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रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर को सुधारने में श्रीलंका की मदद करेगा भारत, क्या है पूरा मामला?
डॉक्टर बंदुला गुनावर्दना ने परिवहन क्षेत्र में भारत द्वारा प्रदान किये जा रहे समर्थन के लिए भारत को धन्यवाद भी कहा.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 4 months ago
भारत और श्रीलंका को लेकर इस वक्त एक काफी बड़ी खबर सामने आ रही है. माना जा रहा है कि दोनों देशों ने साथ मिलकर लगभग 91.27 मिलियन डॉलर की कीमत वाले कई प्रोजेक्ट लॉन्च किये हैं और इन सभी प्रोजेक्टों का उद्देश्य श्रीलंका के रेलवे नेटवर्क में सुधार करना है. रेलवे नेटवर्क में सुधार होने से वस्तुओं एवं सेवाओं की आवाजाही बेहतर होगी और इससे आर्थिक गतिविधियों को गति मिलेगी.
श्रीलंका ने प्रकट की खुशी
श्रीलंका के परिवहन, राजमार्ग एवं संचार मंत्री डॉक्टर बंदुला गुनावर्दना और भारतीय हाई कमिश्नर संतोष झा ने रविवार को एक विशेष समारोह के दौरान इन सभी विभिन्न प्रोजेक्टों का अनावरण किया. इस मौके पर डॉक्टर बंदुला गुनावर्दना ने भारत को आभार प्रकट किया और परिवहन क्षेत्र में भारत द्वारा प्रदान किये जा रहे समर्थन के लिए उन्होंने भारत को धन्यवाद भी कहा. दूसरी तरफ काफी लंबे समय से श्रीलंका के विकास में सहयोगी के रूप में खड़े रहने पर भारतीय हाई कमिश्नर ने खुशी प्रकट की. आपको बता दें कि पिछले कुछ सालों के दौरान भारत ने प्रमुख रूप से श्रीलंका के उत्तरी और दक्षिणी रेलवे लाइन के विकास और पुनर्वास को लेकर बहुत ही जबरदस्त काम किया है.
आर्थिक गतिविधियों को मिलेगी रफ्तार
इस मौके पर संतोष झा ने रेलवे में सुधार और आधुनिकीकरण की महत्ता की आवश्यकता पर प्रकाश डाला और वस्तुओं एवं सेवाओं की आवाजाही में सुधार होने से आर्थिक गतिविधियों को प्राप्त होने वाली रफ्तार पर भी प्रकाश डाला है. इस मौके पर जारी की गई रिलीज में बताया गया है कि इस पूरे प्रोजेक्ट की लागत लगभग 91.27 मिलियन डॉलर है और इस प्रोजेक्ट के तहत माहो-अनुराधापुर के बीच मौजूद रेलवे लाइन के दूसरे फेज का पुनर्वासन किया जाएगा और इस काम को 6 महीने के समय में पूरा कर लिया जाएगा. रविवार को लॉन्च किये प्रोजेक्टों में गल्गामुवा रेलवे स्टेशन के ट्रैक के पुनर्वासन और माहो से अनुराधापुर के बीच मौजूद रेलवे लाइन को अपग्रेड करने का प्रमुख काम भी शामिल है.
IRCON ने किया है सराहनीय काम
इसके साथ ही माहो से ओमानथाई के बीच मौजूद 128 किलोमीटर लंबे रेलवे ट्रैक के पुनर्वासन के दूसरे फेज का काम भी शामिल है. यह प्रोजेक्ट पब्लिक क्षेत्र की भारतीय कंपनी IRCON के द्वारा पूरा किया जाएगा और इसके लिए भारत द्वारा श्रीलंका को 318 मिलियन डॉलर का लाइन ऑफ क्रेडिट भी प्रदान किया जाएगा. पिछले कुछ सालों में IRCON द्वारा किये गए कार्य को सराहते हुए बंदुला गुनावर्दना ने दोनों देशों के बीच और बेहतर सहयोग की मांग की है.
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