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Rolta India को अपना बनाने के लिए बाबा को अब कई कंपनियों से लड़नी होगी जंग!
रोल्टा इंडिया कर्ज के बोझ में दबी कंपनी है, जिसे अपना बनाने में कई कपनियों ने दिलचस्पी दिखाई है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 2 months ago
बाबा रामदेव (Baba Ramdev) कर्ज में डूबी रोल्टा इंडिया (Rolta India) को खरीदना चाहते हैं. हाल ही में पतंजलि आयुर्वेद ने इसके लिए 830 करोड़ रुपए का कैश ऑफर दिया था. बाबा के ऑफर से पहले ही पुणे की कंपनी अशदान प्रॉपर्टीज (Ashdan Properties) को रोल्टा इंडिया का सबसे बड़ा बोलीदाता घोषित किया जा चुका था, इसलिए पतंजलि ने नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) से बोली स्वीकारने का आग्रह किया, जिसे उसने स्वीकार भी कर लिया. बाबा रामदेव के रोल्टा इंडिया में दिलचस्पी दिखाने के बाद अब कुछ और कंपनियां भी इस दौड़ में शामिल हो गई हैं. इसका सीधा मतलब है कि बाबा की राह अब उतनी आसान नहीं रहने वाली.
इन्होंने भी दिखाई दिलचस्पी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वेलस्पन ग्रुप की एमजीएन एग्रो प्रॉपर्टीज, मुंबई की बी-राइट रियल एस्टेट, अहमदाबाद की कंपनी रेयर एआरसी, तमिलनाडु की शेरिषा टेक्नोलॉजीज और पुणे की कंपनी मंत्रा प्रॉपर्टीज भी रोल्टा इंडिया को अपना बनाना चाहती हैं. इन कंपनियों को भी बोली लगाने के लिए NCLT से मंजूरी मिल गई है. एनसीएलटी ने सभी बोलीदाताओं को 25 फरवरी तक फॉर्मल एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट जमा करने को कहा है. पहले रामदेव के लिए Rolta India के अधिग्रहण की राह में ज्यादा प्रतियोगिता नहीं थी, लेकिन अब उन्हें कई कंपनियों को पीछे छोड़ना होगा. वैसे तो रोल्टा इंडिया सॉफ्टवेयर कंपनी है, लेकिन इसके पास मुंबई में काफी रियल एस्टेट एसेट है.
कंपनी पर है कर्ज का बोझ
NCLT से पतंजलि को बोली लगाने की अनुमति मिलने के बाद कई कंपनियों ने Rolta में दिलचस्पी दिखाई है. रिपोर्ट्स बताती हैं कि इन कंपनियों में से अधिकांश की नजर मुंबई में रोल्टा इंडिया के रियल एस्टेट एसेट्स पर है. हालांकि, उस पर कर्ज का भी काफी बोझ है. यूनियन बैंक की याचिका पर जनवरी 2023 में Rolta India के खिलाफ बैंकरप्सी प्रक्रिया शुरू हुई थी. यूनियन बैंक की अगुवाई वाले बैंकों के समूह से रोल्टा इंडिया ने 7100 करोड़ रुपए का कर्ज लिया है. वहीं, सिटी ग्रुप की अगुवाई वाले बैंकों से 6699 करोड़ का अनिसिक्योर्ड पैसा लिया है. कमल सिंह के प्रमोटर वाली यह कंपनी डिफेंस एंड होम लैंड सिक्योरिटी, पावर फाइनेंशियल सर्विसेज, मैन्युफैक्चरिंग, रिटेल और हेल्थकेयर में सेवाएं देती है.
...तो आसान हो जाती राह
पतंजलि से पहले पुणे की अशदान प्रॉपर्टीज की 760 करोड़ की पेशकश को बैंकों द्वारा सबसे बड़ी बोली घोषित किया गया था. इसके कुछ ही दिन बाद पतंजलि ने 830 करोड़ रुपए की पूरी तरह से नकद डील की पेशकश कर डाली. बाबा रामदेव की कंपनी ने NCLT से उसकी बोली स्वीकार करने का अनुरोध किया, जिसे NCLT ने स्वीकार कर लिया. अपना फैसला सुनाते हुए ट्रिब्यूनल ने कहा कि यह सबसे अच्छा है कि रुचि व्यक्त करने वाले सभी आवेदकों को एक और अवसर दिया जाए. यदि दूसरी कंपनियां रोल्टा में दिलचस्पी नहीं दिखाती, तो बाबा की राह काफी आसान हो जाती.
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