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कब समाप्त होगा भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग का ये संकट?
जो भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग, दुनिया की कई नामी कंपनियों पर मिलियन डॉलर का जुर्माना लगा चुका है वो आज केवल दो सदस्यों के साथ काम कर रहा है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग ये विभाग किसी भी परिचय का मोहताज नहीं है, ये भारतीय बाजार में कंपनियों के बीच होने वाली गलत प्रतिस्पर्धा को नियंत्रित करने वाला वो आयोग है जो अब तक देश की नहीं बल्कि दुनिया की कई नामी कंपनियों पर जुर्माना लगा चुका है. लेकिन भारत की प्रतिस्पर्धा को नियंत्रित करने वाले इस आयोग की समस्या ये है कि इसमें सिर्फ दो लोग काम कर रहे हैं, जिसने इसके ऊपर काम का दबाव पैदा कर दिया है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इसमें मौजूदा समय में सिर्फ दो लोग काम कर रहे हैं जिसने इस आयोग की खुद की परेशानी को बढ़ा दिया है.
यहां नहीं है कोई चेयरर्सन
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग के चेयरमैन के चार महीने पहले सेवानिवृत्त होने के बावजूद अभी तक कोई चेयरपरसन यहां तैनात नहीं हुआ है. जबकि उसकी तलाश पिछले सात महीने से चल रही है. मौजूदा समय में ये आयोग अपनी कुल क्षमता से आधे में काम कर रहा है. जबकि इसमें चार लोगों जरूरत है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस संस्थान को जानने वाले जानकार कहते हैं कि इस आयोग में पहली बार ऐसा संकट पैदा हुआ है.
कई बड़े मामलों की सुनवाई कर चुका है सीसीआई
सीसीआई अपने वजूद में आने के बाद से अब तक 1 हजार से ज्यादा केस को पूरा कर चुका है. सीसीआई अब तक देश ही नहीं दुनिया की कई नामी कंपनियों के खिलाफ अहम फैसले दे चुका है. इसमें सीमेंट से बीयर कार्टेल के खिलाफ कार्रवाई, शामिल है और हाल ही में सीसीआई ने Google पर दो बार जुर्माना लगाया है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इसे जानने वाले जानकार बताते हैं कि सीसीआई में पिछले एक दशक से 30 प्रतिशत पद खाली रहे हैं. इसे जानने वाले यहां तक कहते हैं कि जब से इसकी स्थापना हुई है तब से ये आयोग संसाधनों की कमी से जूझ रहा है.
2018 में कम कर दिए गए थे पद
2018 में, शीर्ष पर बढ़ती रिक्तियों का सामना करते हुए, सरकार ने मिनीमम गवर्नेंस – मैक्सीमम गवर्नेंस शासन के विजन के अनुरूप इसे सात से चार सदस्यों का आकार दे दिया था. जानकार ये भी बताते हैं कि पिछले साल एक संयोजन मामले को निपटाने में CCI को औसतन 17 कार्य दिवस लगे, और 20 एंटीट्रस्ट के मामले अगले वित्तीय वर्ष में भी जारी रहे हैं. आयोग ने 13 अरब रुपये (158 मिलियन डॉलर) से अधिक जुर्माना वसूला. लेकिन जानकार ये भी मानते हैं कि क्षमता कम होने से परिणामों की गुणवत्ता भी प्रभावित हो रही है.
क्या सीसीआई में बनने जा रही है डिजिटल मार्केट यूनिट
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एक जानकार ने कहा कि अक्टूबर में अपना कार्यकाल खत्म होने से पहले अध्यक्ष अशोक कुमार गुप्ता ने कहा था कि एजेंसी की एक डिजिटल मार्केट यूनिट स्थापित करने की योजना है. उनके कहे के अनुसार अगर ऐसा होता है तो काम और बढ़ेगा. हालांकि सरकार ने उनके उत्तराधिकारी की तलाश के लिए विज्ञापन भी जारी किया था. उसने 16 महीनों में सेवानिवृत्ति के लिए वर्तमान दो के साथ तीन सदस्यों के पदों को भरने के लिए भी विज्ञापन दिया है. इसमें सभी चार शीर्ष पद शामिल हैं. वो कहते हैं कि सीसीआई का यह कमजोर होना हितधारकों में विश्वास को प्रेरित नहीं करता है.
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