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किसी ज़माने में था देश का सबसे बड़ा मॉल, अब लगने वाला है ताला! जानें आखिरी क्यों आई ऐसी नौबत
GIP मॉल को अप्पू घर ग्रुप और यूनिटेक ग्रुप ने मिलकर बनाया था. यूनिटेक समूह पिछले काफी समय से आर्थिक संकट से गुजर रहा है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
किसी जमाने में देश का सबसे बड़ा मॉल रहा 'द ग्रेट इंडिया प्लेस' (GIP) बिकने जा रहा है. पहले यहां बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ रहती थी. इस मॉल में खरीदारी के लिए लोग दूर-दूर से आते थे. GIP नोएडा की पहचान बन गया था, लेकिन वक्त के साथ-साथ मॉल की चमक फीकी होती गई और आज ये बिकने की स्थिति में आ गया है. बता दें कि इस मॉल में 'वंडर्स ऑफ वंडर' के साथ मनोरंजन पार्क भी शामिल हैं.
किसने बनाया था मॉल?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, GIP को बेचने की तैयारी चल रही है. इस मॉल को अप्पू घर ग्रुप और द यूनिटेक ग्रुप द्वारा डेवलप किया गया था. नोएडा सेक्टर-18 मेट्रो स्टेशन से सटे सेक्टर 38-A में स्थित GIP का रख-रखाव एंटरटेनमेंट सिटी लिमिटेड द्वारा किया जाता है. ये कंपनी अब पूरे 147 एकड़ के डेवलपमेंट को बेचने की तैयारी कर रही है. इसे करीब 2 हजार करोड़ रुपए में बेचने के लिए बातचीत जारी है. यहां फिलहाल करीब 1.7 मिलियन वर्ग फुट क्षेत्र डेवलप करने के लिए उपलब्ध है.
बेचने की ज़रूरत क्यों आई?
अब सवाल ये उठता है कि आखिर इस मॉल को बेचने की नौबत आई ही क्यों? GIP मॉल को अप्पू घर ग्रुप और यूनिटेक ग्रुप ने मिलकर बनाया था. यूनिटेक समूह पिछले काफी समय से आर्थिक संकट से गुजर रहा है. अब कंपनी की क्षमता इस मॉल को चलाने की नहीं है. इसके अलावा, मॉल पर भारी-भरकम कर्जा भी है. मीडिया रिपोर्ट्स बताती हैं कि मॉल पर अभी पंजाब नेशनल बैंक का करीब 800 करोड़ रुपए का कर्ज है. बीते कुछ समय से मॉल आने वालों की संख्या में भी गिरावट आई है, जिसकी वजह से कई नामी ब्रांड यहां से चले गए हैं. कोरोना महामारी से भी इस मॉल को बड़ी आर्थिक चोट लगी है.
ऐसे फीकी होती गई चमक
GIP मॉल साल 2007 में बनकर तैयार हुआ था. उस समय ये देश का सबसे बड़ा मॉल था, यहां बड़ी-बड़ी कंपनियों के आउटलेट थे. हर रोज बड़ी संख्या में लोग यहां जाया करते थे. लेकिन 2016 से मॉल के बुरे दिन शुरू हो गए. इस मॉल के ठीक सामने DLF मॉल शुरू हो गया. इसके बाद से GIP आने वाली भीड़ DLF के मॉल जाने लगी. धीरे-धीरे कई कंपनियां भी GIP से कारोबार समेटकर DLF चली गईं. इसके बावजूद मॉल जैसे-तैसे चल रहा था, लेकिन अब प्रमोटरों ने हाथ खड़े कर दिए हैं. अब वो हर कीमत पर GIP को बेचना चाहते हैं. हालांकि, अभी तक इस बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.
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