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आखिर क्यों रिन्यूएबल एनर्जी बिजनेस का 49% बेच रहा है आदित्य बिरला ग्रुप?
कुमार मंगलम बिरला की कंपनी आदित्य बिरला ग्रुप अपने रिन्यूएबल बिजनेस का 49% स्टेक बेचने जा रही है जिसके लिए उन्होंने स्टैण्डर्ड चार्टर्ड को हायर किया है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
लगातार बढ़ते भारतीय क्लीन एनर्जी सेक्टर में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए कुमार मंगलम बिरला की कंपनी आदित्य बिरला ग्रुप ने अपने रिन्यूएबल एनर्जी बिजनेस में से 49% स्टेक बेचने का फैसला किया है. इस फैसले से जुड़े लोगों ने बताया कि ग्रुप ने इस फैसले को अंजाम देने के लिए स्टैण्डर्ड चार्टर्ड बैंक को हीरे किया है. बिरला ग्रुप की कोशिश है कि वह इस फैसले के द्वारा लगभग 400 मिलियन डॉलर्स पैसा इकठ्ठा कर पाये और क्लीन एनर्जी सेक्टर में अपनी स्थिति को ज्यादा मजबूत कर सके.
आदित्य बिरला ग्रुप के लिए संभावित ग्रोथ इंजन है रिन्यूएबल एनर्जी बिजनेस
ग्रुप से जुड़े सूत्रों की मानें तो रिन्यूएबल एनर्जी बिजनेस आदित्य बिरला ग्रुप के लिए एक संभावित ग्रोथ इंजन है जिसे काफी बड़ा बनाने की जरूरत है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो आदित्य बिरला रिन्यूएबल्स का लक्ष्य वित्त वर्ष 2026 तक यूटिलिटी एवं कमर्शियल और इंडस्ट्रियल प्रोजेक्ट्स के माध्यम से 4.5 गीगावाट की इन्स्टॉल्ड रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता को हासिल करना है. फिलहाल कंपनी के प्रोजेक्ट्स पोर्टफोलियो 2 गीगावाट के हैं जिसमें अभी चल रहे और भविष्य में आने वाले दोनों ही तरह के प्रोजेक्ट्स शामिल हैं.
आदित्य बिरला ग्रुप ने पहले भी की है कोशिश
अक्टूबर 2015 में आदित्य बिरला ग्रुप ने बड़े स्तर का रिन्यूएबल एनर्जी प्लेटफॉर्म बनाने के लिए Abraaj Group के साथ हाथ मिलाया था. इस पार्टनरशिप का मकसद यूटिलिटी स्केल सोलर और हवाई पॉवर प्रोजेक्ट्स के विकास पर था. हालांकि साल 2018 में Abraaj Group पर आर्थिक मिस-मैनेजमेंट और फ्रॉड के आरोप लगने के बाद वह गिर गया जिसकी वजह से यह प्लान धराशायी हो गया था. साल 2019 में आदित्य बिरला ग्रुप ने घोषणा की कि वह आने वाले सालों में रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में 2 बिलियन डॉलर्स इन्वेस्ट करेगा. कंपनी का लक्ष्य है कि साल 2025 तक वह 5 गीगावाट की कुल रिन्यूएबल क्षमता हासिल कर लेगा.
रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में कहां है भारत?
सबसे ज्यादा एनर्जी का इस्तेमाल करने वाले देशों में भारत विश्व में तीसरे स्थान पर है. ग्लोबल इकनोमिक की अस्थिरता के बावजूद भारत की ग्रीन इकॉनमी हमेशा से ही ग्लोबल इन्वेस्टर्स को अपनी ओर आकर्षित करती रही है. इस क्षेत्र में हाल ही में जुड़ी कंपनियों में से एक अमेजन भी है जो रिन्यूएबल एनर्जी के इस्तेमाल से भारतीय इलेक्ट्रिसिटी एक्स्चेंजेस में बेचने के लिए अपना एक पोर्टफोलियो बनाना चाहता है. भारत ने अपने रिन्यूएबल एनर्जी क्षेत्र की तरफ 78.1 बिलियन डॉलर्स की इन्वेस्टमेंट को आकर्षित किया है. जिसके साथ अब भारत विश्व का चौथा सबसे बड़ा रिन्यूएबल एनर्जी वाला देश बन गया है जिसके पास 166 गीगावाट की रिन्यूएबल क्षमता उपलब्ध है. भारत ने साल 2070 तक नेट जीरो कार्बन एमिशन हासिल करने का लक्ष्य बनाया है जिसके साथ साथ भारत 2005 के कार्बन इंटेंसिटी लेवल के मुकाबले कार्बन इंटेंसिटी को 45% तक कम करना चाहता है.
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