होम / बिजनेस / जिस कंपनी पर थी Adani की नजर, उस पर अब Tata सहित इन कंपनियों ने लगाया दांव
जिस कंपनी पर थी Adani की नजर, उस पर अब Tata सहित इन कंपनियों ने लगाया दांव
अडानी समूह के पीछे हटने के बाद PTC India को खरीदने वालों की दौड़ में टाटा ग्रुप सहित कुछ नए नाम शामिल हो गए हैं.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
हिंडनबर्ग के चक्रव्यूह में फंसने से पहले अडानी समूह (Adani Group) जिस कंपनी को खरीदने जा रहा था, अब उसे अपना बनाने की दौड़ में कई दूसरी कंपनियां शामिल हो गई हैं. अडानी समूह के पीछे हटने के बाद Tata Power, JSW Energy, Greenko और Torrent Group ने PTC India में कंट्रोलिंग स्टेक खरीदने के लिए एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (EOI) जमा किया है. मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि अडानी समूह ने ईओआई जमा नहीं किया है, यानी अब वो पूरी तरह से इस डील से आउट हो गया है.
शेयर बन रहे रॉकेट
पावर ट्रेडिंग कंपनी पीटीसी इंडिया को खरीदना अडानी ग्रुप की विस्तार योजना का एक हिस्सा था, लेकिन हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने पूरा खेल बिगाड़ दिया. अब गौतम अडानी के नेतृत्व वाले इस ग्रुप ने अपनी रणनीति बदल दी है. समूह का पूरा जोर नई कंपनियों के अधिग्रहण से हटकर कर्ज चुकाने पर आ गया है, ताकि इन्वेस्टर्स का विश्वास पुन: हासिल किया जा सके. टाटा ग्रुप सहित अन्य कंपनियों के PTC India को खरीदने की दौड़ में शामिल होने की खबर आम होते ही कंपनी के शेयरों में और तेजी आ गई है. आज यानी गुरुवार को पीटीसी इंडिया के शेयर 4.97% उछाल के साथ 97.15 रुपए पर बंद हुए.
इन कंपनियों की हिस्सेदारी
PTC इंडिया लिमिटेड में 4 सरकारी कंपनियों - NTPC, NHPC, Power Grid और Power Finance की हिस्सेदारी है. ये कंपनी अपनी चार-चार फीसदी हिस्सेदारी बेचने की तैयारी में हैं. यदि कंपनी के ताजा शेयर भाव के हिसाब से देखें, तो 16 प्रतिशत हिस्सेदारी की कीमत 5.2 करोड़ डॉलर से ज्यादा बैठती है. इस साल कंपनी के शेयरों में तेजी के साथ इसका कुल मार्केट कैप करीब 32.2 करोड़ डॉलर से ज्यादा हो गया है. यदि पीटीसी इंडिया अडानी की झोली में आती, तो उसकी एनर्जी वैल्यू चेन में पकड़ मजबूत होती. लेकिन अब इस दौड़ से अडानी ग्रुप पूरी तरह बाहर हो चुका है.
DB Power से भी दूरी
इससे पहले अडानी समूह ने DB पावर खरीदने से इनकार कर दिया था. डीबी पावर के पास छत्तीसगढ़ में 1200 मेगावॉट के थर्मल प्लांट हैं. अडानी समूह की योजना इस कंपनी को अपना बनाकर छत्तीसगढ़ में कारोबार को विस्तार देने की थी. इसे इलेक्ट्रिसिटी सेक्टर में अडानी ग्रुप की दूसरी सबसे बड़ी मर्जर एंड एक्विजिशन डील बताया जा रहा था. समूह ने डीबी पावर को 7,017 करोड़ रुपए में खरीदने की घोषणा पिछले साल अगस्त में की थी. इस डील को 31 अक्टूबर, 2022 तक पूरा होना था, लेकिन डेडलाइन लगातार बढ़ती गई और हाल ही में अडानी समूह ने इससे कदम वापस खींच लिए.
टैग्स