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आखिर कौन हैं Meyers, जिनके आगे एशिया के सबसे अमीर Ambani की दौलत का पहाड़ भी है छोटा?
फ्रांसुआ बेटनकॉट मायज को रईसी अपनी मां से विरासत में मिली और उन्होंने इस विरासत को संजोकर रखा हुआ है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 4 months ago
दुनिया की सबसे अमीर महिला का ताज काफी समय से फ्रांसुआ बेटनकॉट मायज (Francoise Bettencourt Meyers) के सिर सजा हुआ है. अब उनके नाम एक और उपलब्धि जुड़ गई है. फ्रांस की मायज की नेटवर्थ 100 अरब डॉलर पहुंच गई है और यह उपलब्धि हासिल करने वालीं वह दुनिया की पहली महिला हैं. अरबपति कारोबारियों की लिस्ट में वह 12वें स्थान पर हैं, यानी रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी से एक पायदान ऊपर.
L'Oreal में इतनी है हिस्सेदारी
फ्रांसुआ बेटनकॉट मायज दुनिया की सबसे बड़ी कॉस्मेटिक कंपनी लोरियाल (L'Oreal) की वाइस चेयरपर्सन हैं. पिछले साल L'Oreal की सेल 42 अरब डॉलर रही थी. इस साल कंपनी के शेयर करीब 34 प्रतिशत की तेजी के साथ रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गए हैं. मायज और उनकी फैमिली की लोरियाल में 34 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी है. L’Oreal के पोर्टफोलियो में Lancome और Garnier जैसे कई जाने-माने ब्रैंड्स हैं. 2022 में कंपनी का रिवेन्यु 41.9 अरब डॉलर रहा था. जैसे-जैसे कंपनी की सेल में इजाफा हुआ है, वैसे-वैसे फ्रांसुआ बेटनकॉट मायज की दौलत का ग्राफ भी चढ़ता जा रहा है.
पहले Liliane थीं सबसे अमीर
Bloomberg Billionaires Index ने अनुसार, 70 वर्षीय मायज की नेटवर्थ में इस साल 28.6 अरब डॉलर का इजाफा हुआ है और यह 100 अरब डॉलर पहुंच गई है. वैसे, तो मायज कई बार दुनिया के अमीरों की लिस्ट में टॉप-10 में रही हैं, लेकिन यह पहला मौका है जब उनकी नेटवर्थ 100 अरब डॉलर के आंकड़े को छूआ है. हालांकि, अमीरों की लिस्ट में इस बार वह 12वें स्थान पर हैं. फ्रांसुआ से पहले उनकी मां Liliane Bettencourt दुनिया की सबसे अमीर महिला थीं और 2017 में उनकी संपत्ति 44.3 अरब डॉलर थी. 2005 में फोर्ब्स ने लिलियन को दुनिया की 39वीं सबसे ताकतवर महिला बताया था.
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2017 में हुआ था मां का निधन
लिलियन बेटनकोर्ट का जन्म पेरिस में हुआ था और वह अपने माता-पिता की इकलौती संतान थीं. उनके पिता Eugene Schueller ने साल 1909 में लॉरियल की स्थापना की थी. लिलियन ने छोटी उम्र से ही कंपनी के कामों में अपने पिता का हाथ बंटाना शुरू कर दिया था. फ्रांसुआ बेटनकॉट मायज इस फैमिली विरासत को आगे बढ़ा रही हैं. सितंबर 2017 में अपनी मां की मौत के बाद मायज ने कंपनी को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने के लिए काफी कुछ किया है. कंपनी की ग्रोथ के साथ उनकी पर्सनल ग्रोथ भी हो रही है. वह 100 अरब डॉलर की नेटवर्थ वाली दुनिया की पहली महिला भी बन गई हैं.
इस तरह आया आइडिया
अब यह भी जान लेते हैं L'Oreal की स्थापना कैसे हुई. मायज के दादा और लिलियन बेटनकोर्ट के पिता Eugene Schueller एक फार्मासिस्ट थे. उन्होंने 1909 में लॉरियल की स्थापना की थी. उस दौर में फ्रांस की महिलाएं बाल रंगने में समस्या का अनुभव करती थीं. डाई बाजार में थीं, लेकिन उसमें मौजूद केमिकल्स से सिर की त्वचा को नुकसान पहुंचता था. एक दिन जब Eugene की लैब में एक पारसी हेयरड्रेसर सिंथेटिक हेयर डाई बनाने के लिए आया, तब उन्होंने इस दिशा में कुछ करने के बारे में सोचा. उन्होंने करीब दो सालों तक रिसर्च किया, डाई बनाई और उसे खुद पर प्रयोग किया. इसके बाद उन्होंने एक कंपनी बनाई, जिसका फ्रेंच नाम रखा. लेकिन कुछ समय बाद फ्रांस की मशहूर हेयरस्टाइलिस्ट ऑरियल के नाम पर उन्होंने कंपनी का नाम लॉरियल कर दिया.
दो बेडरूम से 150 देशों तक
लॉरियल दो बेडरूम के अपार्टमेंट में शुरू हुई थी और आज उसके प्रोडक्ट 150 देशों में जाते हैं. खास बात ये है कि कंपनी ने संबंधित देशों के हिसाब से अपने उत्पादों में बदलाव किया है. मौजूदा वक्त में कंपनी का सबसे बड़ा बाजार यूरोप है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, लॉरियल हर साल औसतन 500 पेटेंट अप्लाई करती है. कंपनी के कुल 36 ब्रांड्स हैं और इसमें 88000 कर्मचारी काम करते हैं. ये फ्रेंच कंपनी शोध पर भी काफी ध्यान देती है. करीब 4000 वैज्ञानिक इसके लिए काम करते हैं. कंपनी की वर्कफोर्स में 69% महिलाएं हैं. यानी लॉरियल महिलाओं को नौकरी पर रखने पर जोर देती है.
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