होम / बिजनेस / Tata समूह ने बढ़ाई अपनी रॉयल्टी फीस, दोगुना तक कर दिया इजाफा
Tata समूह ने बढ़ाई अपनी रॉयल्टी फीस, दोगुना तक कर दिया इजाफा
टाटा समूह में इस रॉयल्टी फीस की शुरुआत 1995 से हुई थी तब रतन टाटा ने इसे शुरू किया था. उसके बाद समूह में जितने भी चेयरमैन बदले सभी ने इसमें कोई बदलाव जरूर किया.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 week ago
Tata समूह ने अपनी रॉयल्टी फीस में बड़ा इजाफा कर दिया है. टाटा समूह ने इस फीस में दोगुना इजाफा कर दिया है. अब टाटा की सब्सिडियरी कंपनी टाटा मोटर्स, टाटा स्टील और टाटा पावर जैसी कंपनियों को इस नाम के लिए मोटी रायल्टी फीस देनी होगी. सबसे दिलचस्प बात ये है कि टाटा समूह ने पांच साल पहले इस फीस को 100 करोड़ रुपये किया था. लेकिन अब समूह ने उसे दोगुना कर दिया है.
आखिर कहां हुई थी इसकी शुरुआत
टीसीएस (Tata Consultancy Services) ने एक्सचेंज के माध्यम से ये जानकारी दी है कि टाटा कंसल्टेंसी कंपनी ने वित्त वर्ष 2024 के लिए 200 करोड़ रुपये की रायल्टी फीस दी है. दरअसल रतन टाटा ने अपने समूह में 1996 में इस सब्सक्रिप्शन की शुरुआत की थी. इस योजना के तहत टाटा के नाम का इस्तेमाल करने वालों को या तो उन्हें अपने रेवेन्यू का 0.25 प्रतिशत का भुगतान करना होगा या उन्हें अपने प्री टैक्स प्रॉफिट का 5 प्रतिशत जो भी कम हो वो देना होगा. टाटा संस ने 2023 में इसी रॉयल्टी फीस से 1008 करोड़ रुपये का रेवेन्यू जनरेट किया है.
ये भी पढ़ें: केजरीवाल के लिए आज बड़ा दिन, अंतरिम जमानत पर फैसला करेगा सुप्रीम कोर्ट
2015 में हुआ बड़ा बदलाव
टाटा समूह में रतन टाटा के बनाए नियम को 2015 में सायरस मिस्त्री ने इस ब्रैंड सब्सक्रिप्शन फीस को अधिकतम 75 करोड़ रुपये तक तय कर दिया था. लेकिन बाद में उनके बाद टाटा समूह के चेयरमैन बने एन चंद्रशेखरन ने इस फीस को 33 प्रतिशत तक बढ़ा दिया. टीसीएस ने इसी आधार पर वित्त वर्ष 2022 और 2023 में 100 करोड़ रुपये का भुगतान किया था. मीडिया रिपोर्ट का कहना है कि इस बार समूह ने इसे बढ़ाकर जो 200 करोड़ रुपये किया है उसमें प्री टैक्स प्रॉफिट को हटा दिया है. अब समूह की कंपनियों को रॉयल्टी फी के लिए मुनाफे का 0.25 प्रतिशत देना होगा जो अधिकतम 200 करोड़ रुपये हो सकता है.
पिछले कुछ सालों में टाटा समूह ने इतना कमाया रेवेन्यू
टाटा समूह की रॉयल्टी से कमाई गई आय पर नजर डालें तो 2022 में जहां कंपनी ने इससे 820 करोड़ रुपये कमाए वहीं 2023 में कंपनी ने इससे 1008 करोड़ रुपये कमाए. 2023 में 2022 के मुकाबले इससे होने वाली आय में 23 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखने को मिली थी. टाटा समूह रॉयल्टी फीस का इस्तेमाल समूह की सुरक्षा और उसके प्रमोशन में लगाता है. टाटा समूह की संपत्ति पर नजर डालें तो मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ये 365 अरब डॉलर तक पहुंच गया है.
टैग्स