होम / कोर्ट कचहरी / Baba Ramdev और Patanjali के लिए आज बड़ा दिन, SC में है सुनवाई
Baba Ramdev और Patanjali के लिए आज बड़ा दिन, SC में है सुनवाई
भ्रामक विज्ञापन के मामले में आज सुप्रीम कोर्ट बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि आयुर्वेद के खिलाफ दायर याचिका पर सुनवाई करेगा.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 3 months ago
बाबा रामदेव (Baba Ramdev) और उनकी कंपनी पतंजलि (Patanjali) के लिए आज बड़ा दिन है. पतंजलि आयुर्वेद के भ्रामक विज्ञापन के मामले में आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी. इससे पहले, पिछले साल 21 नवंबर को हुई सुनवाई में अदालत ने पतंजलि को कड़ी फटकार लगाई थी. कोर्ट ने मॉडर्न मेडिसिन सिस्टम यानी आधुनिक चिकित्सा प्रणालियों के खिलाफ भ्रामक दावे और विज्ञापन प्राकशित करने को लेकर बाबा रामदेव की इस कंपनी के खिलाफ सख्त रुख अपनाया था. पतंजलि के खिलाफ इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) की तरफ से याचिका दायर की गई है.
आरोपों पर गंभीर है अदालत
जस्टिस अहसानुद्दीन अमानुल्लाह और प्रशांत कुमार मिश्रा की बेंच इस मामले में सुनवाई कर रही है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछली सुनवाई में अदालत ने कहा था कि पतंजलि आयुर्वेद को सभी झूठे और भ्रामक दावों वाले विज्ञापनों को तुरंत बंद करना होगा. हम ऐसे किसी भी उल्लंघन को बहुत गंभीरता से लेंगे और हर एक प्रोडक्ट के झूठे दावे पर 1 करोड़ रुपए तक का जुर्माना भी लगा सकते हैं. लिहाजा, यह देखने वाली बात होगी कि आज होने वाली सुनवाई में कोर्ट का रुख कैसा रहता है.
कंपनी को दिया था निर्देश
पिछली सुनवाई में अदालत ने निर्देश दिया था कि पतंजलि आयुर्वेद भविष्य में ऐसा कोई विज्ञापन प्रकाशित नहीं करेगी. जस्टिस अहसानुद्दीन अमानुल्लाह और प्रशांत कुमार मिश्रा की बेंच ने यह भी कहा कि वह इस मुद्दे को 'एलोपैथी बनाम आयुर्वेद' की बहस नहीं बनाना चाहती, बल्कि भ्रामक चिकित्सा विज्ञापनों की समस्या का वास्तविक हल ढूंढना चाहती है. बता दें कि पहले भी बाबा रामदेव को इस मुद्दे को लेकर कोर्ट की फटकार का सामना करना पड़ा था. तत्कालीन चीफ जस्टिस एनवी रमन्ना ने कहा था कि बाबा रामदेव अपनी चिकित्सा प्रणाली को लोकप्रिय बना सकते हैं, लेकिन उन्हें अन्य प्रणालियों की आलोचना नहीं करनी चाहिए.
सफाई में ये बोले थे बाबा
कोर्ट की फटकार के बाद बाबा रामदेव ने कहा था कि कुछ डॉक्टरों ने एक समूह बनाया है, जो लगातार योग, आयुर्वेद आदि के खिलाफ प्रचार करता है. यदि हम झूठे हैं, तो हम पर 1000 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाएं. हम मृत्युदंड के लिए भी तैयार हैं, लेकिन अगर हम झूठे नहीं हैं, तो उन लोगों को दंडित करें जो वास्तव में झूठा प्रचार कर रहे हैं. पिछले 5 वर्षों से रामदेव और पतंजलि को निशाना बनाकर दुष्प्रचार किया जा रहा है. बाबा रामदेव ने कहा था कि एलोपैथी और मार्डन मेडिकल साइंस की ओर से झूठ फैलाया जा रहा है. वह अदालत के समक्ष सैकड़ों मरीजों की परेड कराने के लिए भी तैयार हैं. वह कोर्ट में अपने सभी शोध भी दिखा सकते हैं. रामदेव ने यह भी कहा था कि वह सुप्रीम कोर्ट, देश के कानून और देश के संविधान का सम्मान करते हैं. हालांकि, वह झूठा प्रचार वह नहीं कर रहे, बल्कि डॉक्टरों का एक समूह इस काम में लगा हुआ है.
टैग्स