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कैंसर की दवा बनाने वाली ये नामी कंपनी हुई दिवालिया, इस कारण से खराब हुए हालात
अमेरिकी बैंकरप्सी कोर्ट में दिवालियेपन के लिए आवेदन करने वाली इस कंपनी ने अपनी संपति की वैल्यू 100 बिलियन डॉलर से 500 बिलियन डॉलर तक बताई है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
दुनिया भर में पैदा हुए संकट के बीच एक ओर जहां कई कंपनियां अपने कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा रही हैं, वहीं दूसरी ओर कई कंपनियों के अब तक दिवालियेपन की खबर भी आ चुकी है. इसी कड़ी में कैंसर की दवा बनाने वाली नामी अमेरिकी कंपनी क्लोविस ऑन्कोलॉजी (Clovis Oncology) के हवाले से भी कुछ ऐसी ही खबर सामने आई है. कंपनी ने इसे लेकर बैंकरप्सी कोर्ट में आवेदन किया है. कंपनी ने ये कदम अपनी दवा की बिक्री में भारी कमी और अतिरिक्त फंड जुटाने में असफल रहने के बाद उठाया है.
आखिर क्यों पैदा हुए ये हालात
क्लोविस (Clovis Oncology) कंपनी अपनी एकमात्र अप्रूव दवा रूब्राका (Rubraca) की पिछले कुछ सालों में कम बिक्री को लेकर परेशान थी. कंपनी को इसी क्षेत्र में काम करने वाली दूसरी कंपनियों से प्रतिस्पर्धा तेज होने के कारण नुकसान का सामना करना पड़ा. कंपनी को कोविड के दौरान भी काफी नुकसान का सामना करना पड़ा था.
कंपनी का इस पर क्या कहना है
क्लोविस (Clovis Oncology) की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि उसने 75 मिलियन डॉलर की आवश्यक मदद के अप्रूवल के लिए कोर्ट में आवेदन किया है. कंपनी की ओर से कहा गया है कि उसने अपने लाइसेंस बेचने को लेकर नोवार्टिस इनोवटिव (Novartis) थेरेपी एजी के साथ 50 मिलियन डॉलर के अग्रिम भुगतान को लेकर करार किया है. इस करार के बाद कंपनी को 333,75 मिलियन डॉलर की अतिरिक्त मदद भी मिल पाएगी. क्लोविस की अपनी दूसरी असेट बेचने को लेकर कई और पार्टियों से भी बातचीत चल रही है. उसने अपनी लाइबिलिटी को लेकर भी जानकारी दी है, जिसमें उसने कहा है कि उस पर 500 मिलियन से लेकर एक बिलियन डॉलर तक लाइबिलिटी है.
आखिर कब बनी थी ये कंपनी
क्लोविस ऑन्कोलॉजी (Clovis Oncology) की स्थापना 2009 में हुई थी. ये कंपनी कैंसर के ट्रीटमेट को लेकर काम करती है जो कि यूएस, यूरोप, सहित कई अन्य राज्यों में अपनी कैंसर की दवा को बेचती है. क्लोविस (Clovis Oncology) का कई कंपनियों के साथ पार्टनरशिप है, जिसके जरिए वो टेक्नोलॉजी से लेकर दूसरे तरह के प्रोग्राम को आगे बढ़ाती है. कंपनी ने 11 दिसंबर को कोर्ट में बैंकरप्सी के लिए आवेदन किया है, जिसकी जानकारी उन्होंने अपनी वेबसाइट पर भी दी है.
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