हो गई है. तीन महीने के अवधि के अलावा बैंक ने किसी भी अन्य लोन दरों में बदलाव नहीं किया है. ओवरनाइट के लिए बैंक 9.10 प्रतिशत और एक महीने के लिए 9.15 प्रतिशत की दर पर लोन मुहैया कर रहा है. तीन महीने की अवधि पर बैंक ने 9.25 प्रतिशत से 9.30 प्रतिशत तक 5 बीपीएस की बढ़त की है. छह महीने की एमसीएलआर 9.40 प्रतिशत है. बैंक ने एक साल की एमसीएलआर को बढ़ाकर 9.45 प्रतिशत कर दिया है. वहीं, दो और तीन साल की एमसीएलआर 9.45 प्रतिशत हो गई है.

क्या है एमसीएलआर?
बैंक अपने लोन पर ग्राहकों से जो न्यूनतम ब्याज दर चार्ज करता है, उसे मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट्स (MCLR) कहते हैं. एमसीएलआर में किसी तरह के बदलाव का असर कार लोन, एजुकेशन लोन और होम लोन जैसे तमाम लोन की EMI पर पड़ा है. बैंक के इस फैसले के बाद ग्राहकों को सभी तरह के लोन अब ज्यादा रकम चुकानी होगी.

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ये बैंक स्पेशल FD में दे रहे 7 प्रतिशत से अधिक ब्याज, 30 सितंबर तक निवेश का मौका!

भारतीय स्टेट बैंक (SBI) सहित देश के कई बैंक ग्राहकों को स्पेशन एफडी ऑफर कर रहे हैं. इनमें ग्राहकों को 7 प्रतिशत से अधिक ब्याज मिल रहा है. 

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Wednesday, 04 September, 2024
Last Modified:
Wednesday, 04 September, 2024
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भारतीय स्टेट बैंक (SBI), इंडियन बैंक (Indian Bank) सहित देश में कई ऐसे बैंक हैं, जो ग्राहकों को स्पेशल फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) पर अधिक ब्याज ऑफर कर रहे हैं, हालांकि ग्राहक इस ऑफर का लाभ एक निर्धारित अवधि तक ही उठा सकते हैं. एसबीआई की बात करें, तो ये ग्राहकों को दो-दो स्पेशल एफडी स्कीम ऑफर कर रहा है. एसबीआई की वेबसाइट के अनुसार ग्राहकों को कार्ड रेट पर 50 बेसिस पॉइंट्स का अतिरिक्त प्रीमियम दिया जा रहा है. तो चलिए जानते हैं कौन सा बैंक अपनी स्पेशल एफडी पर कितना ब्याज ऑफर कर रहा है और आप कब तक इस ऑफर का लाभ ले सकते हैं?

30 सिंतबर तक स्पेशल एफडी में निवेश का मौका
भारतीय स्टेट बैंक (SBI), इंडियन बैंक (Indian Bank) , आईडीबीआई (IDBI), पंजाब एंड सिंध बैंक (Punjab and Sind Bank) ग्राहकों को 30 सितंबर 2024 तक स्पेशन एफडी में निवेश का मौका दे रहे हैं. इसमें ग्राहकों को 7 प्रतिशत से अधिक ब्याज मिलेगा. इन स्कीम्स का लाभ उठाने के लिए अपने सबसे निकटतम बैंक शाखा से संपर्क करें.

SBI की अमृत कलश और वीकफेयर एफडी
एसबीआई ग्राहकों के लिए दो स्पेशल एफडी स्कीम लेकर आई है. बैंक की वेबसाइट के अनुसार ‘अमृत कलश’ (400 दिन) योजना के तहत एसबीआई 7.10 प्रतिशत का ब्याज दर दे रही है. वरिष्ठ नागरिकों को 7.60 प्रतिशत का ब्याज दर मिल रहा है. दूसरी एफडी ‘एसबीआई वीकफेयर’ है. इस योजना के तहत दी जाने वाली ब्याज दर 7.50 प्रतिशत है. इसके अलावा पब्लिक को कार्ड रेट पर 50 बेसिस पॉइंट्स का अतिरिक्त प्रीमियम दिया जा रहा है. 

IDBI बैंक की उत्सव एफडी
आईडीबीआई बैंक ग्राहकों को उत्सव एफडी योजन ऑफर कर रहा है. यह एफडी योजना 300 दिन, 375 दिन, 444 दिन और 700 दिनों की है. जनरल कैटेगरी के ग्राहकों को 300 दिन पूरा करने पर उत्सव एफडी स्कीम के तहत 7.05 प्रतिशत की दर से ब्याज मिलेगा. वहीं, वरिष्ठ नागरिकों को 7.55 प्रतिशत की दर से ब्याज मिलेगा. 375 दिन की एफडी पर 7.15 प्रतिशत और वरिष्ठ नागरिकों को 7.65 प्रतिशत की दर से ब्याज मिलेगा. वहीं, 444 दिनों की एफडी पर 7.35 प्रतिशत और वरिष्ठ नागरिकों को 7.65 प्रतिशत की दर से ब्याज मिलेगा. 700 दिनों की एफडी पर 7.20 प्रतिशत की दर से ब्याज और वरिष्ठ नागरिकों को 7.70 प्रतिशत की दर से ब्याज मिलेगा.

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Indian Bank स्पेशल एफडी
इंडियन बैंक इंड सुपर 300 दिनों की एफडी पर सामान्य वर्ग को 7.05 प्रथिशत, वरिष्ठ नागरिकों को 7.55 प्रतिशत और अत्यंत वरिष्ठ नागरिकों को 7.80 प्रतिशत ब्याज दर दे रहा है. वहीं, 400 दिनों की एफडी पर सामान्य वर्ग को 7.25 प्रतिशत, वरिष्ठ नागरिकों को 7.75 प्रतिशत और अत्यंत वरिष्ठ नागरिकों को 8 प्रतिशत की दर से ब्याज मिल रहा है. 

Punjab and Sind Bank स्पेशल एफडी
पंजाब और सिंध बैंक की ओर से सामान्य वर्ग को 333 दिनों की एफडी पर 7.15 प्रतिशत की दर से ब्याज ऑफर किया जा रहा है. वहीं, 444 दिनों वाली एफडी में निवेश करने पर बैंक की ओर से 7.25 प्रतिशत दर पर ब्याज दिया जाएगा.

 


अब केवल 250 रुपये से भी शुरू कर सकेंगे SIP, ये कंपनी कर रही लॉन्च की तैयारी...

SEBI की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच ने छोटे निवेशकों के लिए अच्छी खबर दी है. दरअसल, जल्दी ही 250 रुपये की SIP लॉन्च होने जा रही है. 

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Monday, 02 September, 2024
Last Modified:
Monday, 02 September, 2024
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अगर आप म्यूचुअल फंड सिस्टमैटिक इंवेस्टमेंट प्लान (SIP) में निवेश करना पसंद करते हैं, तो ये खबर आपके काम की हो सकती है. दरअसल, अब तक म्यूचुअल फंड में कम से कम 500 रुपये महीने वाली ही एसआईपी उपलब्ध हैं, लेकिन जल्द ही निवेशकों को 250 रुपये की एसआईपी में निवेश का विकल्प भी मिलेगा. इसे लेकर भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच ने एक जानकारी साझा की है. तो आइए जानते हैं सेबी चेयरपर्सन ने क्या कहा है?

250 वाली एसआईपी से छोटे निवेशकों को भी होगा फायदा
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच ने जानकारी दी है कि 250 रुपये की एसआईपी बहुत जल्द हकीकत बनेगी, जो व्यक्ति चाहे वो इसमें आसानी से निवेश कर सकता है. अभी कोई व्यक्ति 500 रुपये से म्यूचुअल फंड की एसआईपी शुरू कर सकता है, लेकिन अब इससे भी कम यानी 250 रुपये प्रति माह एसआईपी के साथ आप निवेश की शुरुआत कर सकते हैं. इस एसआईपी का छोटे निवेशकों को बहुत फायदा होगा. 

ये कंपनी लॉन्च करेगी 250 रुपये वाली एसआईपी
माधवी पुरी बुच ने कहा कि निवेशक जल्द ही 250 रुपये प्रति माह से एसआईपी में निवेश शुरू कर सकेंगे. आदित्य बिड़ला सन लाइन म्यूचुअल फंड देश में इस तरह का पहला एसआईपी लॉन्च करने की तैयारी में है. आपको बता दें, 250 रुपये वाली एसआईपी काफी समय से चर्चा में है. माधबी पुरी बुच बीते कुछ समय से म्यूचुअल फंड्स इंडस्ट्री के साथ इस दिशा में काम कर रही हैं. उन्होंने इस बारे में इस साल कई मौकों पर इसका जिक्र भी किया है.

आदित्य बिड़ला सन लाइफ म्यूचुअल फंड 
पिछले 3 साल और 5 साल में फंड का सालाना रिटर्न लगभग 6.08 प्रतिशत और 5.35 प्रतिशत रहा है. आदित्य बिड़ला सन लाइफ लिक्विड फंड आदित्य बिड़ला सन लाइफ म्यूचुअल फंड की डेट श्रेणी में आता है. बता दें, आदित्य बिरला सन लाइफ म्यूचुअल फंड की स्थापना 1994 में ABCL और सन लाइफ AMC के बीच संयुक्त रूप से की गई थी और यह आदित्य बिरला सन लाइफ म्यूचुअल फंड के लिए प्रमुख इन्वेस्टमेंट मैनेजर है.

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टैक्सपेयर ने 30 अगस्त तक नहीं किया ये जरूरी काम, तो होगा ये बड़ा नुकसान...

इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) फाइल करने के बाद अब टैक्सपेयर्स टैक्स रिफंड (Tax Refund) का इंतजार कर रहे हैं. ऐसे में आपको पहले आईटीआर ई-वेरिफाई भी जरूर करा लेना चाहिए. 

Last Modified:
Friday, 23 August, 2024
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अगर आपने इनकम टैक्स रिटर्न फाइल कर दिया है और अब आप अपने रिफंड का इंतजार कर रहे हैं, तो ये खबर आपके लिए बहुत जरूरी है. दरअसल, आयकर विभाग (Income Tax Department) ने टैक्सपेयर्स के खाते में आईटीआर रिफंड देना शुरू कर दिया है, लेकिन यह रिफंड सभी को नहीं मिलेगा. आपको बता दें कि अगर आप अपने आईटीआर को वेरिफाई नहीं करवाते हैं तो आपको रिफंड नहीं मिलेगा. तो आइए जानते हैं आईटीआर ई-वेरिफाई न कराने पर आपको क्या नुकसान हो सकता है और ये क्यों जरूरी है?

इतने दिनों के अंदर कराना होता है आईटीआर ई-वैरिफिकेशन
आयकर नियमों के अनुसार आईटीआर फाइलिंग से अगले 30 दिनों के भीतर करदाता को रिटर्न ई-वेरिफाई करवाना होता है. इसका मतलब है कि अगर किसी करदाता ने 25 जुलाई को रिटर्न फाइल किया था तो वह 25 अगस्त तक आईटीआर ई-वेरिफाई करवा सकता है. आयकर विभाग के अनुसार अभी भी करीब 30 लाख आईटीआर का ई-वेरिफिेकेशन नहीं हुआ है. 

इसलिए जरूरी है आईटीआर ई-वेरिफिकेशन
आईटीआर फाइल करने के बाद उसे ई-वेरिफाई (E-Verify) करना अनिवार्य है. अगर कोई करदाता समयसीमा के अंदर आईटीआर को ई-वेरिफाई नहीं करवाता है, तो उसका आईटीआर रिजेक्ट हो जाएगा. इसका मतलब है कि रिटर्न को मान्य नहीं माना जाएगा. रिटर्न अमान्य होने की वजह से इनकम टैक्स रिफंड भी नहीं मिलेगा.

ऐसे करें ई-वैरिफिकेशन
1. सबसे पहले ई-फाइलिंग पोर्टल https://www.incometax.gov.in/iec/foportal/पर जाएं और लॉग इन करें.
2. होम पेज पर ई-वेरिफाई रिटर्न ऑप्शन पर क्लिक करें. 
3. ई-वेरिफाई रिटर्न पेज पर अपना पैन डालें, असेसमेंट ईयर चुनें और अपना मोबाइल नंबर और ITR एकनॉलेजमेंट नंबर डालें, फिर Continue पर क्लिक करें.
4. अब अपने मोबाइल पर प्राप्त 6 अंकों का OTP डालें और सबमिट करें.

आईटीआर भरने के एक महीने बाद आ जाता है रिफंड
आपको बता दें, आईटीआर भरने की अंतिम तारीख के बाद से लगभग एक महीने के अंदर टैक्सपेयर्स के पास रिफंड आ जाता है. रिटर्न वेरिफाई होने के बाद आयकर विभाग द्वारा रिफंड की प्रक्रिया शुरू कर दी जाती है. आपको रिफंड कितने समय में मिलेगा यह इस बात पर निर्भर करता है, कि आपने कौन-सा आईटीआर फॉर्म (ITR Form) भरा है.

अब भी पेनल्टी देकर भर सकते हैं आईटीआर
कई टैक्सपेयर्स ने अभी तक इनकम टैक्स रिटर्न फाइल नहीं किया है. ऐसे में उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है. वह अभी भी लेट रिटर्न फाइल कर सकते हैं. हालांकि, लेट रिटर्न फाइल करने पर उन्हें पेनल्टी देनी होगी. आपको बता दें, अगर आप लेट रिटर्न फाइल करते हैं तब भी आपको 30 दिन के भीतर इसे वेरिफाई करवाना होगा.

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देश के ये दो बड़े सरकारी बैंक सीनियर सिटीजन को दे रहे लोन, जानिए किस उम्र में कितना मिलेगा लोन?

सीनियर सिटीजन को लोन देने के लिए पंजाब नेशनल बैंक (PNB) और भारतीय स्टेट बैंक (SBI) एक खास स्कीम चला रहे हैं. इसमें 70 से अधिक उम्र के लोगों को भीलोन दिया जा रहा है.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Thursday, 22 August, 2024
Last Modified:
Thursday, 22 August, 2024
BWHindia

अगर आप कभी लोन के लिए अप्लाई करते हैं, तो बैंक या कोई भी वित्तीय संस्थान सबसे पहले आपकी उम्र और इनकम सोर्स चेक करता है. इसके बाद ही आपका लोन अप्रूवल किया जाता है. ऐसे में उम्र अधिक होने पर कई बैंक सीनियर सिटिजन को लोन देने से मना भी कर देता हैं. हालांकि सीनियर सिटीजन को लोन देने के लिए देश के दो बड़े सरकारी बैंक पंजाब नेशनल बैंक (PNB) और भारतीय स्टेट बैंक (SBI) एक खास स्कीम चला रहे हैं. तो आइए जानते हैं क्या है ये स्कीम?

पीएनबी की लोन स्कीम में इतना मिलेगा लोन
पंजाब नेशनल बैंक (PNB) सीनियर सिटिजन को पर्सनल लोन स्कीम फॉर पेंशनर्स (Personal Loan Scheme For Pensioners) के तहत लोन ऑफर कर रहा है. इस स्कीम में पेंशन राशि के हिसाब से पर्सनल लोन (Personal Loan) दिया जाता है. बैंक 70 साल या उससे अधिक आयु वाले व्यक्ति को लोन ऑफर करता है. इस स्कीम में 25 हजार रुपये से 10 लाख रुपये या फिर पेंशन की 18 गुना राशि तक का लोन मिलता है. वहीं, डिफेंस पेंशनर्स को पेंशन की 20 गुना तक की राशि का लोन दिया जाता है. वहीं, अगर लोनधारक की उम्र 70 साल से ज्यादा है तो पेंशनर्स को 5 साल के अंदर यानी 60 किस्तों में लोन चुकाना होता है. वहीं, 75 साल से ज्यादा उम्र वाले लोनधारक को 24 किस्‍तों यानी 2 साल में लोन का भुगतान करना होता है. बैंक लोन पर डॉक्‍यूमेंटेशन चार्जेज के तौर पर 500 रुपये और जीएसटी (GST) लेता है.

SBI की लोन स्‍कीम के तहत इतना मिलेगा लोन
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने सीनियर सिटिजन के लिए पेंशन लोन योजना (State Bank of India Pension Loan Scheme) शुरू की है. इस स्कीम में भी बुजुर्गों को पेंशन राशि के आधार पर लोन दिया जाता है. इस स्कीम में आपको कितना पेंशन मिलता है, उसी हिसाब से लोन राशि तय की जाती है. बैंक यह लोन केवल उन धारकों को देता है जिनका पेंशन भुगतान आदेश भारतीय स्टेट बैंक के पास होता है. लोन के लिए आवेदन करते समय आवेदक की उम्र 76 वर्ष से कम होनी चाहिए. लोनधारक को कम से कम 72 महीने में लोन चुकाना होगा.

एसबीआई की पेंशन लोन योजना का ऐसे लें लाभ
एसबीआई के पेंशन लोन योजना से जुड़ी ज्यादा जानकारी के लिए आपको ऑफिशियल वेबसाइट https://sbi.co.in/ या फिर टोलफ्री नंबर 1800-11-2211 पर संपर्क करना होगा. 2. वहीं, लोन के लिए आवेदन करने के लिए आपको रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से 7208933142 पर एक मिस्ड कॉल या फिर 7208933145 पर'PERSONAL' लिखकर मैसेज करना होगा.

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World Senior Citizen’s Day 2024: ये 5 निवेश स्‍कीम्‍स बुढ़ापे में बनेंगी आपका सहारा, शान से बीतेगी जिंदगी...

बुढ़ापे में रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने के लिए आप अलग अलग सरकारी योजनाओं का लाभ ले सकते हैं. इसके लिए आपको नौकरी के दिनों से ही शुरुआत करनी होगी.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Wednesday, 21 August, 2024
Last Modified:
Wednesday, 21 August, 2024
BWHindia

नौकरीपेशा लोग अपने रिटायरमेंट के बाद की जरूरतों को पूरा करने के लिए एकमुश्‍त पैसा तो जोड़ लेते हैं, लेकिन पेंशन का इंतजाम कई बार नहीं कर पाते. ऐसे में बुढ़ापे में रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने के लिए दूसरों पर निर्भर होना पड़ता है. ऐसे में बुधवार यानी 21 अगस्‍त को विश्‍व वरिष्‍ठ नागरिक दिवस (World Senior Citizen’s Day) के अवसर पर हम आपको ऐसी 5 निवेश स्‍कीम्‍स की जानकारी देंगे, जो बुढ़ापे में आपका सहारा बनेंगी. इन स्‍कीम्‍स के जरिए आप बुढ़ापे हर महीने पेंशन का जुगाड़ कर सकते हैं, हालांकि इसके लिए आपको अपनी नौकरी के दौरान ही प्‍लानिंग करनी होगी. तो आइए जानते हैं इसके लिए आपको कैसे और कब से निवेश शुरू करना है?

नेशनल पेंशन सिस्टम

आप सरकारी नौकरी में हों या प्राइवेट जॉब करते हों, मंथली पेंशन पाने के लिए नेशनल पेंशन सिस्टम (National pension System) का ऑप्‍शन चुन सकते हैं. ये स्‍कीम आपके लिए रिटायरमेंट फंड के साथ पेंशन का भी इंतजाम करा सकती है. एनपीएस मार्केट लिंक्‍ड स्‍कीम है, इसलिए इसका रिटर्न मार्केट पर आधारित होता है, लेकिन लॉन्‍ग टर्म में ये स्‍कीम काफी अच्‍छा रिटर्न दे सकती है. इसका औसतन रिटर्न 10 प्रतिशत है. भारत का कोई भी नागरिक जिसकी उम्र 18 से 70 साल के बीच है, वो इस स्कीम का लाभ ले सकता है. पेंशन लेने के लिए आपको इस स्‍कीम में 60 साल की आयु तक निवेश करना होगा. रिटायरमेंट पर राशि का 60 प्रतिशत अमाउंट आपको रिटायरमेंट फंड के तौर पर मिल जाता है और 40 प्रतिशत हिस्‍सा एन्‍युटी के तौर पर इस्‍तेमाल किया जाता है. इसी से आपको पेंशन दी जाती है. एन्‍युटी की रकम जितनी ज्‍यादा होगी, आपको पेंशन उतनी ज्‍यादा मिलेगी.

सिस्टमैटिक विद्ड्रॉल प्लान
बुढ़ापे में अच्‍छी खासी पेंशन लेने के लिए आप सिस्टमैटिक विद्ड्रॉल प्लान (Systematic Withdrawal Plan) भी चुन सकते हैं. ये एक ऐसा निवेश है, जिसके तहत निवेशक को म्‍यूचुअल फंड स्‍कीम से एक तय राशि मासिक रूप से मिलती है. इसके जरिए बुढ़ापे पर अच्‍छी खासी पेंशन का इंतजाम किया जा सकता है. लेकिन पहले आपको अपनी नौकरी के साथ SIP या किसी अन्‍य स्‍कीम के जरिए मोटा फंड जमा करना होगा. जब रिटायर हो जाएं तो आपको SWP का विकल्‍प चुनना होगा. SWP की राशि म्यूचुअल फंड यूनिट्स बिकने से आपको मिलती है. फंड खत्‍म हुआ तो SWP बंद हो जाएगा. आपको मंथली, तिमाही और सालाना कब पैसा चाहिए ये आपको तय करना होता है. अगर आप SIP नहीं कर पाए हैं, तो रिटायरमेंट पर मिलने वाले फंड का भी इस्तेमाल इसके लिए कर सकते हैं. 

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अटल पेंशन योजना
अटल पेंशन योजना के जरिए भी आप बुढ़ापे में रेग्‍युलर इनकम का इंतजाम कर सकते हैं. ये स्‍कीम उन लोगों के लिए है, जो टैक्‍सपेयर्स नहीं है. इसमें निवेश करने के लिए आपकी उम्र 18 से 40 साल के बीच होनी चाहिए. इस स्‍कीम में व्‍यक्ति को हर महीने थोड़ा अंशदान 60 की उम्र पूरी होने तक देना होता है. 60 साल की उम्र के बाद लोगों को 1000 रुपये से लेकर 5000 रुपये तक मासिक पेंशन का लाभ दिया जाता है. आप जितनी पेंशन बुढ़ापे पर लेना चाहते हैं, उसके हिसाब से आपकी अंशदान की राशि तय होती है. 

EPS में लगातार 10 साल योगदान देने पर बनती है पेंशन
प्राइवेट सेक्‍टर में नौकरी करने वाले हर महीने ईपीएफओ (EPFO) में कॉन्‍ट्रीब्‍यूशन करते हैं. ईपीएफओ में कर्मचारी और नियोक्‍ता दोनों कॉन्‍ट्रीब्‍यूशन करते हैं. इसमें एक हिस्सा आपके रिटायरमेंट फंड में जाता है और EPS (इम्‍प्‍लॉई पेंशन स्‍कीम) में जाता है. ईपीएस के जरिए ही बुढ़ापे पर हर महीने पेंशन दी जाती है. अगर आपने लगातार कम से कम 10 सालों तक ईपीएस में योगदान दिया है तो आप ईपीएफओ से पेंशन पाने के हकदार हो जाते हैं. ये पेंशन रिटायरमेंट की उम्र पर मिलती है और आपके कॉन्‍ट्रीब्‍यूशन की राशि पर निर्भर करती है.

पोस्‍ट ऑफिस मंथली इनकम स्‍कीम 
पोस्‍ट ऑफिस मंथली इनकम स्‍कीम के जरिए भी आप बुढ़ापे में हर महीने पेंशन की तरह लाभ ले सकते हैं. सरकारी गारंटी वाली इस डिपॉजिट स्‍कीम में सिंगल और ज्वाइंट अकाउंट की सुविधा मिलती है. सिंगल अकाउंट में अधिकतम 9 लाख रुपये और ज्वाइंट अकाउंट में अधिकतम 15 लाख रुपये तक जमा किए जा सकते हैं. ये पैसा अधिकतम 5 साल के लिए जमा किया जाता है. इसमें ब्‍याज से आपकी कमाई होती है और आपकी डिपॉजिट की गई रकम एकदम सुरक्षित रहती है. मौजूदा ब्‍याज दर 7.4 प्रतिशत के हिसाब से ज्वाइंट अकाउंट के जरिए इस स्‍कीम से 9,250 रुपये तक की कमाई की जा सकती है. 5 साल बाद भी अगर आप स्‍कीम का फायदा लेना चाहते हैं तो नया अकाउंट ओपन करवा सकते हैं.


ITR रिफंड के इंतजार में लाखों लोग, जानिए पहले किसे मिलता है रिफंड और क्या है इसकी पूरी प्रकिया?

ITR फाइलिंग की डेडलाइन खत्म होने के बाद ज्यादातर लोग अब रिफंड का इंतजार कर रहे हैं. कुछ रिफंड मिल गया है, लेकिन बहुत से लोग अभी भी रिफंड के इंतजार में हैं.

Last Modified:
Friday, 16 August, 2024
BWHindia

अगर आपने इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) फाइल कर दिया है और अब रिफंड का इंतजार कर रहे हैं, तो ये खबर आपके काम की हो सकती है. दरअसल, इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने के बाद अब लाखों लोग अपने रिफंड के इंतजार में हैं. आमतौर पर रिफंड मिलने में 10 दिन का समय लगता है, लेकिन इस बार कई लोगों को महीनेभर से ज्यादा का समय हो जाने के बाद भी अब तक रिफंड नहीं मिला है. तो आइए जानते हैं क्या होती है रिफंड की प्रक्रिया?

रिफंड को लेकर वित्त मंत्री ने कही थी ये बात

रिफंड को लेकर हाल ही में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि पिछले 10 सालों में इनकम टैक्स रिफंड प्रोसेस होने का वक्त तेजी से कम हो गया है. पिछले ही हफ्ते निर्मला सीतारमण ने संसद में कहा था कि 2013-14 में इनकम टैक्स रिटर्न को प्रोसेस कर के रिफंड जारी करने में औसतन 93 दिन का वक्त लगता था. वहीं, अब यानी साल 2023-24 में औसतन 10 दिन में लोगों को उनका रिफंड मिल रहा है. जबकि आयकर विभाग की वेबसाइट पर लिखा है कि रिफंड आने में 4-5 हफ्ते लगते हैं.

इतना लगता है समय
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बयान में ये साफ किया था कि हर आईटीआर 10 दिन में प्रोसेस नहीं होता है. आईटीआर को प्रोसेस होने में औसतन 10 दिन का समय लगता है. किसी आईटीआर फॉर्म में जितनी ज्यादा कठिनाइयां होंगी, उसे प्रोसेस करने में उतना ही अधिक वक्त लगेगा. ITR-1 की तुलना में ITR-2 अधिक मुश्किल है और ITR-2 की तुलना में ITR-3 में दिक्कतें ज्यादा हैं. ऐसे में परेशानियों से हिसाब से आईटीआर प्रोसेसिंग टाइम बढ़ता चला जाएगा.

सबसे पहले इन्हें मिलता है रिफंड
आयकर विभाग के अनुसार सबसे पहले ITR-1 के रिफंड प्रोसेस किए जाते हैं. उसके बाद नंबर आता है ITR-2 का और फिर ITR-3 का, यानी जैसे-जैसे आईटीआर फॉर्म कठिन बनता जाता है, उसी तरह रिफंड को भी प्रोसेस किया जाता है. हालांकि, अगर आपने आईटीआर आखिरी तारीख पर या उसके बहुत पास आने पर भरा है, तो आपको रिफंड मिलने में देर हो सकती है. ITR-2 और ITR-3 के रिफंड, जिनमें कोई डिफेक्ट या दिक्कत ना हो, आपको वह मिलने में कुछ महीनों तक का वक्त लग सकता है.

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