आखिर ऐसा क्या हुआ कि 6 Airbags पर नितिन गडकरी को लेना पड़ गया यू-टर्न?

पिछले साल नितिन गडकरी ने साफ कहा था कि सरकार सभी कारों के लिए छह एयरबैग अनिवार्य करने जा रही है.

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Saturday, 16 September, 2023
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सड़कों पर दौड़तीं कारों को ज्यादा सुरक्षित बनाने के लिए छह एयरबैग (6 Airbags) अनिवार्य करने की बात चल रही थी. पिछले साल केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने स्पष्ट शब्दों में कहा था कि कार निर्माता कंपनियों को सेफ्टी को लेकर गंभीर होना पड़ेगा. सरकार हर कार में छह एयरबैग अनिवार्य करने जा रही है. हालांकि, अब उन्होंने इस मामले में यू-टर्न ले लिया है. कल तक इस मुद्दे पर सख्ती दिखा रहे गडकरी अब नरम पड़ गए हैं. उनका कहना है कि यह पूरी तरह से कंपनियों पर है कि वो 6-एयरबैग लगाती हैं या नहीं. 

अक्टूबर में होना था लागू
नितिन गडकरी के इस रुख के बाद यह सवाल लाजमी हो जाता है कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि कल तक सुरक्षा की दृष्टि से जरूरी नजर आ रहे छह एयरबैग अब वैकल्पिक हो गए हैं? पिछले साल टाटा संस के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री की सड़क दुर्घटना में हुई मौत के बाद कारों को ज्यादा सुरक्षित बनाने की मुहिम शुरू हुई थी. उसी दौरान गडकरी ने सभी कारों में छह एयरबैग अनिवार्य करने की बात कही थी. हालांकि, कंपनियों के विरोध के चलते डेडलाइन आगे बढ़ा दी गई. इस साल अक्टूबर में छह एयरबैग का नियम अमल में आना था, लेकिन अब वो ठंडे बस्ते में चला गया है. 

रोड सेफ्टी स्टैंडर्ड में इजाफा 
जानकार मानते हैं कि गडकरी ने इस मुद्दे पर यू-टर्न लेने की कई वजह हैं. सबसे पहली तो यही है कि Bharat NCAP यानी न्यू कार एसेसमेंट प्रोग्राम के 1 अक्टूबर से लागू होने के बाद कारों के रोड सेफ्टी स्टैंडर्ड में इजाफा की उम्मीद है. इस प्रोग्राम में कार के क्रैश सहित विभिन्न टेस्टों के आधार पर उसकी स्टार रेटिंग तय की जाएगी. इसमें एडल्ट और चाइल्ड के हिसाब से 0 से लेकर 5 तक स्टार रेटिंग मिलेगी. ऐसे में जिस कंपनी को अपनी कार के लिए बेहतर सेफ्टी रेटिंग चाहिए, उसको अपनी गाड़ी में सेफ्टी फीचर भी ज्यादा देने पड़ेंगे और छह एयरबैग भी इसमें शामिल है. शायद इसलिए सरकार ने छह एयरबैग को अनिवार्य नहीं बनाया. 

कंपनियों ने किया था विरोध
इसके अलावा, कंपनियों का विरोध और चुनावी मौसम भी एक बड़ी वजह हो सकती है. ऑटो कंपनियां लगातार इसका विरोध करती आ रही हैं. मारुति से लेकर लगभग सभी कार कंपनियां कह चुकी हैं कि हर कार में छह एयरबैग देना संभव नहीं है, क्योंकि इससे कार की कॉस्ट बढ़ जायेगी. कारों के महंगा होने से उनकी बिक्री पर भी असर पड़ेगा. कंपनियों का कहना था कि छोटी कारों में भी 6-एयरबैग लगाने के लिए उसके स्ट्रक्चर में चेंज करना पड़ेगा. जिससे इन्वेस्टमेंट काफी बढ़ जाएगा और कार की कॉस्ट भी बढ़ जाएगी.

सरकार को होगी ये आशंका 
सरकार को इस बात की भी आशंका रही होगी कि कंपनियों पर जबरन छह एयरबैग का फैसला थोपने का कहीं उसे चुनाव में नुकसान न उठाना पड़ जाए. कार निर्माताओं ने जिस तरह का रुख इस घोषणा के तुरंत बाद अख्तियार किया था, उससे साफ था कि वो किसी भी सूरत में छह एयरबैग के लिए तैयार नहीं हैं. मारुति सुजुकी इंडिया के चेयरमैन आरसी भार्गव ने पिछले साल जून में कहा था कि सरकार की छह एयरबैग की नीति का असर छोटी कारों पर पड़ेगा. ऐसे में कंपनी उन्हें बंद करने में कोई संकोच नहीं करेगी. कुल मिलाकर कारण चाहे जो भी रहा, लेकिन मारुति जैसी कंपनियां इससे बेहद खुश होंगी कि रोड सेफ्टी को लेकर गडकरी को अपने कदम वापस खींचने पड़े हैं. 
 


खरीदना चाहते हैं Sports Bike? Aprilia लेकर आई Aprilia RS 457!

आज यानी 20 सितंबर को कंपनी द्वारा अपनी नई स्पोर्ट्स बाइक अप्रिलिया RS 457 (Aprilia RS 457) से पर्दा उठाया जा सकता है.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Wednesday, 20 September, 2023
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Wednesday, 20 September, 2023
Aprilia RS 457

स्पोर्ट्स बाइक (Sports Bike) खरीदना ज्यादातर लोगों का सपना होता है और जब भी बात स्पोर्ट्स बाइक की होती है तो सबसे खुबसूरत बाइक्स इटालियन ही होती हैं. क्या आप भी एक इटालियन स्पोर्ट्स बीके लेना चाहते हैं? अगर हां, तो यह खबर आपके लिए ही है. इटालियन दोपहिया निर्माता कंपनी पियागियो (Piaggio) अप्रिलिया (Aprilia) ने हाल ही में घोषणा की है कि वह जल्द ही अपनी नई बाइक अप्रिलिया RS 457 (Aprilia RS 457) से पर्दा उठाने जा रही है. 

महाराष्ट्र में बनेगी Aprilia RS 457
कंपनी ने जानकारी देते हुए बताया है कि आज यानी 20 सितंबर को कंपनी द्वारा अपनी नई स्पोर्ट्स बाइक अप्रिलिया RS 457 (Aprilia RS 457) से पर्दा उठाया जा सकता है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि वैश्विक बाजारों में कंपनी द्वारा इस बाइक से पर्दा उठाया जा चुका है और इस दौरान कंपनी ने बाइक के प्रमुख फीचर्स और अन्य जानकारियों को भी साझा कर दिया है. देश के महाराष्ट्र राज्य में पियागियो (Piaggio) का बारामती प्लांट मौजूद है और अप्रिलिया RS 457 का निर्माण यहीं पर किया जाएगा.

Aprilia RS 457 के खास फीचर्स
अप्रिलिया RS 457 (Aprilia RS 457) के डिजाईन की बात करें तो यह बाइक अप्रिलिया की RS 660 (Aprilia RS 660) के डिजाईन को ही साझा करेगी. इसकी हेडलाइट पूरी तरह से LED होगी और इंडीकेटर्स भी हेडलाइट के सिस्टम में ही जुड़े होंगे. सेफ्टी फीचर्स की बात करें तो बाइक में तीन लेवल वाला एक ट्रैक्शन कण्ट्रोल सिस्टम भी प्रदान किया जाएगा. इसके साथ ही ड्यूल चैनल ABS भी प्रदान किया जाएगा और साथ ही 3 राइड मोड्स भी प्रदान किए जाएंगे. 

Aprilia RS 457 का इंजन
अगर इंजन की बात करें तो अप्रिलिया RS 457 (Aprilia RS 457) के इंजन की बात करें तो इस बाइक में आपको 2 सिलिंडर वाला एक लिक्विड-कूल्ड (Liquid Cooled) इंजन प्रदान किया जाता है जिसमें ड्यूल कैमशाफ्ट और प्रति सिलिंडर पर 4 वाल्व प्रदान किए जाते हैं. यह इंजन 47bhp की ताकत प्रदान करता है और इस इंजन में आपको एक 6 स्पीड गेयरबॉक्स भी प्रदान किया जाता है. इस बाइक का वजन 175 किलोग्राम के आस पास हो सकता है. 

क्या होगी बाइक की कीमत?
जब भी बात स्पोर्ट्स बीके की आती है तो हम सभी एक स्पोर्ट्स बीके खरीदना तो चाहते हैं लेकिन इनकी मेंटेनेंस और कीमत इतनी ज्यादा होती है कि हमें खरीदने से पहले काफी ज्यादा सोच विचार करना पड़ता है. अगर भारत में 400CC क्षमता वाली बाइक्स की बात करें तो आपको Duke 390 और डोमिनार 400 जैसे विकल्प भी मिल जाते हैं. फिलहाल बाइक की कीमत को लेकर कंपनी के ओर से कुछ भी साफ नहीं किया गया है, लेकिन मना जा रहा है कि इस बाइक की कीमत 4 से 4.5 लाख रुपयों के बीच हो सकती है.
 

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2024 तक डीजल कारें बनाना बंद कर देगी ये जानी-मानी कंपनी!

कंपनी ने घोषणा करते हुए कहा कि 2024 तक वह अपने बाकी बचे डीजल मॉडल्स की निर्माण प्रक्रिया पूरी तरह बंद कर देगी.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Tuesday, 19 September, 2023
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Tuesday, 19 September, 2023
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जब भी बात लग्जरी और सुरक्षित फीचर्स वाली कारों की आती है तो वॉल्वो (Volvo) का नाम न आए यह नामुमकिन हो जाता है. लेकिन अब हाल ही में वॉल्वो ने एक ऐसी घोषणा कर दी ही जिस एसुनकर आपको झटका लग सकता है. दरअसल हाल ही में कंपनी ने घोषणा कर जानकारी दी है कि 2024 तक वह डीजल कारों का निर्म्मान पूरी तरह से बंद कर देगी. 

पूरी तरह बनना है इलेक्ट्रिक
आपको बता दें कि वॉल्वो (Volvo) धीरे-धीरे पूरी तरह एक इलेक्ट्रिक कार निर्माता बनने की ओर बढ़ रही है और इसी लक्ष्य के अनुरूप यह फैसला लिया गया है. कंपनी ने आज घोषणा करते हुए कहा है कि 2024 तक वह अपने बाकी बचे डीजल मॉडल्स की निर्माण प्रक्रिया पूरी तरह बंद कर देगी. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि वॉल्वो स्वीडन की कंपनी है और आज दी गए बयान में जानकारी देते हुए कंपनी ने बताया कि आज से कुछ ही महीनों बाद कंपनी द्वारा अपनी आखिरी डीजल कार का निर्माण किया जाएगा और ऐसा करने वाली वॉल्वो पहली कर कंपनी होगी. 

बढ़ी इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री
वॉल्वो कार (Volvo) कंपनी में एक काफी बड़ा हिस्सा चीन की कंपनी Geely का भी है और इस कंपनी ने भी निर्णय लिया है कि 2030 तक कंपनी पूरी तरह इलेक्ट्रिक हो जाएगी. आपको बता दें कि 2019 तक वॉल्वो द्वारा यूरोप में बेचीं गई कुल कारों की संख्या में से ज्यादातर कारों को डीजल से ताकत मिलती थी. दूसरी तरफ साल 2022 तक कंपनी की कुल बिक्री में इन कारों की हिस्सेदारी कम होकर केवल 8.9% रह गई थी. अगस्त में वॉल्वो द्वारा बेचीं गई कुल कारों में से 33% कारें या तो इलेक्ट्रिक या फिर हाइब्रिड थीं. हालांकि फिलहाल कंपनी द्वारा यह जानकारी साझा नहीं की गई है कि बाकी बची 67% ICE (Internal Combustion Engine) कारों में से डीजल और पेट्रोल कारों की संख्या कितनी है.

कम हुई डीजल कारों की बिक्री
यूरोप में डीजल कारों की बिक्री में काफी तेजी से गिरावट देखने को मिली है. फॉक्सवेगन (Volkswagen) द्वारा एमिशन कम करने के नाम पर किए गए स्कैम के बाद से ही यह कमी देखने को मिली है. इस स्कैम के बाद से ही कार निर्माता कंपनियां लगातार अपने मॉडल्स में मौजूद डीजल कारों की संख्या को कम कर रही हैं. आपको बता दें कि यूरोप में साल 2015 के दौरान बेचीं गई कारों की कुल संख्या का 50% हिस्सा केवल डीजल कारों का था जबकि जुलाई 2023 में यह हिस्सा कम होकर मात्र 14% रह गया था. 
 

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EV कारों को लेकर TATA की बड़ी तैयारी, होने वाला है ये बदलाव

कंपनी अपने EV बैटरी विकास को लेकर गुजरात में अपनी फैक्‍ट्री शुरू कर चुकी है. इसके जरिए कंपनी का लक्ष्‍य है कि वो अपनी डिलीवरी को सुधारे. 

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Friday, 15 September, 2023
Last Modified:
Friday, 15 September, 2023
TATA EV

भारत में ईवी का बाजार तेजी से बढ़ रहा है. आलम ये है कि हर कंपनी इस नए क्षेत्र में धीरे-धीरे अपने कदम बढ़ा रही है. EV के भविष्‍य को सभी कंपनियां समझ रही हैं.  इसी कड़ी में अपनी स्थिति को और मजबूत करने के लिए अब टाटा अपने EV सेगमेंट के लिए डीलरों की नई चेन विकसित करने के बारे में सोच रही है. कंपनी ऐसा इस क्षेत्र में अपनी भविष्‍य की रणनीति और अपनी स्थिति को और मजबूत बनाने के लिए कर रही है. 

क्‍या कहना है कंपनी का? 
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी अपने EV सेगमेंट के लिए अलग डीलरों को विकसित करने की योजना बना रही है. अगर ऐसा होता है तो आपको टाटा की EV खरीदनी है तो उसके लिए आपको टाटा के कॉमन डीलर नहीं बल्कि EV डीलर के पास जाना होगा. टाटा अपनी EV कारों के लिए अलग से डीलर इसलिए विकसित कर रही है जिससे वो इस सेगमेंट में अपनी पकड़ को मजबूत बना सके. कंपनी का मानना है कि ऐसा करने से वो अंतराष्‍ट्रीय बाजार में भी अपनी स्थिति को पहले से बेहतर कर पाएगी. 

क्‍या बोले कंपनी के EV सेक्‍शन के MD?
इस मामले को लेकर अपनी बात रखते हुए टाटा मोटर EV बिजनेस एमडी शैलेष चंद्रा कहते हैं कि हमें ऐसा महसूस होता है कि हमें अपने EV सेगमेंट के लिए अलग से व्‍यक्तित्‍व बनाने की जरूरत है. शैलेश चंद्रा कहते हैं कि आने वाली तिमाहियों में हम इसे लॉन्‍च कर सकते हैं. उन्‍होंने ये भी कहा कि कंपनी अपनी इंटरनेशनल पॉलिसी को आखिरी रूप दे रही है. इसमें प्रमुख रूप से इलेक्ट्रिक कारों के निर्यात को लेकर भी फैसला शामिल हो सकता है. हालांकि अभी कंपनी की ओर से ये नहीं बताया गया है कि उसके लक्ष्‍य पर कौन से देश हैं जहां वो अपनी कार को सेल करने की योजना बना रही है. 

TATA का 2 बिलियन डॉलर निवेश का है लक्ष्‍य 
ऑटोमोबाइल कंपनी टाटा का लक्ष्‍य है कि वो अपने बैटरी चालित मॉडल के विकास पर लगभग 2 बिलियन डॉलर का निवेश करेगी. (फाडा) फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के आंकड़ों के अनुसार कंपनी ने टिगोर, नेक्‍सॉन, सहित कई इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री की सूचना दी है. अगर अकेले टिगोर EV की बिक्री देखें तो पिछले साल के मुकाबले इसमें 65 प्रतिशत की ग्रोथ देखने को मिली है. कंपनी गुजरात में अपनी बैटरी फैक्‍ट्री के विकास के साथ अपनी आपूर्ति को सुधारने की कोशिश कर रही है. मौजूदा समय में लिथियम ऑयन सेल बनाने वाली कंपनियों में ओला इलेक्ट्रिक और रिलायंस इंडस्‍ट्रीज लिमिटेड शामिल है. 
 


2-व्हीलर्स की बिक्री की रफ्तार सुस्त, FADA की गुहार - हमारी भी सुन लो सरकार

FADA ने सरकार से GST को 28 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत करने की मांग की है.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Thursday, 14 September, 2023
Last Modified:
Thursday, 14 September, 2023
Photo Credit:  Scroll.in

कोरोना महामारी ने ऑटो सेक्टर (Auto Sector) को भी बुरी तरह प्रभावित किया था. कारों से लेकर टू-व्हीलर्स तक सभी तरह के वाहनों की बिक्री लगभग थम सी गई थी. जैसे-जैसे हालत बेहतर हुए, बाजार में तेजी दिखाई देने लगी. कारों के मार्केट ने अच्छी-खासी स्पीड पकड़ ली है, लेकिन मोटरसाइकिल और स्कूटर का बाजार अब भी पहले जैसी स्थिति में नहीं लौट पाया है. इसी तथ्य को आधार बनाते हुए फेडरेशन ऑफ ऑटोमोटिव डीलर्स एससेसिएशन (Federation of Automobile Dealers Associations - FADA) ने सरकार से GST की दर में कटौती की गुहार लगाई है.

अभी भी 20% पीछे
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एससेसिएशन का कहना है कि मोटरसाइकिल और स्कूटरों की बिक्री अभी भी पहले के स्तर से करीब 20% पीछे है. लिहाजा हमने सरकार से GST की दर को 18 प्रतिशत करने की मांग की है. मौजूदा व्यवस्था के तहत 3500cc से कम की बाइक एवं स्कूटर्स पर 28% की दर से GST लगता है. ऑटो रिटेल कॉनक्लेव (Auto Retail Conclave) में FADA के अध्यक्ष मनीष राज सिंघानिया (Manish Raj Singhania) ने कहा कि टू-व्हीलर सेगमेंट अभी तक कोरोना के झटके से उबर नहीं पाया है. कोरोना के बाद जहां दूसरी कैटेगरी के वाहनों की बिक्री में 7% का इजाफा हुआ है. वहीं कम कीमत वाले दोपहिया वाहनों की बिक्री खास नहीं बढ़ी है. यह अभी भी कोरोना के पूर्व के स्तर से 20 प्रतिशत पीछे है.

गडकरी से मांगी मदद 
इस कार्यक्रम में मौजूद केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी की ओर देखते हुए सिंघानिया ने कहा - फाडा माननीय मंत्री से आग्रह करता है कि वे कम कीमत वाले एंट्री लेवल दोपहिया वाहनों यानी 100cc और 125cc सेगमेंट के लिए GST दर को 28% से घटाकर 18% करने में हमारी मदद करें. FADA के आंकड़ों के अनुसार, चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से अगस्त की अवधि में 2-व्हीलर्स की बिक्री 65,15,914 यूनिट रही, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 62,35,642 यूनिट थी. यानी इसमें केवल 4.49 प्रतिशत की वृद्धि आई. वहीं, चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-अगस्त अवधि में विभिन्न श्रेणियों में कुल वाहन बिक्री 91,97,045 यूनिट रही, जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह आंकड़ा 86,15,337 यूनिट था. इस दौरान, इसमें 6.75% की वृद्धि दर्ज की गई.
 


नए रूप-रंग में आई Tata Nexon, कंपनी ने लॉन्च किया तमाम खूबियों वाला फेसलिफ्ट वर्जन

टाटा मोटर्स ने अपनी मशहूर SUV Nexon का फेसलिफ्ट वर्जन बाजार में पेश कर दिया है. नेक्सन का लुक पहले से ज्यादा आकर्षक नजर आ रहा है.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Thursday, 14 September, 2023
Last Modified:
Thursday, 14 September, 2023
Photo Credit: autocarindia

यदि आप उन लोगों में शुमार हैं जिन्हें Tata Nexon में तमाम खूबियां दिखती हैं, लेकिन उसका लुक उन खूबियों का मजा कम कर देता है, तो आपके लिए अच्छी खबर है. टाटा मोटर्स ने घरेलू बाजार में Tata Nexon के फेसलिफ्ट को ऑफिशियली लॉन्च कर दिया है. आकर्षक लुक और दमदार इंजन से लैस इस SUV को कंपनी ने कुल 11 वेरिएंट्स में पेश किया है. खास बात ये है कि पिछले माडॅल के मुकाबले नई Nexon का लुक और डिजाइन बिल्कुल अलग है. साथ ही इसके कई नए फीचर्स भी शामिल किए गए हैं. 

पहले से ज्यादा स्पोर्टी
नई नेक्सन के फ्रंट और रियर लुक को कंपनी ने पूरी तरह से चेंज कर दिया है. अब ये SUV पहले से ज्यादा स्पोर्टी और मॉर्डन नजर आ रही है. इसके फ्रंट में नया LED DRLs स्प्लिट हेडलैंप सेटअप दिया गया है, चौड़े अपर ग्रिल सेक्शन पर टाटा का लोगो लगा है. इसके अलावा, एक दम नए डिजाइन और ज्यादा स्पोर्टी दिखने वाले बम्पर पर नीचे LED हेडलैंप लगाए गए हैं. नई नेक्सन में नई सीक्वेंशियल एलईडी डे-टाइम रनिंग लाइट मिलती है. हालांकि SUV का साइड प्रोफाइल काफी हद तक पहले जैसा ही है, लेकिन नई एक्सेंट लाइन जरूर दी गई है. 

इतनी है शुरुआती कीमत
Nexon के फेसलिफ्ट में नए डिजाइन का अलॉय व्हील है, जो कि इसे फ्रैश लुक देते हैं. पिछले हिस्से में नई अपडेटेड फुल-LED टेल लाइट्स के साथ बीच में TATA का लोगो है. रिवर्स लाइट को टेल-लाइट हाउजिंग सेक्शन से हटा कर बंपर पर लगा दिया गया है, जिससे इसका रियर लुक पहले से ज्यादा आकर्षक नजर आ रहा है. फॉक्स स्किड प्लेट से लैस इस SUV के ग्राउंड क्लीयरेंस में कोई बदलाव नहीं किया गया है. ये पहले के जितना 208 मिमी ही है. इस गाड़ी की शुरुआती कीमत 8.10 लाख रुपए तय की गई है.  

केबिन में काफी बदलाव
Tata Nexon के फेसलिफ्ट के केबिन में काफी बदलाव देखने को मिलता है. कंपनी ने इस गाड़ी के केबिन को लग्जरी वाला अहसास देने की कोशिश की है. इसमें नए टचस्क्रीन सेट-अप और टू-स्पोक स्टीयरिंग व्हील मौजूद है. कहा जा रहा है कि नई Nexon इंडियन ऑटो इंडस्ट्री में ऐसी पहली कार है, जिसमें टू-स्पोक, फ्लैट-बॉटम स्टीयरिंग व्हील दिया गया है. इसके AC वेंट्स को पहले से थोड़ा और पतला किया गया है. साथ ही डैशबोर्ड पर अब कम बटन देखने को मिलते हैं, जिससे ऑपरेशन आसान हो जाता है. डेशबोर्ड पर एक टच पैनल वाली HVAC यूनिट और सेंटर कंसोल पर नया गियर सिलेक्टर दिया गया है, जो कार को और भी लग्जरी बनाता है.

कई एडवांस्ड फीचर्स 
इस फेसलिफ्ट में कंपनी ने एक नया 10.25 इंच का टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम और 10.25 इंच का फुली डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर दिया है. टाटा की ये गाड़ी अब कई एडवांस्ड फीचर से लेस है. इनमें टाटा की IRA 2.0 मोबाइल कनेक्टेड-टेक्नोलॉजी, 360-डिग्री कैमरा, वेंटिलेटेड फ्रंट सीट्स, एयर प्यूरिफायर, वॉयस असिस्टेड इलेक्ट्रिक सनरूफ, JBL 9-स्पीकर,  वायरलेस चार्जर, वायरलेस Apple कारप्ले और एंड्रॉइड ऑटो मौजूद है. पावर और परफॉर्मेंस की बात करें, तो कंपनी ने इंजन मैकेनिज्म में कोई बदलाव नहीं किया है, नई Nexon पहले की ही तरह 1.2 लीटर टर्बो पेट्रोल और 1.5 लीटर डीजल इंजन के साथ आएगी है. सेफ्टी के लिहाज से इस SUV में 6 एयरबैग, केटेगरी फर्स्ट ब्लाइंड-व्यू मॉनिटर, ESP, हिल-होल्ड कंट्रोल, रोल ओवर मिटिगेशन, ट्रैक्शन कंट्रोल, ISOFIX के साथ-साथ इमरजेंसी और ब्रेकडाउन कॉल असिस्टेंट की सुविधा दी गई है


क्या कारों में अगले महीने से 6 Airbags अनिवार्य होंगे? गडकरी ने दिया बड़ा बयान 

नितिन गडकरी ने कहा है कि सरकार कारो में छह एयरबैग अनिवार्य नहीं करने जा रही. जबकि पिछले साल उन्होंने कहा था कि सभी कारों में 6 एयरबैग अनिवार्य किए जाएंगे.

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Published - Wednesday, 13 September, 2023
Last Modified:
Wednesday, 13 September, 2023
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टाटा संस के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री की पिछले साल सड़क दुर्घटना में हुई मौत के बाद कारों को ज्यादा सुरक्षित बनाने की मुहिम शुरू हुई थी. केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कई ऐलान भी किए थे, जिसमें सबसे प्रमुख था कारों में 6-एयरबैग (Airbags) को अनिवार्य करना. हालांकि, अब छह एयरबैग पर गडकरी ने यू-टर्न ले लिया है. उनका कहना है कि नए क्रैश टेस्ट नियम लागू होने के बाद यात्री कारों के लिए छह-एयरबैग अनिवार्य करने की जरूरत नहीं है. बता दें कि गडकरी की पिछली घोषणा के अनुसार, इस साल अक्टूबर में 6-एयरबैग का नियम लागू होना था.

कई कारों में मिल रही सुविधा
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ऑटोमोटिव कंपोनेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (ACMA) की वार्षिक बैठक के दौरान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि सरकार कारों के लिए 6 एयरबैग (6 Airbags) नियम को अनिवार्य नहीं बनाएगी. उन्होंने आगे कहा कि देश में बहुत सी वाहन निर्माता कंपनियां हैं, जो पहले से ही 6 एयरबैग दे रही हैं. लोग चाहें तो वे कार खरीद सकते हैं. ऐसे में 6-एयरबैग अनिवार्य करने की कोई जरूरत महसूस नहीं होती. 

तेजी से बढ़ रहा ऑटो सेक्टर
नितिन गडकरी ने कहा कि हमारा ऑटो सेक्टर तेजी से ग्रोथ कर रहा है. भारत हाल ही में जापान को पीछे छोड़ दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऑटो बाजार बन चुका है. कार निर्माता कंपनियों में लेटेस्ट टेक्नोलॉजी अपनाने को लेकर प्रस्तिपर्धा है. लोग भी लेटेस्ट तकनीक और फीचर्स को तरजीह दे रहे हैं. कुछ कंपनियां हैं, जो पहले से ही 6 एयरबैग को वाहनों में शामिल कर चुकी हैं. ऐसे प्रतिस्पर्धा में बने रहने के लिए दूसरी कंपनियों को भी अपने वाहनों में 6 एयरबैग देने होंगे, लेकिन हम इसे अनिवार्य नहीं करेंगे. 

पहले क्या कहा था?
पिछले साल नितिन गडकरी ने कहा था कि अक्टूबर-2023 से देश में छह-एयरबैग वाला नियम को लागू किया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा था कि देश में सबसे ज्यादा छोटी कारों की खरीदारी मध्यम वर्गीय परिवारों द्वारा की जाती है और लो-बजट कारों की डिमांड सबसे ज्यादा है. लेकिन वाहन निर्माता कंपनियां केवल प्रीमियम कारों में ही छह एयरबैग देती हैं, यह चिंता की बात है. इसलिए हम सभी कारों के लिए छह-एयरबैग अनिवार्य करने जा रहे हैं. गडकरी के इस कदम का कार कंपनियों ने खुलकर विरोध किया था.
 


नितिन गडकरी बोले डीजल वाहनों पर 10% टैक्‍स लगाने की कोई योजना नहीं, मंत्रालय ने किया साफ

केन्‍द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के मंत्रालय की ओर से ये ट्वीट करके जानकारी दी गई है कि ऐसा कोई प्‍लान नहीं है. आज सुबह ऐसी खबरें आई जिसके बाद मंत्रालय की ओर से ये जानकारी दी गई है.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Tuesday, 12 September, 2023
Last Modified:
Tuesday, 12 September, 2023
Nitin Gadkari..

देश में वैकल्पिक ईंधनों के साधनों को बढ़ावा देने के लिए केन्‍द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी द्वारा डीजल वाहनों पर 10 प्रतिशत एक्‍सट्रा टैक्‍स लगाने की बात को लेकर मंत्रालय ने स्‍पष्‍टीकरण जारी करते हुए कहा है कि ऐसा कोई प्‍लान विचार में नहीं है.आज सुबह खबर आई थी कि केन्‍द्रीय मंत्री ने दिल्‍ली में एक कार्यक्रम के दौरान ऐसी बात कही है. लेकिन बाद में मंत्रालय की ओर से ट्वीट करके ये जानकारी दी है. 

सुबह मीडिया में आई थी ये खबर

सुबह आई मीडिया रिपोर्ट के अनुसार केन्‍द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने 63वें सियाम सम्‍मेलन में अपनी बात रखते हुए इस डीजल वाहनों पर 10 प्रतिशत अतिरिक्‍त टैक्‍स को लेकर अपनी बात कही थी. खबर आई थी कि उनकी ओर इस टैक्‍स को 'पॉल्‍यूशन टैक्‍स' कहा गया था. उन्‍होंने कहा कि देश में डीजल वाहनों का प्रयोग अगर कम करना है तो ऐसा करना बेहद जरूरी है. हालांकि बाद में उनके मंत्रालय की ओर से इसे लेकर स्‍पष्‍टीकरण जारी कर दिया गया कि ऐसा कोई प्‍लान नहीं है.  नितिन गडकरी हमेशा से ही वैकल्पिक ईंधनों को बढ़ावा देने की बात कहते रहे हैं. अब वो भले ही एथेनॉल के इस्‍तेमाल को बढ़ावा देने की बात हो या हाईड्रोजन से भविष्‍य की कारों और दूसरे वाहनों को चलाने की बात. 

गडकरी की ओर जारी किया गया स्‍पष्‍टीकरण

इस खबर के सामने आने के बाद केन्‍द्रीय सड़क परिवहन मंत्री की ओर से एक स्‍पष्‍टीकरण भी जारी किया जिसमें कहा गया है कि ऐसा कोई प्रपोजल सरकार के मौजूदा विचार में नहीं है. 2070 तक कार्बन नेट ज़ीरो हासिल करने और डीजल जैसे खतरनाक ईंधन के कारण होने वाले वायु प्रदूषण के स्तर को कम करने के साथ-साथ ऑटोमोबाइल बिक्री में तेजी से वृद्धि के लिए हमारी प्रतिबद्धताओं के अनुरूप, सक्रिय रूप से स्वच्छ और हरित वैकल्पिक ईंधन को अपनाना जरूरी है. ये ईंधन आयात के विकल्प, प्रभावी लागत, स्वदेशी और प्रदूषण मुक्त होने चाहिए.

 

 


बाजार में आई 2023 KTM Duke 390, जानें कितनी है कीमत और क्या मिल रहे फीचर्स 

KTM ने अपनी नई बाइक को भारत में लॉन्च कर दिया है. केटीएम की गाड़ियों को लेकर भारतीय यूथ में काफी क्रेज देखने को मिलता है.

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Published - Monday, 11 September, 2023
Last Modified:
Monday, 11 September, 2023
Photo Credit:  BikeWale

बाइक के कद्रदानों के लिए अच्छी खबर है. प्रीमियम बाइक निर्माता कंपनी KTM ने अपनी नई बाइक लॉन्च की है. कंपनी ने केटीएम ड्यूक 390 (2023 KTM Duke 390) को मार्केट में पेश कर दिया है और इसकी बुकिंग भी शुरू कर दी है. महज 4499 रुपए में कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट या केटीएम डीलरशिप पर जाकर इस शानदार बाइक को बुक किया जा सकता है. हालांकि, कंपनी ने अभी यह नहीं बताया है कि KTM Duke 390 की डिलीवरी कब से शुरू होगी. 

मिलते हैं ये फीचर्स 
नई KTM ड्यूक 390 के इंजन की बात करें, तो कंपनी ने इसमें 399cc का सिंगल सिलेंडर लिक्विड कूल्ड इंजन दिया गया है. 6 स्पीड गियर बॉक्स वाला यह जबरदस्त इंजन 44.25 बीएचपी की पावर और 39Nm का टार्क जनरेट करता है. इसके अलावा बाइक में क्विक शिफ्टर और स्लिपर क्लच दिया गया है. कंपनी ने अपनी इस बाइक को कई लेटेस्ट फीचर्स से लैस किया है. उदाहरण के तौर पर इसमें आपको कॉल एंड म्यूजिक कंट्रोल, स्मार्टफोन कनेक्टिविटी, 5 इंच का TFT, टर्न बाय टर्न नेविगेशन, C चार्जिंग पोर्ट आदि मिल जाते हैं.

2 कलर में उपलब्ध
केटीएम ड्यूक 390 को कंपनी ने 2 कलर ऑप्शन के साथ बाजार में उतारा है. आप इस बाइक को अटलांटिक ब्लू या इलेक्ट्रॉनिक ऑरेंज मेटैलिक में खरीद सकते हैं. इस स्टाइलिस्ट Bike के कुछ अन्य फीचर्स की बात करें, तो उसमें आपको एयरबॉक्स, 17 इंच का एलॉय रैप्ड, लॉन्च कंट्रोल, कॉर्नरिंग ABS, बूमरैंग आकर का DrL, चौड़ी LED हेडलाइट, स्प्लिट सीट सेटअप आदि दिया गया है. साथ ही इसे पहले से ज्यादा आकर्षक बनाने के लिए फ्यूल टैंक की शेप में बदलाव किया गया है. अपडेटेड टैंक पहले के मुकाबले ज्यादा मस्कुलर दिखाई पड़ता है. अब आखिरी में इसकी कीमत भी जान लेते हैं. कंपनी ने New KTM Duke 390 की एक्स-शोरूम कीमत 3.11 लाख रुपए रखी है.


दीवाना बनाने वाली Honda Elevate की कितनी है कीमत, अब हो गया खुलासा

होंडा ने अपनी नई SUV एलिवेट को आधिकारिक रूप से लॉन्च कर दिया है. इस गाड़ी को कंपनी ने 4 वैरिएंट में पेश किया है.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Monday, 04 September, 2023
Last Modified:
Monday, 04 September, 2023
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होंडा की नई SUV Honda Elevate के बारे में तो आपने सुना ही होगा. कंपनी ने कुछ समय पहले ही इससे पर्दा उठा दिया था, लेकिन इसकी कीमत को लेकर कोई खुलासा नहीं किया था. अब Honda Elevate के बारे में सबकुछ साफ हो गया है. यानी कंपनी ने इसे ऑफिशियली लॉन्च कर दिया है. स्टाइलिश लुक और दमदार इंजन से लैस इस SUV की शुरुआती कीमत 10,99,900 रुपए (एक्स-शोरूम) रखी गई है. इसके टॉप वैरिएंट के लिए आपको 15.99 लाख रुपए तक चुकाने होंगे. बता दें कि प्राइज का खुलासा होने से पहले ही एलिवेट की बुकिंग शुरू हो गई थी.

4 वैरिएंट्स में हुई लॉन्च
Honda Cars ने एलिवेट को कुल चार वैरिएंट्स  में पेश किया है. Honda Elevate का डिजाइन बेहद आकर्षक है. हालांकि, यह कुछ हद तक ग्लोबल मार्केट में उपलब्ध कंपनी की CR-V के समान दिखती है. एलिवेट में एक बड़ी ग्रिल देखने को मिलती है, इसमें पतली, LED हेडलाइट्स और नीचे की तरफ 2 फॉग लैंप दिए गए हैं. इस SUV को कंपनी ने दो अलग-अलग पावरट्रेन विकल्प के साथ पेश किया है. एलिवेट में 1.5 लीटर की क्षमता वाला पेट्रोल इंजन, जो 121Hp की पावर और 145Nm का टॉर्क जनरेट करता है. ये इंजन 6-स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन और 7-स्पीड सीवीटी ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन के साथ भी आता है.  

इतना मिलेगा माइलेज
माइलेज की बात करें, तो Elevate का मैनुअल गियरबॉक्स वैरिएंट 15.31 किमी/लीटर और CVT वैरिएंट 16.92 किमी/लीटर तक का माइलेज देता है. इस SUV का फ्यूल टैंक 40 लीटर का है, इस लिहाज से फुल टैंक में मैनुअल वैरिएंट 612 किमी और ऑटोमेटिक वैरिएंट 679 किमी तक की दूरी तय कर सकता है. Honda Elevate कुल चार ट्रिम्स में पेश हुई है, जिसमें SV, V, VX और ZX शामिल हैं. गौरतलब है कि भारत में Honda की स्थिति ठीक नहीं है, ऐसे में कंपनी के लिए इस SUV का हिट होना काफी जरूरी है.

इसकी बॉडी है काफी मजबूत 
होंडा की ये SUV 10 कलर ऑप्शन के साथ आएगी. होंडा एलिवेट 4,312mm लंबी, 1,650mm ऊंची है और इसका व्हीलबेस 2,650mm का है. इसमें आपको 458 लीटर का बूट स्पेस मिलता है, यानी सामान रखने के लिए काफी जगह है. इसका ग्राउंड क्लीयरेंस 220mm का जो ग्रैंड विटारा और हुंडई क्रेटा से ज्यादा है. विटारा का ग्राउंड क्लीयरेंस जहां 210 mm का है, वहीं क्रेटा का 190mm है. फीचर्स की बात करें, तो होंडा एलिवेट लेन कीपिंग असिस्ट, लेन वॉच, रियर सीट रिमाइंडर, रियर पार्किंग सेंसर, होंडा सेंस और इमरजेंसी स्टॉप सिग्नल के साथ आती है. इस गाड़ी की बॉडी हाई टेंसाइल स्टील से बनी है, जो इसे काफी मजबूत बनाती है. एलिवेट का असली मुकाबला मारुति ग्रैंड विटारा, टोयोटा हाइराइडर, हुंडई क्रेटा, Kia सेल्टोस, फोक्सवैगन टाइगन, स्कोडा कुशाक आदि से होगा.
 


Elon Musk की बेकरारी देखकर सरकार भी दिखाएगी नरमी, Tesla की एंट्री लगभग तय!

मीडिया रिपोर्ट्स में एक अधिकारी के हवाले से बताया गया है कि सरकार टेस्ला के प्रपोजल में दिलचस्पी दिखा रही है.

Last Modified:
Friday, 25 August, 2023
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टेस्ला (Tesla) को भारत लाने की Elon Musk की बेकरारी को देखते हुए मोदी सरकार (Modi Government) कुछ नरमी दिखा सकती है. माना जा रहा है कि सरकार ऑटो कंपनियों को इम्पोर्ट टैक्स में छूट देने पर विचार कर रही है. टेस्ला ने भी सरकार से यही मांग की थी. यदि ऐसा होता है, तो Elon Musk की मुराद पूरी हो जाएगी, लेकिन इससे टाटा और महिंद्रा जैसी स्वदेशी कंपनियों के बाजार पर असर जरूर पड़ सकता है, क्योंकि उनके लिए प्रतियोगिता बढ़ जाएगी. 

नई EV पॉलिसी पर काम
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक,  मोदी सरकार एक नई इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी पर काम कर रही है. इसके तहत ऐसी ऑटो कंपनियों को इम्पोर्ट टैक्स में छूट दी जा सकती है, जो देश में कुछ मैन्युफैक्चरिंग करती हैं. नई नीति के तहत पूरी तरह विदेश में बनी कारों के आयात पर इम्पोर्ट ड्यूटी 100% से घटाकर 15% की जा सकती है. मौजूदा व्यवस्था के अनुसार 40,000 डॉलर से ज्यादा कीमत वाली कारों के आयात पर 100 प्रतिशत और बाकी कारों पर 70 प्रतिशत इम्पोर्ट ड्यूटी लगती है. Tesla की बेस्ट सेलिंग कार Y है, जिसकी यूएस में कीमत 47,740 डॉलर है. यानी उसे भारत लाने के लिए Elon Musk को 100 के बजाए केवल 15% आयात टैक्स ही देना होगा.  

कीमत में आएगी गिरावट
रिपोर्ट्स में एक अधिकारी के हवाले से बताया गया है कि सरकार टेस्ला के प्रपोजल में दिलचस्पी दिखा रही है. यदि सरकार नई पॉलिसी अमल में लाती है, तो इससे देश में विदेशों से इम्पोर्ट की गई EV कारों की कीमत में भारी गिरावट आना निश्चित है. इससे दूसरी विदेशी ऑटो कंपनियां के लिए भी भारत आना आसान हो जाएगा. मौजूदा समय में कई विदेशी कंपनियां अपनी EV कारों को इसलिए भारत नहीं ला रहीं, क्योंकि इम्पोर्ट टैक्स के चलते उनकी कारों की कीमत काफी ज्यादा हो जाएगी और इस वजह से उन्हें खरीदार नहीं मिलेंगे. बता दें कि भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा कार बाजार है, लेकिन हमारे यहां EV कारों की सेल महज 2 प्रतिशत है.  

Tesla ने दिया ये आश्वासन!
Elon Musk काफी लंबे समय से टेस्ला को भारत लाने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने 2021 में भारत में एंट्री की कोशिश की थी, इलेक्ट्रिक कारों पर इम्पोर्ट टैक्स की दर से उनके पैर उखड़ गए. सरकार ने दो-टूक शब्दों में कहा था कि टेस्ला को पहले भारत में मैन्युफैक्चरिंग का वादा करना होगा, उसके बाद इम्पोर्ट ड्यूटी में कमी पर विचार किया जाएगा. इसके बाद यह मामला लगभग अटक गया था, लेकिन इसी साल जून में Elon Musk की अमेरिका में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद टेस्ला की भारत में एंट्री की बातें फिर शुरू हो गईं. बताया जा रहा है कि टेस्ला ने सरकार को आश्वासन दिया है कि 2030 तक भारत में उसकी फैक्ट्री पूरी क्षमता के साथ काम करना शुरू कर सकती है.