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बेटे-बहू के विवाद पर आया Raymond के 'कंप्लीट मैन’ का बयान, दे डाली सबको ये नसीहत
विजयपत सिंघानिया ने आगे कहा कि अगर वह अपनी पत्नी को बाहर निकाल सकता है, पिता को बाहर निकाल सकता है, तो मुझे नहीं पता कि वह कैसा इंसान है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 5 months ago
रेमंड ग्रुप (Raymond Group) के मालिक गौतम सिंघानिया (Gautam Singhania) का पारिवारिक विवाद सुलझने के बजाए और उलझता जा रहा है. उनकी पत्नी नवाज मोदी (Nawaz Modi) ने उन पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. नवाज मोदी का यहां तक कहना है कि गौतम ने उनके और उनकी बेटी के साथ मारपीट की थी. नवाज अपने पति गौतम की संपत्ति में 75% हिस्सा चाहते हैं और इससे कम पर समझौते को तैयार नहीं हैं. इस बीच, गौतम के पिता और रेमंड के संस्थापक विजयपत सिंघानिया का बयान सामने आया है. सीनियर सिंघानिया ने अपने बेटे की हरकतों पर दुख जाहिर करते हुए तमाम पेरेंट्स को एक नसीहत भी दे डाली है.
सबकुछ सौंपकर कर दी बेवकूफी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, विजयपत सिंघानिया ने कहा कि उन्होंने अपने बेटे को सबकुछ सौंपकर 'बेवकूफी' की. सिंघानिया ने सभी पैरेंट्स को नसीहत देते हुआ कहा कि माता-पिता को अपने बच्चों को सबकुछ देने से पहले बहुत सावधानी से सोचना चाहिए. रेमंड को एक छोटी से फैब्रिक कंपनी से विश्व प्रसिद्ध ब्रैंड में बदलने कस श्रेय विजयपत सिंघानिया को ही जाता है. उन्होंने 2015 में कंपनी की बागडोर अपने बेटे को सौंप दी थी. बाद में बेटे के साथ उनका प्रॉपर्टी विवाद हो गया और उन्हें अपने घर और कारोबार से बेदखल होना पड़ा. गौरतलब है कि 2017 में, विजयपत ने गौतम पर दक्षिण मुंबई में अपनी पारिवारिक संपत्ति 'जेके हाउस बिल्डिंग' से बाहर निकालने का आरोप लगाया था.
मुझे नहीं पता वो कैसा इंसान है
विजयपत सिंघानिया ने आगे कहा कि गौतम कंपनी के कुछ हिस्सों को देने के लिए सहमत हुए थे, लेकिन फिर वह पीछे हट गए. मेरा कोई बिजनेस नहीं है. मेरे पास अब कुछ नहीं है. मैंने उसे सबकुछ दे दिया था. गलती से, मेरे पास कुछ पैसे बच गए थे, जिसके चलते मैं आज जीवित हूं. अन्यथा, मैं सड़क पर होता. उन्होंने आगे कहा कि गौतम मुझे सड़क पर देखकर खुश होंगे. मुझे इस बात का यकीन है. अगर वह अपनी पत्नी को बाहर निकाल सकता है, पिता को बाहर निकाल सकता है, तो मुझे नहीं पता कि वह कैसा इंसान है. सीनियर सिंघानिया ने एक इंटरव्यू में यह भी कहा कि गौतम रेमंड को बर्बाद करने में जुटे हैं, इससे मुझे काफी तकलीफ होती है.
बेटे-बहू के विवाद पर कही ये बात
बेटे-बहू के विवाद पर सिंघानिया ने कहा कि मैं इस मामले में दखल नहीं दे सकता और मैं गौतम को यह भी नहीं बता सकता कि उसे क्या करना चाहिए. मैंने अपना जीवन जी लिया है और मुश्किल से मेरे पास दो-तीन सालों का समय बचा है. विजयपत सिंघानिया ने इतना जरूर कहा कि यदि नवाज एक अच्छा वकील रख सकती हैं तो इस बात की पूरी संभावना है कि उन्हें कम से कम हिंदू विवाह अधिनियम के तहत आने वाली राहत मिल जाए. लेकिन चूंकि नवाज पारसी हैं, इसलिए यह जांचना होगा कि वह हिंदू विवाह अधिनियम के दायरे में आती हैं या नहीं. बता दें कि विजयपत सिंघानिया को हवाई जहाज, हेलीकॉप्टर उड़ाने का शौक था. उनके पास 5000 घंटे का फ्लाइट उड़ाने का अनुभव भी है.
पिता ने बेटे पर लगाए थे ये आरोप
विजयपत सिंघानिया ने ही रेमंड्स की नींव रखी थी. उन्होंने रेमंड्स को ‘द कंप्लीट मैन’ की पहली पसंद बना दिया था. वह खुद भी रेमंड का 'कंप्लीट मैन’ कहा जाता था.साल 2015 में उन्होंने रेमंड ग्रुप की पूरी कमान अपने बेटे को दे दी थी, इसके बाद से ही गौतम सिंघानिया और विजयपत सिंघानिया के रिश्ते खराब होते चले गए. 2018 में विजयपत को रेमंड के चेयरमैन एमेरिटस पद से भी हटा दिया गया था. विजयपत ने आरोप लगाया था कि गौतम सिंघानिया उनके साथ धोखाधड़ी कर रहे हैं और उन्हें कंपनी के ऑफिस से भी बाहर निकाल दिया गया है. सीनियर सिंघानिया ने कारोबारियों को सलाह दी है कि वह कभी भी अपना सबकुछ बच्चों को ना सौंप दें. इस मामले में काफी सोच-विचार के बाद कोई फैसला लें.
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