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Nirmala Sitharaman ने जताई उम्मीद, महज 4 साल में Bharat हासिल कर लेगा ये मुकाम
वित्त मंत्री ने कहा कि आज भारतीय चाहे देश में हों या विदेश में, सिर ऊंचा करके चलते हैं. दुनिया भारत की उपलब्धियों और सफलताओं की सराहना करती है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 6 months ago
भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) के अब तक के प्रदर्शन ने सबको आकर्षित किया है. तमाम एजेंसियां हमारी अर्थव्यवस्था पर भरोसा बनाए हुए हैं. अब केंद्रीय वित्त मंत्री (Union Finance Minister) निर्मला सीतारमण ने उम्मीद जताई है कि 2027 में भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकती है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बुधवार को ‘हिंद-प्रशांत क्षेत्रीय संवाद’ (Indo-Pacific Regional Dialogue) को संबोधित करते हुए सीतारमण ने कहा कि वैश्विक प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद इस साल भारत की आर्थिक वृद्धि दर 7 प्रतिशत से थोड़ा कम रहने का अनुमान है, लेकिन यह दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे अधिक है.
सही रास्ते पर हमारी अर्थव्यवस्था
वित्त मंत्री ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था सही रास्ते पर है और उज्ज्वल भविष्य की ओर बढ़ रही है. हिंद-प्रशांत को प्रभावित करने वाले समकालीन संघर्ष जैसे रूस-यूक्रेन युद्ध, इजराइल-हमास संघर्ष, यमन संकट, दक्षिण और पूर्व चीन सागर में जारी तनाव के कारण आपूर्ति-श्रृंखला में व्यवधान तथा आर्थिक अस्थिरता के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था बेहतर स्थिति में है. निर्मला सीतारमण ने आगे कहा कि अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF) के अनुमान के मुताबिक, भारतीय अर्थव्यवस्था साल 2027 तक जापान और जर्मनी को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के लिए तैयार है. उस समय भारत का सकल घरेलू उत्पाद (GDP) 5000 अरब अमेरिकी डॉलर के स्तर को पार कर जाएगा. भारत 2047 तक एक विकसित अर्थव्यवस्था बनना चाहता है.
बढ़ रहा है भारत का कद
समुद्री अर्थव्यवस्था पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि यह GDP का करीब चार प्रतिशत है. भारत में 9 राज्य तथा 4 केंद्र शासित प्रदेश हैं, जो समुद्र तट पर स्थित हैं. 12 प्रमुख और 200 से अधिक गैर-प्रमुख बंदरगाह हैं. अंतरराष्ट्रीय तथा घरेलू व्यापार के लिए जलमार्गों का एक विशाल नेटवर्क है. वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि भारत जैसे-जैसे अपनी आर्थिक वृद्धि को तेज कर रहा है और अपनी विशाल जनता का उत्थान कर रहा है. वह अपनी व्यापक राष्ट्रीय ताकत के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपना कद बढ़ा रहा है. आज भारतीय चाहे देश में हों या विदेश में, सिर ऊंचा करके खड़े होते हैं, चलते हैं. दुनिया भारत की उपलब्धियों और सफलताओं की सराहना करती है. उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय निर्यात के मामले में भारत की वैश्विक रैंकिंग 2014 में 44वें स्थान से बढ़कर 2023 में 22वें स्थान पर पहुंच गई है.
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