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मोदी के US दौरे से सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री के लिए आ सकती है ये बड़ी खबर...
21 जून से शुरू होने वाली पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा में इस समझौते को लेकर अंतिम मुहर लग सकती है. अगर ऐसा होता है तो माइक्रोन टेक्नोलॉजी के भारत में पदार्पण से भारत को मिल सकता है.
ललित नारायण कांडपाल 11 months ago
देश में सेमीकंडक्टर की इंडस्ट्री को आगे बढ़ाने के मकसद में जुटी मोदी सरकार हर वो कोशिश कर रही है जिससे इस इंडस्ट्री को भारत में स्थापित किया जा सके. अब खबर आ रही है कि इसी कड़ी में माइक्रोन टेक्नोलॉजी भारत में कम से कम $ 1 बिलियन मूल्य की सेमीकंडक्टर पैकेजिंग फैक्ट्री स्थापित करने की तैयारी कर रही है जिसके लिए बातचीत चल रही है. सूत्रों का कहना है कि अगले हफ्ते पीएम मोदी के अमेरिका दौरे में इस समझौते को हरी झंडी मिल सकती है. कंपनी अपने इस प्रोजेक्ट पर 2 अरब डॉलर तक निवेश करने पर सहमत हो सकती है. ये भारत के आत्मनिर्भर भारत के लिए बेहतर स्थिति और माहौल बना सकता है.
सरकार के मेक इन इंडिया कार्यक्रम को मिलेगी ताकत
मीडिया रिपोर्ट का कहना है कि अगर ये डील सफल हो जाती है और पीएम मोदी के इस अमेरिका दौर में इसे हरी झंडी में मिल जाती है तो ये भारत के आत्मनिर्भर कार्यक्रम के लिए बहुत बेहतर हो सकता है. हालांकि मीडिया रिपोर्ट का ये भी कहना है कि अभी ये डील बातचीत के दौर में है. ऐसे में आगे चलकर आंकड़े भी बदल सकते हैं और ऐसा भी जरूरी नहीं है कि डील को अंतिम चरण तक पहुंचाया जाए. यह सौदा मोदी की महत्वाकांक्षी मेक इन इंडिया योजनाओं के लिए एक जीत का प्रतीक होगा.
चीन के बाहर कंपनी ले जाना चाहता है अमेरिका
जबकि वाशिंगटन को चीन के बाहर प्रमुख आपूर्ति श्रृंखलाओं को मजबूत करने का अवसर भी देगा. मोदी की अमेरिका यात्रा से पहले भारत पहुंचे वहां के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहा कि इस दौरे का मकसद दोनों देशों के बीच तकनीकी व्यापार की बाधाओं को दूर करना है. ये डेवलपमेंट तब सामने आया है जब माइक्रोन ने अपने चीनी प्लांट में 600 मिलियन डॉलर और निवेश करने जा रहा है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार भारत के प्रौद्योगिकी मंत्रालय और विदेश मंत्रालय ने इस पर किसी भी तरह की टिप्पणी के अनुरोधों का जवाब नहीं दिया, जबकि कंपनी के एक प्रतिनिधि ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. चीन के ताइवान के साथ बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका अपने चिप इंडस्ट्री को अलग-अलग देशों में विकसित करना चाहता है. अमेरिका की सबसे बड़ी मेमोरी चिप निर्माता कंपनी माइक्रोन ने $3.6 बिलियन की अगली पीढ़ी के संयंत्र के लिए वित्तीय सहायता भी हासिल की है, जिसका लक्ष्य जापान में अपना संयंत्र स्थापित करना है।
21 जून से शुरू हो रही है मोदी की यात्रा
मोदी 21 जून को अपनी पहली औपचारिक राजकीय यात्रा शुरू करने जा रहे हैं, जिसके अगले दिन राष्ट्रपति जो बॉइडेन उन्हें राजकीय भोज भी देने जा रहे हैं. पीएम मोदी अमेरिका में अमेरिकी कांग्रेस को भी संबोधित करेंगे. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पीएम मोदी ने भारत में चिप इंडस्ट्री को आगे बढ़ाने के लिए और निर्माताओं को देश में इंडस्ट्री लगाने के लिए प्रेरित करने के मकसद से सरकार 10 बिलियन डॉलर की मदद देने की बात भी कह चुकी है. एक अन्य मीडिया रिपोर्ट के अनुसार माइक्रोन भारत में 1 अरब डॉलर की असेंबली और पैकेजिंग सुविधा के लिए भारत सरकार की मंजूरी लेने के लिए तैयार है. अगर ऐसा होता है तो निश्चित तौर पर सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री को देश में लाने का पीएम मोदी का सपना साकार हो सकता है.
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