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RBI ने LIC को दी अनुमति, कर सकते हैं इस बैंक का अधिग्रहण
RBI की ओर से दी गई इस अनुमति में कई तरह के सुझाव भी दिए गए हैं जिसमें शेयरों को 1 साल तक रखने से लेकर कई अन्य दूसरे सुझाव भी शामिल हैं.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 3 months ago
HCFC के तीसरी तिमाही के नतीजे भले ही अच्छे न रहे हों लेकिन RBI ने गुरुवार को LIC को HDFC में 9.99 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने की अनुमति दे दी. आरबीआई की अनुमति के बाद अब ये अधिग्रहण आसानी से हो पाएगा. RBI ने LIC को सुझाव दिया है कि वो इन शेयरों को 24 जनवरी 2025 से 24 जनवरी 2026 तक अपने पास रखे.
आरबीआई ने अपनी अनुमति में और क्या कहा?
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आरबीआई ने अपनी अनुमति में ये भी कहा है कि LIC को ये ध्यान रखना होगा कि ये हिस्सेदारी भुगतान की गई राशि में 9.99 प्रतिशत से ज्यादा ना हो. आरबीआई ने अनुमति LIC के आवेदन पर दी है, जो उसकी ओर से इस अधिग्रहण को लेकर दी गई थी. आरबीआई की ओर से दी गई ये अनुमति 1949 के नियमों और सेबी की नियमावली के तहत दी गई है.
HDFC के शेयरों पर क्या पड़ेगा असर?
तीसरी तिमाही में अच्छे नतीजे ना आने के बावजूद माना जा रहा है कि HDFC के शेयर होल्डर इसे सकारात्मक तरीके से देखेंगे. इस महीने की शुरुआत में विदेशी निवेशकों के द्वारा बिकवाली के कारण बैंक का शेयर 52 हफ्ते के निचले स्तर पर पहुंच गया था. गुरुवार को अगर बैंक के शेयर की स्थिति को देखें 1.4 प्रतिशत गिरकर 1435.3 रुपये पर पहुंच गया था.
तीसरी तिमाही में आखिर कितना हुआ बैंक को नुकसान
बैंक के तीसरी तिमाही के नतीजों को देखें तो एचडीएफसी बैंक का नेट ब्याज से होने वाली इनकम 28,470 करोड़ रुपये रही जो पिछली तिमाही में 22,990 करोड़ रुपये रही थी. वहीं तीसरी तिमाही के दौरान एचडीएफसी बैंक का ग्रॉस एनपीए 1.26 फीसदी रहा है जो बीते साल 1.23 फीसदी रहा था. जबकि नेट एनपीए 0.31 फीसदी रहा है जो पिछले वित्त 2023 वर्ष के समान तिमाही में 0.33 फीसदी रहा था.
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