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गौतम अडानी के लिए अब अमेरिका से आई बुरी खबर, लेकिन Fitch ने दी राहत
गौतम अडानी इन दिनों मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं. अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने उन्हें बुरी तरह हिलाकार रख दिया है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
अरबपति कारोबारी गौतम अडानी (Gautam Adani) की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. अब अमेरिका से उनके लिए बुरी खबर आई है. मीडिया रिपोर्ट्स में यूएस मार्केट के हवाले से बताया गया है कि अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) के शेयर को डाउ जोन्स सस्टेनेबिलिटी इंडेक्स (Dow Jones Sustainability Indices) से बाहर कर दिया गया है. इसका प्रभाव 7 फरवरी 2023 से शुरू होगा. इससे पहले, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज यानी NSE द्वारा अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी पोर्टस और अंबुजा सीमेंट के शेयरों को निगरानी सूची में डालने की खबर सामने आई थी.
इसलिए किया बाहर
अमेरिकी स्टॉक एक्सचेंज ने अडानी एंटरप्राइजेज को एसएंडपी डाउ जोन्स सस्टेनेबिलिटी इंडेक्स (S&P Dow Jones Sustainability Indices) से बाहर करने की घोषणा की है. मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि अडानी एंटरप्राइजेज को स्टॉक हेरफेर और अकाउंटिंग फ्रॉड के आरोपों की ओर से ट्रिगर किए गए मीडिया और स्टेकहोल्डर एनॉलिसिस के बाद डाउ जोंस सस्टेबिलिटी इंडेक्स से हटा दिया गया है. गौरतलब है कि पिछले 9 दिनों में अडानी ग्रुप को 10 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हो चुका है. ग्रुप की कंपनियों के शेयर लगातार नीचे आ रहे हैं.
यहां मिली अच्छी खबर
वहीं, फिच रेटिंग से अडानी समूह को कुछ राहत मिली है. रेटिंग एजेंसी का कहना है कि अडानी समूह पर गड़बड़ी का आरोप लगाने वाली शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के मद्देनजर ग्रुप की कंपनियों और उनके शेयरों की रेटिंग पर तत्काल कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. Fitch ने एक बयान में कहा कि हम लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं. ग्रुप के कैश फ्लो पर किसी भी तरह का असर नहीं हुआ है. हमें उम्मीद है कि अडानी ग्रुप के नकदी प्रवाह के पूर्वानुमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा.
मूडीज ने दिया ये बयान
इसी तरह, मूडीज इन्वेस्टर्स सर्वेसज ने कहा है कि वह रेटिंग में शामिल अडानी समूह की कंपनियों के वित्तीय लचीलेपन का आकलन कर रही है. हिंडनबर्ग रिपोर्ट से पैदा हुई कठिन परिस्थितियों में अडानी ग्रुप की कंपनियों को अपने वित्तीय दायित्वों के निवर्हन के लिए फंडिंग जुटाने में साल-दो साल तक मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है. बता दें कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट सामने आने के बाद से अडानी समूह को भारी नुकसान उठाना पड़ा है और नुकसान का आंकड़ा लगातार बड़ा होता जा रहा है.
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