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जून में भारत के व्यापार घाटे में हुई कमी, ये रही वजह
भारत के मर्चेंडाइज ट्रेड डेफिसिट में कमी हुई है जो 20.13 बिलियन डॉलर रहा है, जो मई में 22.1 बिलियन डॉलर था. वहीं जून में भारत का आयात 17 फीसदी घटकर 53.10 बिलियन रहा है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 9 months ago
जून महीने के व्यापार के आंकड़े जारी हो गए हैं. इस महीने में भारत का मर्चेंडाइज व्यापार घाटा जून में कम होकर 20.13 अरब डॉलर हो गया है, जबकि मई में यह 22.1 अरब डॉलर था. इसके पीछे की वजह ये है कि भारत में आयात में गिरावट हुई है. जून में व्यापारिक निर्यात 32.97 अरब डॉलर रहा, जबकि आयात 53.10 अरब डॉलर रहा. पिछले महीने व्यापारिक निर्यात 34.98 अरब डॉलर था, जबकि आयात 57.10 अरब डॉलर था.
क्या बोले वाणिज्य सचिव
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सुनील बर्थवाल ने 14 जुलाई को व्यापार डेटा जारी करने के दौरान कहा, दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में मंदी सहित कई कारणों से भारत का निर्यात कमजोर रहा है. उन्होंने कहा कि डब्ल्यूटीओ का मंदी का अनुमान सच हो गया है. दुनिया की उन प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में मंदी है जहां अमेरिका और यूरोपीय संघ सहित हमारे निर्यात केंद्रित हैं. सचिव के अनुसार, मौद्रिक नीति के सख्त होने का असर शायद व्यापार नीति पर भी पड़ रहा है. उन्होंने कहा, दुनिया मंदी और मुद्रास्फीति के दबाव की दोहरी दुविधा में है, जिसका असर मैन्युफैक्चरिंग गतिविधियों पर पड़ रहा है, जो बदले में व्यापार गतिविधियों को प्रभावित कर रहा है.
कैसा रहा सर्विस सेक्टर का हाल
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जून में सर्विस एक्सपोर्ट 27.12 अरब डॉलर था, जबकि आयात 15.88 अरब डॉलर था. मई में सेवा निर्यात 25.30 अरब डॉलर और आयात 13.53 अरब डॉलर था. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा कि तेल के साथ-साथ रत्न और आभूषण निर्यात में गिरावट के कारण निर्यात में गिरावट बढ़ रही है. जून 2022 की तुलना में जून 2023 में निर्यात में आधी गिरावट के लिए पेट्रोलियम उत्पाद जिम्मेदार थे.
जून 2023 में निर्यात में 45 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि का प्रमुख कारण इलेक्ट्रॉनिक सामान था.अप्रैल-जून 2023 में मसाले के निर्यात के साथ-साथ कृषि निर्यात में भी मजबूत वृद्धि दर्ज की गई, जिसमें वर्ष 2022 के मुकाबले 18.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई, फलों और सब्जियों के निर्यात में 14.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई, और तिलहन और तेल भोजन के निर्यात में क्रमशः 25.1 प्रतिशत और 33.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
अप्रैल-जून के लिए संयुक्त लेंस के तहत
हालाँकि, पिछले साल 2022 के मुकाबले अगर इस आंकड़े पर नजर डालें तो इसमें 28.26 प्रतिशत का सुधार हुआ है. 2022 में ये जहां 31.49 बिलियन डॉलर था वहीं 2023 में ये 22.59 बिलियन डॉलर पर आ गया. सरकारी आंकड़ों से पता चला कि माल व्यापार घाटा भी अप्रैल-जून 2023 में 7.9 प्रतिशत बढ़कर 57.6 बिलियन डॉलर हो गया, जबकि अप्रैल-जून 2022 में यह 62.6 बिलियन डॉलर था.
इस बीच, इलेक्ट्रॉनिक सामान के निर्यात में पिछले वर्ष के 45.4 प्रतिशत के मुकाबले इस साल ये 47.1 प्रतिशत तक जा पहुंचा है. वहीं लौह अयस्क निर्यात की बात करें तो में भी अप्रैल-जून 2022 की तुलना में जून 2023 में सालाना आधार पर 1664.3 प्रतिशत और अप्रैल-जून 2023 के दौरान 35 प्रतिशत का सुधार हुआ है.
जून 2023 में भारत का कुल निर्यात (मर्चेंडाइज और सर्विस सेक्टर) $60.09 बिलियन होने का अनुमान है, जो जून 2022 की तुलना में 13.16 प्रतिशत कम है. वहीं अगर आयात की बात करें तो जून 2023 में कुल आयात $68.98 बिलियन होने का अनुमान है, इसमें पिछले साल के मुकाबले 13.91 प्रतिशत की कमी देखने को मिल रही है.
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